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प्रधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम प्रथम और महाधर्माध्यक्ष स्टानिस्लाव गेडेकी वारशॉव में प्रार्थना करते हुए प्रधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम प्रथम और महाधर्माध्यक्ष स्टानिस्लाव गेडेकी वारशॉव में प्रार्थना करते हुए 

प्रधिधर्माध्यक्ष ने यूक्रेनी शरणार्थियों के साथ एकजुटता व्यक्त किया

प्रधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम प्रथम ने यूक्रेनियों के साथ एकजुटता का वचन दिया है और पोलैंड के लोगों को युद्ध से भागने वाले इतने सारे लोगों का स्वागत करने हेतु धन्यवाद दिया। उन्होंने पोलिश धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष के साथ वारसॉव में यूक्रेन के शरणार्थियों से मुलाकात की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वारसॉव, बुधवार 30 मार्च 2022 (वाटिकन न्यूज) : "अगर मेरा सिर पानी का एक झरना होता और अगर मेरी आँखें आँसुओं का एक फव्वारा होता, तो मैं अपने लोगों की हत्या के लिए दिन-रात रोता।" कांस्टेंटिनोपल के प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम प्रथम ने नबी येरेमियाह के हवाले से कहा। उन्होंने पोलिश धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष स्टानिस्लाव ग्लेडेकी के साथ वारसॉव के मेट्रोपोलिटन सावा में यूक्रेन के लोगों और परिवारों से मुलाकात की।

प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम प्रथम पोलैंड के राष्ट्रपति अंद्रेज डूडा के निमंत्रण पर पोलैंड की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। एक महीने में पोलैंड ने यूक्रेन के 2.3 मिलियन शरणार्थियो को स्वीकारा है। प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम ने पोलैंड को उसकी उदारता और आतिथ्य के लिए बधाई दी और धन्यवाद दिया और कहा: "पूरी दुनिया आप पर कृतज्ञता का गहरा ऋणी है।"

बैठक मंगलवार को वारसॉव के कार्डिनल स्टीफ़न विज़िन्स्की विश्वविद्यालय में हुई, जहां लगभग 90 शरणार्थियों ने अपना दास्तान साझा कीं।

प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम प्रथम ने अपने मेजबानों को संबोधित करते हुए कहा, "आपकी एकजुटता, एक स्वर्गीय उपहार है, वास्तव में यह वह चीज है जो दुनिया में बुराई और अंधेरे को दूर कर सकती है।

वारशॉव काथलिक विश्वविद्यालय में प्रार्थना सभा
वारशॉव काथलिक विश्वविद्यालय में प्रार्थना सभा

दो विश्व युद्धों का आघात पर्याप्त चेतावनी नहीं रहा है

अपनी ओर से, महाधर्माध्यक्ष गोडेकी ने प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम प्रथम को उनकी एकजुटता के लिए धन्यवाद दिया और 24 फरवरी को शुरु हुए आक्रमण के पीड़ितों को याद किया जिसने हजारों निर्दोष लोगों को मार डाला, घरों, कस्बों और गांवों को नष्ट कर दिया, और लाखों लोगों को पलायन करने हेतु विवश कर दिया।

उन्होंने इस तथ्य पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "ऐसा लगता है कि दो विश्व युद्धों के दर्दनाक अनुभव पर्याप्त चेतावनी नहीं रहे हैं और सत्ता के लिए बेलगाम तृष्णा और मानव जीवन और मानव गरिमा के सम्मान की कमी ने भूतकाल के विनाशकारी राक्षसों को पुनर्जीवित किया है।"

महाधर्माध्यक्ष गेडेकी ने कहा, " विडंबना यह है कि इस युद्ध में दो ख्रीस्तीय स्लाव राष्ट्र एक दूसरे से लड़ रहे हैं। उन्होंने संत व्लादिमीर द ग्रेट, कीव के राजकुमार का बपतिस्मा ग्रहण किया।  जिन्होंने राजधानी कॉन्स्टेंटिनोपल में 988 में इसे प्राप्त किया था।

शांति के लिए प्रार्थना

पोलिश महाधर्माध्यक्ष्य ने सभी कलीसियाओं और धार्मिक समुदायों के प्रमुखों के साथ-साथ सद्भावना के सभी लोगों को इस युद्ध और हर दूसरे युद्ध को समाप्त करने के लिए प्रार्थना में एकजुट होने का आग्रह किया।

उन्होंने याद किया कि "संत पापा फ्राँसिस और उनके साथ पूरी रोमन काथलिक कलीसिया कई आध्यात्मिक पहल कर रही है, यूक्रेन और पूरी दुनिया के लिए शांति की गुहार लगी रही है," जिसमें पिछले शुक्रवार को माता मरियम के निष्कलंक हृदय को मानवता और विशेषरुप से यूक्रेन और रुप का समर्पण प्रार्थना भी शामिल है।

वारशॉव में प्रार्थना सभा

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30 March 2022, 15:41