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यूरोपीय संसद की नई अध्यक्ष माल्टीज़ सांसद रोबेर्टा मेट्सोला यूरोपीय संसद की नई अध्यक्ष माल्टीज़ सांसद रोबेर्टा मेट्सोला 

रोबेर्टा के साथ काम करने के उत्सुक हैं यूरोपीय संघ के धर्माध्यक्ष

सीओएमईसीई में माल्टा के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रतिनिधि धर्माध्यक्ष जोसेफ गैलिया-कुरमी का कहना है कि उन्हें गर्व है कि यूरोपीय संसद की नयी अध्यक्ष उनके ही देश मालटा की हैं । वे यूरोपीय संघ के सांसदों और कलीसिया के बीच एक उपयोगी कामकाजी संबंध में विश्वास करते हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 19 जनवरी 2022 (वाटिकन न्यूज) : माल्टीज़ सांसद रोबेर्टा मेट्सोला को यूरोपीय संसद का अध्यक्ष चुना गया है। यूरोपीय संघ के सबसे छोटे राष्ट्र की 43 वर्षीय राजनेता संसद चलाने वाली अब तक की सबसे कम उम्र की अध्यक्ष हैं। उन्होंने यूरोपीय संघ के अध्यक्ष डेविड सासोली के स्थान पर पदभार ग्रहण किया, जिनकी पिछले सप्ताह अचानक मृत्यु हो गई।

रोबेर्टा मेट्सोला, यूरोपीय पीपुल्स पार्टी की सदस्य, मुख्य राजनीतिक समूहों द्वारा किए गए एक सौदे के तहत इतालवी सांसद प्रमुख सासोली का स्थान लेने हेतु योग्य उम्मीद्वार थी। उन्होंने ससोली के चैंबर के शीर्ष उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया और जैसा कि माल्टीज़ धर्माध्यक्ष जोसेफ गैलिया-कुरमी कहते हैं, वे अपनी भूमिका में अपने अनुभव और गहराई से यूरोपीय मूल्यों को लाती हैं।

वाटिकन रेडियो के साथ हुए एक साक्षात्कार में, माल्टा के सहायक धर्माध्यक्ष और सीओएमईसीई के लिए माल्टा के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रतिनिधि धर्माध्यक्ष गैलिया-कुरमी ने बताया कि मेट्सोला युवा है लेकिन अनुभवी है और "यूरोप के राजनीतिक विभाजन में एक बड़ी आम सहमति को प्रेरित कर सकती है।"

यूरोपीय लोगों के रूप में संयुक्त

धर्माध्यक्ष गैलिया-कुरमी ने खुलासा किया कि वे उसे व्यक्तिगत रूप से जानते हैं। वह "एक माँ है" और वह लंबे समय से राजनीति में है।

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वह उन मूल्यों का बहुत अच्छी तरह से प्रतिनिधित्व करती है जो यूरोप के मूल में हैं, जो हमें यूरोपीय लोगों के रूप में एकजुट करते हैं, जैसे मानव गरिमा, आंदोलन की स्वतंत्रता, लोकतंत्र की रक्षा, समानता जो विविधता का सम्मान करती है, कानून का शासन, मानवाधिकारों का सम्मान, जिनमें अल्पसंख्यक भी शामिल हैं।"

धर्माध्यक्ष गैलिया-कुर्मी ने अपना दृष्टिकोण व्यक्त किया कि वे "एक अच्छी राजनेता हैं जिन्होंने यूरोपीय संसद के उपाध्यक्ष के रूप में इन अंतिम वर्षों में खुद को साबित कर दिया है।" उन्होंने ध्यान दिया कि उनके नामांकन का अर्थ है कि यूरोपीय संसद और यूरोपीय संघ के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के आयोग के बीच मौजूद अच्छे संबंधों को विकसित करना और उनका पोषण करना आसान होगा।

यूरोपीय नीति निर्माण में कलीसिया का योगदान

माल्टीज़ धर्माध्यक्ष ने कुछ महत्वपूर्ण सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों की ओर इशारा किया और कलीसिया के पास विशेष रूप से प्रवास, डिजिटलीकरण, जलवायु परिवर्तन, सामाजिक न्याय और एकजुटता पर उल्लेख करने के लिए बहुत कुछ है।

उन्होंने कहा,  सीओएमईसीई के माध्यम से धर्माध्यक्ष काथलिक कलीसिया की आवाज़ों को सामने लाते हैं, वे अपने स्वयं के देशों की वास्तविकताओं से परिचित हैं और हमारे सामाजिक शिक्षण, एकजुटता, सहायता, न्याय, गरीबों एवं हाशिए पर रहने वालों के लिए विकल्प आदि विभिन्न मुद्दों में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।

अंत में, उन्होंने कहा, "मैं रॉबेर्टा मेट्सोला को बधाई देना चाहता हूँ, उन्हें शुभकामनाएं देता हूँ और उन्हें बताता हूँ कि माल्टीज के रुप में हमें गर्व है कि वे यूरोपीय संसद की अध्यक्ष हैं और हम यूरोपीय मूल्यों को बढ़ावा देना और हमारा योगदान देना जारी रखेंगे। ”

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19 January 2022, 15:22