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2022.04.20 कार्डिनल जेवियर लोज़ानो बर्रागेन 2022.04.20 कार्डिनल जेवियर लोज़ानो बर्रागेन 

कार्डिनल जेवियर लोज़ानो बर्रागेन अब नहीं रहे

स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बने परमधर्मपीठीय सम्मेलन के अध्यक्ष सेवानिवृत कार्डिनल जेवियर लोज़ानो बर्रागेन का आज 20 अप्रैल सुबह रोम में निधन हो गया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 20 बुधवार 2022 (वाटिकन न्यूज) : ज़ाकाटेकस के महाधर्माध्यक्ष और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बने परमधर्मपीठीय सम्मेलन के अध्यक्ष सेवानिवृत कार्डिनल जेवियर लोज़ानो बर्रागेन का आज सुबह रोम में 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

जीवन परिचय

कार्डिनल जेवियर जन्म 26 जनवरी, 1933 को टोलुका, मैक्सिको में हुआ था। ग्वाडालूपे की माता मरियम को समर्पित महागिरजाघर में उन्होंने पहली बार परमप्रसाद संस्कार ग्रहण किया था। उसी महागिरजाघर में उनका धर्माध्यक्षीय अभिषेक हुआ और उन्होंने कार्डिनल के रूप में अपना पहला पवित्र मिस्सा भी उसी महागिरजाघर में मनाने का फैसला किया।

मिचोआकेन में ज़मोरा के धर्मप्रांतीय सेमिनरी में, उन्होंने बुनियादी पुरोहिताई प्रशिक्षण प्राप्त किया। 30 अक्टूबर 1955 को उनका पुरोहिताभिषेक हुआ। उन्होंने परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय में सिद्धांत धर्मशास्त्र में डिग्री और डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।

वे सिद्धांत धर्मशास्त्र के शिक्षक थे, धर्मप्रांतीय सेमिनरी में दर्शनशास्त्र और मजिस्ट्रल स्कूलों में शिक्षाशास्त्र के शिक्षक थे। 1973 से 1975 तक वे मैक्सिकन थियोलॉजिकल सोसाइटी के अध्यक्ष थे। 1977 से 1979 तक उन्हें थियोलॉजिकल पास्टोरल इंस्टीट्यूट के निदेशक के रूप में लैटिन अमेरिका में अपनी सेवा के लिए बुलाया गया था।

वे मेक्सिको के परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालय के संस्थापक, परमधर्मपीठ में अकादमिक निदेशक और 1982 से 1985 तक उसी विश्वविद्यालय के सुपीरियर काउंसिल के सदस्य थे।

धर्माध्यक्षों की धर्मसभाओं में उनकी भागीदारी ने उन्हें गहन अनुभव प्रदान किया। उन्होंने अपने धर्मप्रांत की कलीसिया की सेवा में और बाद में रोमन कूरिया में इस अनुभव का उपयोग किया। वे परिवार पर धर्मसभा (1980) के दौरान विशेष सचिव थे। 28 अक्टूबर 1984 को वे ज़ाकाटेकस धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष नियुक्त किये गये।

1988 में वे गैर-विश्वासियों के साथ संवाद के लिए बने परमधर्मपीठीय परिषद के सदस्य बने, जो बाद में संस्कृति के लिए परमधर्मपीठीय परिषद बन गया। 1989 में वे लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार के धर्मसंघ के सदस्य बने। 1997 में उन्हें लैटिन अमेरिका के लिए परमधर्मपीठीय आयोग का पार्षद नियुक्त किया गया। 1986 से 1991 तक वे शिक्षा विभाग के अध्यक्ष और 1995 से 1997 तक अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष रहे। जनवरी 2000 में वे धर्माध्यक्षों के धर्मसंघ के सदस्य बने।

20 अगस्त 1996 को उन्हें जॉन पॉल द्वितीय द्वारा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया था। उन्होंने जनवरी 1997 से रोमन कूरिया में महाधर्माध्यक्ष के रुप में इस पद पर कार्य किया।

स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं के प्रेरितिक देखभाल के लिए परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष  18 अप्रैल, 2009 को नियुक्त हुए। उन्होंने अप्रैल 2005 के सम्मेलन में भाग लिया जिसमें संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें चुने गए।

21 अक्टूबर 2003 को संत पापा जॉन पॉल द्वितीय  द्वारा कार्डिनल बनाये गये।

 

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20 April 2022, 16:47