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 भारत के कार्डिनल ग्रेशियस तथा फिलिपिन्स के कार्डिनल तागले सन्त पापा फ्राँसिस के साथ (प्रतीकात्मक तस्वीर)  भारत के कार्डिनल ग्रेशियस तथा फिलिपिन्स के कार्डिनल तागले सन्त पापा फ्राँसिस के साथ (प्रतीकात्मक तस्वीर)  

यूक्रेनी लोगों के प्रति एशियाई कलीसियाओं का सामीप्य

सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा राख बुधवार के दिन यूक्रेन के पीड़ितों के लिये उपवास एवं प्रार्थना करने की अपील के प्रत्युत्तर में दुनिया भर के काथलिकों एवं अन्य ख्रीस्तीय सम्प्रदायों के ख्रीस्तीयों ने युद्ध की समाप्ति हेतु प्रार्थना अभियानों की शुरुआत की है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 4 मार्च 2022 (वाटिकन न्यूज़): सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा राख बुधवार के दिन यूक्रेन के पीड़ितों के लिये उपवास एवं प्रार्थना करने की अपील के प्रत्युत्तर में दुनिया भर के काथलिकों एवं अन्य ख्रीस्तीय सम्प्रदायों के ख्रीस्तीयों ने युद्ध की समाप्ति हेतु प्रार्थना अभियानों की शुरुआत की है।   

भारत

भारत में, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑसवर्ल्ड ग्रेशियस ने काथलिक विश्वासियों को सन्त पापा फ्राँसिस के आह्वान का स्मरण दिलाया। चालीसाकाल का शुभारम्भ करते हुए, राख बुधवार के अवसर पर, उन्होंने ख्रीस्तयाग अर्पण के समय कहा, "यूक्रेन के लोग हमारे भाई-बहन हैं।"

कार्डिनल ग्रेशियस ने कहा, "हम शांति और सुरक्षा की स्थिति में हैं। हम कल्पना कर सकते हैं कि उनपर कितनी मुश्किलें आ रही हैं, यह सुनिश्चित नहीं है कि उन्हें कब और कहाँ चोट लग जाये, कब और कहाँ बमबारी से सबकुछ बर्बाद हो जाये। आइए हम सब मिलकर शांति के लिए प्रार्थना करें।"

इससे पूर्व, रविवार को, कार्डिनल ग्रेशियस ने एशिया न्यूज़ से कहा था कि "कोई भी संघर्ष सदैव विनाशकारी एवं त्रासदिक होता है।" उन्होंने आशा व्यक्त की कि पूरे क्षेत्र में तत्काल शांति का बहाली हो और इस संघर्ष से जान-माल की और अधिक हानि न हो।

उन्होंने कहा, "हम सतत प्रार्थना करते हैं कि हर कोई हिंसा की संवेदनहीनता और तर्कहीनता को पहचाने तथा एक बेहतर विश्व के निर्माण हेतु शांति की आवश्यकता को देखे।"

जापान

जापानी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष टोकियो के महाधर्माध्यक्ष ईसाओ किकूची ने कहा,  "कई लोगों की जान अब ख़तरे में है। ईश्वर की सन्तान होने के नाते हमारा कर्तव्य है कि हम ईश प्रदत्त जीवन के वरदान की रक्षा करें।" एक वकतव्य में महाधर्माध्यक्ष किकूची ने कहा, "मैं रूस के नेताओं से यूक्रेन के आक्रमण को रोकने और बातचीत के माध्यम से शांति स्थापित करने के मार्ग पर चलने का आह्वान करता हूँ।"

महाधर्माध्यक्ष किकूची ने इस बात पर गहन चिंता व्यक्त की कि एक स्वतंत्र देश पर आक्रमण करने का एक प्रमुख विश्व शक्ति का निर्णय न केवल जीवन को संकट में डालेगा बल्कि भावी विश्व व्यवस्था पर भी ज़बरदस्त नकारात्मक प्रभाव डालेगा। उन्होंने राजनैतिक नेताओं का आह्वान किया कि वे वार्ताओं द्वारा समाधान खोज़ें।  

