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येरूसालेम के प्राचीन शहर में सुरक्षा बल येरूसालेम के प्राचीन शहर में सुरक्षा बल  

येरूसालेम की कलीसिया के शीर्ष ने "अंधाधुंध हिंसा" की निंदा की है

येरूसालेम की स्थानीय कलीसियाओं के के प्राधिधर्माध्यक्षों एवं प्रमुखों ने पवित्र भूमि की विभिन्न जगहों पर पिछले सप्ताह हुए हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है। हमले के कारण पूरे प्रांत में तनाव उत्पन्न हो गया था, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई एवं कई लोग घायल हो गये हैं। चरमपंथी समूह एटरेट कोहनिम द्वारा ऐतिहासिक लिटिल पेट्रा होटल पर कब्जा इसका मूल कारण है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

पवित्र भूमि, मंगलवार, 5 अप्रैल 2022 (रेई) ˸ येरूसालेम की स्थानीय कलीसियाओं के  के प्राधिधर्माध्यक्षों एवं प्रमुखों ने पवित्र भूमि की विभिन्न जगहों पर पिछले सप्ताह हुए हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है। हमले के कारण पूरे प्रांत में तनाव उत्पन्न हो गया था, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई एवं कई लोग घायल हो गये हैं। चरमपंथी  समूह एटरेट कोहनिम द्वारा ऐतिहासिक लिटिल पेट्रा होटल पर कब्जा इसका मूल कारण है।

2 अप्रेल को येरूसालेम के लातीनी प्राधिधर्माध्यक्ष की वेबसाईट पर जारी एक बयान में, पवित्र भूमि की स्थानीय कलीसियाओं के प्राधिधर्माध्यक्षों एवं प्रमुखों ने किसी भी व्यक्ति पर हिंसक हमलों की निंदा की है। उन्होंने पीड़ित लोगों के परिवारों को अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की है एवं घायलों की चंगाई के लिए प्रार्थना का आश्वासन दिया है।  

ख्रीस्तीय धर्मगुरूओं ने कहा है कि "अचानक बढ़े रक्तपात का सामना करते हुए वे बढ़ते तनाव के लिए चिंतित हैं जब तीन अब्राहमिक विश्वास ˸ रमजान, पेसाक और पवित्र सप्ताह या पास्का से जुड़े लोगों के लिए, छुट्टी का समय निकट है।" अतः उन्होंने तीनों परम्पराओं के विश्वासियों को निमंत्रण दिया है कि वे आपसी सम्मान एवं दूसरों की चिंता करें, जो हर विश्वास की शिक्षा का केंद्रविन्दु है।" सरकारी अधिकारियों से अपील करते हुए उन्होंने कहा है कि "धार्मिक सहिष्णुता की नीतियों का प्रयोग करने के लिए, बल उपयोग की सीमा और संघर्ष कम करें"।

शांति की राह पर चलना

बयान में कहा गया है कि "हम सभी भली इच्छा रखनेवाले लोगों से अपील करते है कि वे शांति के रास्ते पर चलें जो येरूसालेम "शांति के शहर" के प्रतीक का केंद्रविन्दु है। इस तरह हम दुनिया की शांति के आम दृष्टिकोण के सच्चे साक्षी हो सकते हैं। जो हमारे विशिष्ट, लेकिन परस्पर जुड़े धार्मिक विश्वासों के केंद्र में है।"  

लिटल पेट्रा हॉटेल पर कब्जा

2 अप्रेल को जारी एक दूसरे बयान में कहा गया है कि येरूसालेम की स्थानीय कलीसिया के प्राधिधर्माध्यक्ष एवं प्रमुख अधिकारी ऐतिहासिक लिटल पेट्रा हॉटेल पर एटरेट कोहानिम पर कब्जे की निंदा करते हैं। यह एक चरमपंथी यहूदी दल है जो पूर्वी येरूसालेम के निकट यहूदियों की अधिक उपस्थिति कायम करना चाहता है तथा इसे "येरूसालेम में ख्रीस्तीय क्वार्टर के अस्तित्व और इस शहर के समुदाय के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिए खतरा" परिभाषित करता है। वे याद करते हैं कि धमकी और हिंसा के चरमपंथियों के अवैध कृत्यों के खिलाफ उन्होंने बार-बार चेतावनी दी है। हॉटेल पेट्रा ग्रीक ऑर्थोडॉक्स प्राधिधर्माध्यक्ष एवं शक्तिशाली इस्राएली दल एटरेट कोहानिम के बीच कानूनी संघर्ष 18 वर्षों से जारी है।    

ख्रीस्तीय धर्मगुरूओं ने लिखा कि ग्रीक ऑर्थोडॉक्स कलीसिया की सम्पति लिटल पेट्रा हॉटेल पर कब्जा करने के लिए एटरेट कोहानिम ने बलपूर्वक प्रवेश करने एवं अतिक्रमण जैसे अपराधिक कार्यों को किया है। वे ऐसा व्यवहार करते हैं मानो कि वे कानून से ऊपर हों और परिणाम से डरते नहीं हैं। यह समस्या व्यक्तिगत सम्पति की समस्या नहीं है बल्कि पूरे येरूसालेम के चरित्र को प्रस्तुत करता है जिसमें ख्रीस्तीय क्वार्टर भी शामिल हैं। हॉटेल उस रास्ते पर है जहाँ से होकर हजारों ख्रीस्तीय तीर्थयात्री हर साल येरूसालेम जाते हैं। यह ख्रीस्तीय धरोहर को दर्शाता है और इस स्थान पर हमारे अस्तित्व की जानकारी देता है।   

स्थानीय कलीसियाओं के नेताओं ने रेखांकित किया है कि चरमपंथी अपने अवैध और खतरनाक एजेंडे को किस तरह हर तरफ थोपते हैं। उन्होंने इसका बहिष्कार किया है एवं चिंता व्यक्त की है कि इसके द्वारा अस्थिरता एवं तनाव उत्पन्न हो सकता है जिसको इस समय हर कोई कम करने एवं भरोसा कायम करने की कोशिश कर रहा है ताकि न्याय और शांति तक पहुँचा जा सके। बल प्रयोग और हिंसा शांति की ओर ले नहीं ले जा सकते।  

 

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05 April 2022, 16:36