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कार्डिनल क्रेजेवस्की यूक्रेन बोरोदंका में एक सामूहिक कब्र पर मृत पड़ितों के लिए प्रार्थना करते हुए कार्डिनल क्रेजेवस्की यूक्रेन बोरोदंका में एक सामूहिक कब्र पर मृत पड़ितों के लिए प्रार्थना करते हुए 

कार्डिनल क्रेजेवस्की ने सामूहिक कब्र पर पीड़ितों के लिए प्रार्थना की

कार्डिनल कोनराड क्रेजेवस्की ने कीव में पवित्र शुक्रवार को बिताया और इतने व्यापक विनाश को देखते हुए अपना दर्द व्यक्त किया और बोरोदंका में पास के एक सामूहिक कब्र के स्थान पर मृत पड़ितों के लिए प्रार्थना की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

कीव, शनिवार 16 अप्रैल 2022 (वाटिकन न्यूज) : कार्डिनल कोनराड क्रेजेवस्की ने पवित्र सप्ताह के दौरान यूक्रेन की राजधानी कीव का दौरा किया, जिससे यूक्रेन में रूस के चल रहे युद्ध के कारण पीड़ित लोगों को संत पापा फ्राँसिस की निकटता मिली।

संत पापा के दानदाता ने संत पापा की ओर से यूक्रेन के लोगों के साथ पास्का दिवसत्रय का समारोह मनाने गए हैं। वे संत पापा द्वारा कीव में एक कार्डियोलॉजी अस्पताल में दान की गई वाटिकन-पंजीकृत एम्बुलेंस से कीव पहुंचे। पवित्र गुरुवार को, कार्डिनल क्रेजेवस्की ने प्रभु भोज का समारोह मनाया।

पवित्र शुक्रवार के दिन, वे रूसी सैनिकों द्वारा तबाह कीव के उत्तर-पश्चिम में एक क्षेत्र, बोरोड्यांका में क्रूस के मार्ग धर्मविधि में शामिल हुए जिसका नेतृत्व यूक्रेन में प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष  विस्वाल्डास कुलबोकस ने किया। कार्डिनल क्रेजेवस्की ने बोरोड्यंका में एक सामूहिक कब्र के स्थल पर प्रार्थना की।

आंसू और विश्वास

बोरोड्यंका से कीव लौटने के बाद संत पापा के नाम पर अपनी यात्रा के बारे में कार्डिनल क्रेजेवस्की ने शुक्रवार को वाटिकन न्यूज से बात की।

उन्होंने "इतने सारे मृत, साथ ही बिना नाम या उपनाम के दफनाए गए कम से कम 80 लोगों की सामूहिक कब्र" खोजने का वर्णन किया।

ऐसी विभीषिका का सामना करते हुए उन्होंने कहा, "आंसू नहीं थमते और शब्द नहीं मिलते।" फिर भी ईश्वर का शुक्र है कि विश्वास है।"

उन्होंने कहा, "हम पवित्र सप्ताह में हैं। आज पवित्र शुक्रवार है, जब हम खुद को येसु के साथ एकजुट कर सकते हैं और उनके साथ क्रूस पर चढ़ सकते हैं।"

कार्डिनल क्रेजेवस्की ने याद किया कि ईस्टर रविवार और मसीह का पुनरुत्थान जल्द ही आएगा।

"शायद वह अपने प्यार में सब कुछ समझाएगा और सब कुछ बदल देगा, यहां तक ​​कि हमारे भीतर भी, विशेष रूप से इस कड़वाहट और पीड़ा को जो हम हर दिन सहन करते हैं, लेकिन विशेष रूप से आज जैसे दिन पर।"

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16 April 2022, 11:34