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सीरिया में ख्रीस्तियों को मदद की सख्त जरूरत है, खलदेई पुरोहित

खलदेई फादर निदाल अब्देल मसीह थॉमस, वर्तमान में कुर्दों द्वारा नियंत्रित उत्तरपूर्वी सीरिया के खलदेई कलीसिया के विकर जनरल हैं। वाटिकन न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में, उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र में रहने वाले ख्रीस्तियों की स्थिति का विवरण दिया, कि किस तरह से उन्हें देश से भागने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

जजीरा, मंगलवार 21 दिसम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : जज़ीरा क्षेत्र उत्तरी सीरिया में तुर्की और इराक के साथ सीमा पर स्थित है और काफी हद तक कुर्द बलों द्वारा नियंत्रित है। लगभग सभी ख्रीस्तीय ज्यादातर असीरियन, अपने गांव छोड़ चुके हैं। इस क्षेत्र के 38 गांवों में कई गिरजाघर हैं, लेकिन पलायन के कारण अभी केवल दो गिरजाघरों में पूजा-अर्चना की जाती है। युद्ध से पहले क्षेत्र में 21,000 सिरियक ऑर्थोडॉक्स रहते थे, लेकिन आज केवल 800 ही बचे हैं।

पलायन के कारण

बड़े पैमाने पर पलायन चार साल पहले हुई एक घटना के बाद शुरू हुआ जब आईएसआईएस इस्लामवादियों द्वारा पांच खलदेई परिवार सहित 150  ख्रीस्तियों का अपहरण कर लिया गया था। 15 दिनों के बाद, आतंकवादियों ने फिरौती मांगी और भुगतान न होने के कारण, उन्होंने तीन बंधकों को मार डाने जाने का एक वीडियो जारी किया।

इसी वीडियो में तीन अन्य बंधकों को दिखाया गया, जिसमें खलदेई परिवार का एक सदस्य भी शामिल था, जिन्हें खलदेई धार्मिक नेताओं को संबोधित एक संदेश पढ़ना था, जिसमें उन्हें फिरौती का भुगतान करने के लिए कहा गया था। इस बार इसका भुगतान किया गया और 147 बचे लोगों में से 146 को रिहा कर दिया गया। एक महिला को आईएसआईएस  के एक नेता ने अपनी पत्नी के रूप में चुना और उस महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया था।

अपहरण एक "व्यवसाय"

फादर निदाल थॉमस कहते हैं कि उस घटना के बाद से और अन्य अपहरणों के बाद, 80 प्रतिशत असीरियन लेबनान भाग गए। अब अपहरण एक "व्यवसाय"बन गया था।  उन्होंने अल-हसाका के ख्रीस्तियों का अपहरण कर लिया और फिरौती के पैसे एकत्र किए। उस समय इस क्षेत्र में कोई भी लड़ने वाला दल ख्रीस्तियों की रक्षा नहीं कर सका। कई अन्य जा चुके हैं और जाना जारी रखेंगे।

आज क्षेत्र में कई दल मौजूद हैं। इनमें तुर्की शामिल है, जिसने अपनी सीमा पर भूमि की एक पट्टी पर कब्जा कर लिया है, ईरानी समर्थक हिजबुल्लाह, कुछ फ्रांसीसी और ईरानी सैनिक, अपने रूसी सहयोगी के साथ सीरियाई सेना और अमेरिकी सेना द्वारा समर्थित कुर्द हैं। कुर्द इराक की सीमा से लगे क्षेत्र में तेल संयंत्रों को नियंत्रित करते हैं।

दस में से सात ख्रीस्तियों का पलायन

जज़ीरा क्षेत्र में ख्रीस्तियों की स्थिति सीरिया के बाकी हिस्सों की तुलना में और भी कठिन है। यही कारण है कि दस में से सात ख्रीस्तीय विशेष रूप से अस्सीरियन ख्रीस्तीय स्थान छोड़ रहे हैं।

जो लोग उस क्षेत्र में रह गए हैं, जहां युद्ध खत्म नहीं हुआ है, वे मजबूरी में रहते हैं। विदेश में रहने वाले परिवार के सदस्यों द्वारा भेजे गए धन से अपनी जीविका चला रहे हैं। काम की कमी, चल रहे आर्थिक संकट और महंगाई को देखते हुए यह पैसा जीवित रहने के लिए जरूरी है।

मदद के लिए पुकार

फादर थॉमस आर्थिक मदद की मांग करते हुए करते हैं, "हर किसी को हमारी दुर्दशा के बारे में जानने की जरूरत है। यहां हर कोई जाने के लिए इंतजार नहीं कर सकता। वे अपने शरणार्थी रिश्तेदारों से यहाँ से भागने के लिए मदद मांगते हैं, क्योंकि यहां उन्हें हर तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और यहां उनका कोई भविष्य नहीं है।"

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21 December 2021, 15:27