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कहानी

सोलोमन द्वीप का क्रंदनः वनों की कटाई, प्रदूषण, भ्रष्टाचार

जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग और शोषण तेजी से प्रशांत द्वीपसमूह को नष्ट कर रहा है, जो पृथ्वी पर एक सच्चा स्वर्ग है। यहाँ गीज़ो के धर्माध्यक्ष लुसियानो कपेल्ली अपनी प्रेरिताई का संचालन करते हैं। वे हेलीकॉप्टर से समुद्र पार करते हुए अपने लोगों के पास जाते हैं। उनका कहना है कि यहां के जंगल गायब हो रहे हैं, प्रवासियों की संख्या दुखद रूप से बढ़ रही है, प्लास्टिक मछलियों का दम घोंट रही है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

सोलोमन, शुक्रवार 17 दिसम्बर 2021(वाटिकन न्यूज) : गीज़ो धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष लुसियानो कपेल्ली एक दशक से अधिक समय से गीज़ो धर्मप्रांत का नेतृत्व कर रहे हैं। सोलोमन द्वीप समूह के गीज़ो धर्मप्रांत में लगभग 130,000 निवासी हैं, जिनमें से 14,000 काथलिक हैं। 1960 के दशक में उत्तर और दक्षिण के भिखारिएटों को मिलाकर गीजो धर्मप्रांत बनाया गया। धर्माध्यक्ष कपेल्ली इस धर्मप्रांत के तीसरे धर्माध्यक्ष हैं। इस धर्मप्रांत में सात पल्लियाँ हैं जिसमें बारह पुरोहित और करीब बीस धर्मसंघी अपनी सेवा देते हैं।

इस धर्मप्रांत में पापुआ न्यू गिनी, फिजी, वानुअतु, न्यू कैलेडोनिया और बिस्मार्क द्वीपसमूह भी शामिल है। सोलोमन द्वीप समूह ने 1978 में संवैधानिक स्वतंत्रता प्राप्त की। देश के 650 हजार निवासी मुख्य रूप से 980 द्वीपों में से 200 द्वीपसमूह में रहते हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां प्रकृति हमेशा मानव जाति के साथ उदार रही है: भूमि और समुद्र दोनों से भरपूर जीविका के लिए आश्रय और भोजन प्राप्त होती है। हालांकि, हाल के वर्षों में, द्वीप राष्ट्र जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के परिणामों से नाटकीय रूप से पीड़ित है।

मूल रूप से उत्तरी इतालवी वाल्टेलिना क्षेत्र से आने वाले धर्माध्यक्ष कपेल्ली अपने धर्मप्रांत के विश्वासियों विशेषकर युवाओं के प्रेरितिक देखभाल करते हैं। वे युवाओं की आकांक्षाओं को सुनते हैं और उन्हें प्रशिक्षण के सर्वोत्तम अवसर प्रदान करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने बताया कि "पहले मिशनरी 1700 में यहां पहुंचे थे, लेकिन मलेरिया के कारण उन्हें अपना प्रचार कार्य छोड़ना पड़ा, जिससे लोगों के साथ संपर्क नहीं हो पाया और अन्य कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा। फिर खासकर एंग्लिकन वापस लौट गये। उन्होंने बताया कि उसके धर्मप्रांत में, अधिकांश जनसंख्या मेथोडिस्ट ख्रीस्तीय संप्रदाय है।

"उड़ान भरने वाले" धर्माध्यक्ष

गिज़ो धर्मप्रांत के विकर जनरल फादर जैकब केतोबातु, जो मूल रूप से सोलोमन द्वीप के हैं, हमें बताते हैं, "हम यहाँ गोरे लोगों को देखने के अभ्यस्त नहीं थे, वे यूरोप, चीन और जापान से आए थे और लोगों ने उन्हें स्वीकार करने के लिए बहुत समय लिया। लेकिन जब लोगों ने सुसमाचार को समझना शुरू किया, तो पहले बुजुर्ग, फिर महिलाओं और पुरुषों ने ख्रीस्तीय धर्म को स्वीकार करना शुरु किया।"

