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सीरिया के दाना में टेंट के सामने  प्रवासी बच्चे सीरिया के दाना में टेंट के सामने प्रवासी बच्चे 

अफ्रीका व मध्य पूर्व में विस्थापितों के लिए एसीएन क्रिसमस अभियान

जरुरतमंद कलीसियाओं की मदद करने वाली संस्थान (एसीएन) ने अफ्रीका और मध्य पूर्व में ख्रीस्तीय शरणार्थियों और आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार 28 दिसम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : क्रिसमस के लिए, जरुरतमंद कलीसियाओं की मदद करने वाली परमधर्मपीठीय संस्थान (एसीएन) ने अफ्रीका और मध्य पूर्व में ख्रीस्तीय शरणार्थियों और आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों का समर्थन करने के लिए एक नया अभियान शुरू किया है।

बुर्किना फासो

बुर्किना फासो उन देशों में से एक है जहां सताए गए और अन्य पीड़ित ख्रीस्तियों के लिए अंतरराष्ट्रीय काथलिक चारिटी संचालित होती है। यहां जिहादी विद्रोहियों द्वारा बढ़ते हमलों के कारण आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों की संख्या बढ़कर 1.4 मिलियन हो गई है।

एसीएन और उसके स्थानीय सहयोगी संस्थायें बच्चों के प्रेरितिक देखभाल, भोजन और धार्मिक शिक्षा का आश्वासन देने की कोशिश कर रहे हैं। बढ़ती हुई असुरक्षा ने पुरोहितों को पवित्र मिस्सा समारोह का अनुष्ठान करने, धर्मबहनों एवं और धर्मप्रचारकों  को धर्मशिक्षा के लिए कई पल्लियों तक पहुँचना बेहद मुश्किल बना दिया है। अधिकांश प्रेरितिक गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया है। इस संदर्भ में रेडियो विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में संचार का मुख्य साधन बन गया है।

ओआहिगौया धर्मप्रांत में नोट्रे डेम डू साहेल के संचार केंद्र के निदेशक फादर विक्टर ओएड्राओगो ने एसीएन द्वारा सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा देने और बढ़ते तनाव के बीच समुदायों में सामंजस्य स्थापित करने में रेडियो कार्यक्रमों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला है। स्थानीय रेडियो कार्यक्रमों का उत्पादन उन परियोजनाओं में से एक है जिसे एसीएन ने अपने क्रिसमस अभियान के साथ समर्थन करने का निर्णय लिया है।" इस कार्यक्रम में ख्रीस्तीय और स्थानीय आबादी हमारे धार्मिक नेताओं द्वारा सहिष्णुता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अपील सुन सकेंगे। काथलिक भी इस कठिन परिस्थिति के बावजूद सुसमाचार और कलीसिया की शिक्षाओं को सुन सकेंगे।

मोजाम्बिक

मोज़ाम्बिक एक अन्य अफ्रीकी देश है जो इस्लामी विद्रोह का सामना कर रहा है, विशेष रूप से काबो डेलगाडो के उत्तरी प्रांत में, जहाँ से 800,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। 2017 के अंत में जब एक स्थानीय जिहादी समूह ने तथाकथित इस्लामिक स्टेट के प्रति अपनी निष्ठा की घोषणा की, तो स्थानीय लोगों ने विद्रोह शुरू किया और हिंसा भड़क उठी। पिछले दो वर्षों में हिसा बढ़ गई है।

 मोजाम्बिक सबसे गरीब देशों में से एक है, लेकिन गैस और माणि में बहुत समृद्ध है जिसने कई विदेशी निगमों को आकर्षित किया है। जिहादी मिलिशिया भी यहाँ इस्लामी कानून लागू करना चाहते हैं और इसे अपना खलीफा राज्य बनाना चाहते हैं। मिलिशिया ने गांवों और गिरजाघरों पर हमला किया है।  नागरिकों और सैनिकों को मार डाला है ताकि रणनीति के बुनियादी ढांचे और खनन खदानों पर कब्जा कर सकें। हमले अधिक से अधिक हिंसक हो गए हैं और वे ख्रीस्तियों और मुसलमानों दोनों को अपना निशाना बनाते हैं।

काबो डेलगाडो के कई विस्थापित लोगों ने पेम्बा की पल्लियों में शरण ली है। एसीएन क्रिसमस अभियान के संग्रह का उपयोग इन लोगों को और समर्थन देने के लिए किया जा रहा है।

सीरिया

एसीएन क्रिसमस अभियान सीरियाई ख्रीस्तियों के समर्थन के लिए चल रहे राहत कार्यों में भी मदद करेगा। 2011 में शुरु हुए युद्ध के बाद से लाखों लोग सीरिया से भाग गए हैं और देश में लगभग 7 मिलियन विस्थापित लोग रह रहे हैं। आईएसआईएस द्वारा युद्ध और अत्याचारों को झेलने के बाद, सीरियाई अब आर्थिक संकट और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का खामियाजा भुगत रहे हैं और करीब 13.5 मिलियन लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है। कई सीरियाई लेबनान भाग गए हैं, जहां स्थानीय पल्लियां एसीएन के समर्थन से प्रेरितिक देखभाल, आश्रय और स्वास्थ्य देखभाल प्रदान कर रहे हैं।

अलेप्पो में विस्थापित लोगों के साथ काम करने वाले अर्जेंटीना के फादर ह्यूगो फैबियन अलनीज के अनुसार, मध्य पूर्व में ख्रीस्तियों की मदद करना कलीसिया एक नैतिक कर्तव्य है, क्योंकि उनहोंने ही दुनिया में सबसे पहले सुसमाचार का प्रसार किया था।

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28 December 2021, 15:13