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इथोपिया में संघर्ष के कारण पलायन कर सूडान इथोपिया सीमा पर डेरा डाले हुए इथोपिया में संघर्ष के कारण पलायन कर सूडान इथोपिया सीमा पर डेरा डाले हुए  

इथोपिया में कैदी 7 तिग्रिनिया धर्मबहनें रिहा की गईं

पौली के संत भिंसेंट की चैरिटी की पुत्रियों के धर्मसंघ की 6 धर्मबहनें और एक उर्सुलाईन धर्मबहन को इथोपिया के सुरक्षा बल ने 15 जनवरी को 40 दिनों के कैद के बाद रिहा किया। इथियोपिया में स्थिति एक युद्ध की शुरुआत के 14 महीने बाद भी तनावपूर्ण बनी हुई है, जो टाइग्रे क्षेत्र से भी आगे फैल गया है, जहां यह 4 नवंबर 2020 को शुरू हुआ था।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

तिग्रिनिया जाति की धर्मबहनें जो दो विभिन्न धर्मसमाजी समुदायों से आती हैं जिन्हें एक महिना पहले गिरफ्तार कर लिया गया था। वे सभी सकुशल हैं। यह तथाकथित ताइग्रे विद्रोहियों के निकट लोगों की पहचान करने की एक कार्रवाई थी।  

इथोपिया पुलिस ने पौली के संत भिंसेंट की चैरिटी की पुत्रियों के धर्मसंघ की 6 धर्मबहनों और उर्सुलाईन ऑफ गंदिनो की एक धर्मबहन को रिहा कर दिया है जिनको 30 नवम्बर को अदीस अबाबा में गिरफ्तार किया गया था। फिदेस एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार सिस्टर लेतेमरियम सिभात, सिस्टर तिब्लेट तेयुम, सिस्टर अबेबा तेस्फे, सिस्टर जाइद मोस, सिस्टर अबेबा हगोस और सिस्टर अबेबा फितवी को शनिवार को रिहा किया गया। उर्सुलाईन ऑफ गंदिनो की धर्मबहन सिस्टर अब्रेहेत तेसेरमा भी शोला में अपना समुदाय लौट गई हैं। सभी धर्मबहनें अच्छे स्वास्थ्य के साथ बतायी जा रही हैं।

दो उपयाजकों एवं दो धर्मबहनों की कोई जानकारी नहीं

इस बीच कोबो के दो उपयाजकों एवं दो धर्मबहनों के बारे कोई जानकारी नहीं है जो इथोपिया में तिग्रिनिया जाति के हजारों लोगों के साथ कैद में हैं। उन्हें विस्थापित किया एवं किसी अनिर्दिष्ट स्थान पर रखा गया है। धर्मबहनों को पुलिस की एक छापामारी के दौरान कब्जे में लिया गया था। सभी टाइग्रे जाति की महिलाओं को गिरफ्तार करने के बाद, इस जातीयता के खिलाफ सरकारी बलों द्वारा एक अभियान जारी किया गया था, जिनपर देशभर में टाइग्रे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट के विद्रोहियों को सहायता देने और उकसाने का आरोप लगाया गया था।  

5 नवम्बर की गिरफ्तारी

5 नवम्बर को ही अदीस अबाबा के एक सलेशियन शिक्षा केंद्र में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सरकारी फौज ने छापामारी की थी तथा धर्मसमाजियों एवं कुछ लोकधर्मियों को एक कार में बैठाकर किसी अज्ञात स्थान में ले गई थी। उन सभी को 13 नवम्बर को रिहा कर दिया गया था।

इथोपिया में युद्ध

इथोपिया में युद्ध की शुरूआत 4 नवम्बर 2020 को हुई थी जब संघीय सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद, प्रधानमंत्री अबी अहमद ने अलगाववादी टाइग्रे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट के खिलाफ एक अभियान जारी किया था। अहमद ने जीत की प्रतिज्ञा की थी लेकिन लड़ाई, दोनों पक्षों पर गंभीर मानवाधिकारों के उल्लंघन की रिपोर्ट के साथ, जातीय-आधारित मिलिशिया के साथ-साथ इरिट्रिया सशस्त्र बलों से जुड़े व्यापक संघर्ष में बढ़ गई।

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18 January 2022, 15:17