दुनिया के इस कोने में प्रेरितिक देखभाल में आने वाली कठिनाईयों के साझा करते हुए धर्माध्यक्ष कपेल्ली ने हमें बताया कि सबसे बड़ी समस्याओं में से एक तो है दूरियाँ और अलगाव, संचार की कठिनाइयाँ। "कभी-कभी हमें कुछ समुदायों का दौरा करने के लिए आठ घंटे की नाव यात्रा करनी पड़ती है। दुर्भाग्य से, हमने समुद्र में कई लोगों की जान गंवाई है। हम अच्छे मौसम में निकलते हैं लेकिन कुछ घंटों के बाद, स्थितियां काफी बदल जाती हैं। समय बचाने के लिए मैं एक छोटे विमान का उपयोग करता हूँ। मैं क्षेत्र के सभी समुदायों से मिलने के लिए अधिक से अधिक डेढ़ घंटे में पहुँच जाता हूँ। बहुत बार मैंने सोचा कि यह मेरी अपनी आखिरी उड़ान होगी। परंतु उड़ान भरने का क्रम जारी है और मुझे उम्मीद है कि यह इसी तरह जारी रहेगा।"

प्रकृति के साथ सद्भाव का सपना

सोलोमन द्वीप समूह की जीर्ण हुई जैव विविधता के बारे में धर्माध्यक्ष लुसियानो कपेल्ली बताते हैं, "हम वनों की कटाई की समस्या का सामना करते हैं, जिसने सचमुच इतने सारे जंगलों का सफाया कर दिया है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि इन वनों की कटाई कुछ लोगों के पक्ष में की जाती है। और कई अन्य लोगों का नुकसान होता है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों की उपस्थिति, इस घटना के मुख्य कारणों में से एक है, विशेष रूप से हमारे धर्मप्रांत में,  जो सबसे बड़े जंगल का घर है और सबसे अलग भी है। वनस्पति के उपर से गुजरते हुए मैं अपने छोटे विमान से मैं वनों की कटाई को देखता हूँ। यह एक निंदनीय वनों की कटाई है और सबसे बड़ी समस्या यह है कि कोई भी इसके बारे में बात नहीं करता है। या यों कहें, वे इसके बारे में बात करते हैं, लेकिन वे कहते हैं: ' यह सब कानूनी है, यह सब नियंत्रण में है' जबकि वास्तव में यह कई मामलों में भ्रष्टाचार है।"

वे आगे कहते हैं, "हमें इस क्षेत्र के देशों से कई अप्रवासी भी मिले हैं। समुद्र के गर्म होने के कारण द्वीप के निवासियों को अब मछली नहीं मिल सकती है और पानी नमकीन बन जाता है । गीज़ो के धर्मप्रांत में कई प्रवासी हैं जो किरिबाती द्वीपों से आते हैं, उनका अच्छी तरह से स्वागत किया जाता है, लेकिन उन्हें अभी भी मदद की ज़रूरत है। जैसा कि हम जानते हैं और ‘लौदातो सी’ के अनुच्छेद 25 में लिखा गया है, जलवायु परिवर्तन जानवरों और पौधों की प्रजातियों के प्रवास को जन्म देता है जो हमेशा नए पर्यावरण के अनुकूल होने में सक्षम नहीं होते हैं और यह बदले में जनसंख्या को प्रभावित करता है, विशेष रूप से सबसे गरीब लोगों के संसाधन, जो अपने जीवन और अपने बच्चों के भविष्य के लिए बड़ी अनिश्चितता के साथ अपनी भूमि छोड़ने को मजबूर हैं। पर्यावरणीय क्षरण के कारण और भीषण दुर्दशा के कारण पलायन करने वाले प्रवासियों की संख्या में वृद्धि दुखद है!"

ठोस हस्तक्षेप और पर्यावरणीय शिक्षा

धर्माध्यक्ष कपेल्ली ने विनाश को समाप्त करने और पृथ्वी पर इस स्वर्ग के अवशेषों को संरक्षित करने के लिए ठोस, साझा हस्तक्षेपों की आवश्यकता को दोहराया, लेकिन उन्होंने लोगों को शिक्षित करने, एकीकृत पारिस्थितिकी के विषयों पर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। वे बताते हैं, "हमने लौदातो सी पर कई प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किए हैं और हमने विशेष रूप से प्रकृति के सम्मान में जंगलों पर ध्यान केंद्रित किया है। इस संयंत्र संसाधन के अलावा समुद्र भी है लेकिन दुर्भाग्य से, पर्यावरण शिक्षा की कमी के कारण, हम उसे भी नष्ट कर रहे हैं! जितना प्लास्टिक हम फेंक देते हैं, वह सारा कचरा जिसे हम ठीक से नहीं फेंकते हैं, समुद्र में जाता है: यह भयावह है और दुर्भाग्य से, इस क्षेत्र में संवेदनशीलता की कमी है, इसलिए कोई भी गंभीर रूप से प्रतिबद्ध नहीं है।"

 

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17 December 2021, 16:25