म्यानमार

म्यानमार में, जहाँ एक दमनकारी सेना जनता को कुचलना जारी रखे हुए है, काथलिक धर्माध्यक्ष एलेक्ज़ानडर प्योन चो ने रविवार को प्रकाशित अपने प्रेरितिक पत्र में काथलिकों से आग्रह किया है कि वे चालीसा काल में प्रार्थना, उपवास एवं उदार कार्यों द्वारा यूक्रेन में शांति की याचना करें। धर्माध्यक्ष प्योन चो ने कहा, वे हमारे भाई-बहन हैं, जिनके लिए हमें तत्काल मानवीय गलियारों को खोलना होगा और उनका स्वागत करना होगा।"

धर्माध्यक्ष ने कहा, "हथियारों का शोर बन्द हो। ईश्वर शांति निर्माताओं के साथ है, हिंसा करने वालों के साथ नहीं।" उन्होंने कहा, "युद्ध के वास्तविक शिकार हैं, सामान्य लोग, जो युद्ध की मूर्खता के परिणामों का सामना कर रहे हैं।"

ग़ौरतलब है कि रूस की एक प्रमुख सहयोगी म्यांमार की सेना ने यूक्रेन के आक्रमण को "उचित" ठहराया है। विगत वर्ष, रूस ने सेना द्वारा म्यांमार के अधिग्रहण का समर्थन किया था तथा तख्तापलट के बाद से वह म्यानमार सैन्य जुंटा के साथ हथियारों के सौदे में लिप्त है।

फिलीपिन्स

 

फिलीपिन्स में, फिलीपीनी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष पाबलो विरजिलियो डेविड ने प्रार्थनाओं का आह्वान किया है ताकि प्रभु ईश्वर "रूसी लोगों की अंतरात्मा को जगाएं" जिससे कि वे स्वयं "अपनी सरकार पर युद्ध को रोकने के लिए दबाव डालने हेतु आवश्यक कदम उठाएँ। रविवार को जारी अपने प्रेरितिक पत्र में उन्होंने लिखा, "युद्ध से कोई भी खुश नहीं होता, सिवाय हथियारों के उद्योगों में संलग्न लोग जो भारी मुनाफा कमाते हैं और राष्ट्रों के बीच विवादों से लाभ उठाने के लिए उत्सुक रहते हैं।"

उन्होंने लिखा, "ईश्वर ने स्वयं हमें सिखाया है कि प्रार्थना, उपवास और दान के कार्यों के अलावा शैतान के प्रलोभनों का मुकाबला करने का और कोई अन्य तरीका नहीं है, खासकर उनके बीच जो शक्ति, धन और प्रसिद्धि की होड़ में लगे रहते हैं।"

कोरिया

दक्षिण कोरिया में, सियोल के महाधर्माध्यक्ष पीटर चुंग सून-टाइक ने स्थानीय काथलिकों की ओर से यूक्रेन की कलीसिया को आपातकालीन नकद सहायता सहित बुजुर्गों और आश्रयों में निवास करनेवाले बच्चों की मदद करने के लिए एकजुटता का संदेश भेजा है। उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड के बीच बर्फीले मेट्रो स्टेशनों में भय और ठंड से कांपते छोटे-छोटे बच्चों के वीडियो ने उनके हृदय को पसीज कर रख दिया है। उन्होंने कहा, "युद्ध की वास्तविकता को देखकर मेरा दिल दुखता है।" प्रार्थना का आह्वान करते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की "हथियारों का शोर तत्काल समाप्त हो।

हाँग-काँग

हाँग-काँग में, धर्माध्यक्ष स्टीफन चाउ सॉ यान ने रूसी आक्रमण के कारण हुई जान-माल का हानि पर गंभीर चिंता और गहरा दुख व्यक्त किया। एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने कहा, "सैन्य युद्धाभ्यास और राजनीतिक शक्तियों में हेर-फेर यूक्रेनी मातृभूमि में शांति और स्थिरता की उम्मीद को चकनाचूर कर रहा है।"

इस बात पर उन्होंने बल दिया कि " सामूहिक रूप से की गई गहन प्रार्थना की शक्ति वह प्राप्त कर सकती है जो मानव कल्पना से परे है।"

 

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04 March 2022, 11:50