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ख्रीस्तयाग अर्पित करते संत पापा ख्रीस्तयाग अर्पित करते संत पापा 

अमरीकी धर्माध्यक्षों ने नये दस्तावेज के साथ यूखरिस्तीय भक्ति को बढ़ावा दिया

अमरीका के धर्माध्यक्षों ने एक दस्तावेज को मंजूरी देने के लिए वोट किया। दस्तावेज का शीर्षक है, "कलीसिया के जीवन में यूखरिस्त का रहस्य।" उन्होंने यूखरिस्तीय नवीनीकरण के लिए इसे प्रेरितिक योजना से जोड़ा है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

अमरीका, बृहस्पतिवार, 18 नवम्बर 2021 (रेई)- अमरीका के धर्माध्यक्ष अमरीकी काथलिकों को निमंत्रण दे रहे हैं कि वे विश्वास एवं प्रेम द्वारा रहस्यों के रहस्य, यूखरिस्त में येसु ख्रीस्त की वास्तविक उपस्थिति में गहराई से प्रवेश करें।

बुधवार को अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की आमसभा में गुप्त मतदान द्वारा दस्तावेज को पास किया गया जिसे यूखरिस्त के लिए समर्पित किया गया है।

दस्तावेज दो भागों में विभक्त है ˸ "यूखरिस्त में ख्रीस्त का आत्म उपहार और उस उपहार के लिए हमारा प्रत्युत्तर।"

अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष जोश गोम्स के अनुसार दस्तावेज यूखरिस्तीय नवीनीकरण को बढ़ावा देने हेतु एक अलग पहल से निकटता से जुड़ा है, जिसमें इंडियाना के इंडियानापोलिस में 2024 की गर्मियों में एक राष्ट्रीय यूखरिस्तीय कांग्रेस की योजना शामिल है।

प्रभु की मेज की ओर लौटना

यूखरिस्तीय दस्तावेज काथलिकों को यूखरिस्त में ख्रीस्त की सच्ची उपस्थिति की याद दिलाती है और यह भी कि वे अपनी कृपा उदारता पूर्वक देते हैं यदि हम विनम्रता के साथ उनसे कृपा की याचना करते हैं।

दस्तावेज में कहा गया है कि हमारी पल्ली और मिशन में, हमारे महागिरजाघरों और छोटे प्रार्थनालयों में यूखरिस्त समारोह के रहस्य में प्रभु हमारे साथ होते हैं।  

कोविड-19 महामारी ने कुछ लोगों को व्यक्तिगत रूप से यूखरिस्त में उपस्थित होने से निरूत्साहित कर दिया है जबकि कुछ लोगों में यूखरिस्त में ख्रीस्त की आराधना की चाह को मजबूत किया है। दस्तावेज काथलिकों से आग्रह करता है कि वे येसु के शब्दों को कभी न भूलें जो कहते हैं कि "यदि तुम मानव पुत्र का मांस नहीं खाओगे और उनका रक्त नहीं पीयोगे, तो तुम्हें जीवन प्राप्त नहीं होगा।" (यो. 6:53)

प्रेम की एकता को बांटना

दस्तावेज में यूखरिस्त के उपहार की महानता पर चिंतन किया गया है और याद दिलाया गया है कि यह ईश्वर के जीवन में सहभागी होने से कम नहीं है। यह पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के बीच प्रेम की एकता की सहभागिता है।  

"यूखरिस्त को एक बलिदान के रूप में समझा जाना चाहिए, ख्रीस्त के बलिदान की पुनःप्रस्तुति जिसके द्वारा हम पिता से मेल-मिलाप करते हैं।"

धर्माध्यक्षों ने कहा है कि यूखरिस्त का दूसरा महत्वपूर्ण आयाम है – ख्रीस्त की सच्ची उपस्थिति। यूखरिस्त में रोटी और दाखरस के रूप में ख्रीस्त की सच्ची उपस्थिति जो येसु के शरीर और लोहू में बदल जाता एवं हमारी आत्मा का आहार में बन जाता है तथा ख्रीस्त की ईश्वरीयता समाप्त हुए बिना रोटी और दाखरस के रूप में हमारे पाँच इंद्रियों के लिए प्रकट होता है जो काथलिक विश्वास का केंद्रीय रहस्य है।   

धर्माध्यक्षों ने अमरीकी काथलिकों का आह्वान किया है कि वे पवित्र संस्कार में आराधना, शोभायात्रा और 40 घंटे की भक्ति द्वारा ख्रीस्त की उपासना करें, साथ ही साथ पवित्र परमप्रसाद ग्रहण करें।  

हमारा जीवन ही हमारा उत्तर है

उसके बाद यूखरिस्तीय दस्तावेज, यूखरिस्त के उपहार के प्रति हमारे प्रत्युत्तर पर प्रकाश डालता है।  

दस्तावेज आगे कहता है, "यूखरिस्त के उपहार से पवित्र होकर और विश्वास, आशा एवं प्रेम से भरकर, विश्वासी उपहार का प्रत्युत्तर देने के लिए बुलाये जाते हैं। यह स्वाभाविक है कि हम प्रभु ने हमें जो वरदान प्रदान किये हैं उनके लिए अपना आभार प्रकट करें।"

हमारी कृतज्ञता तभी अच्छी तरह व्यक्त हो सकती है जब हम पूरी चेतना के साथ और सक्रिय रूप से यूखरिस्तीय समारोह में भाग लें। इसका अर्थ है जिस तरह हम गाने, घुटनी टेकने, बैठने और खड़े होने के द्वारा शारीरिक रूप में भाग लेते हैं उसी तरह प्रार्थनाओं, धर्मग्रंथ पाठ और उपदेश पर ध्यान देना।

आत्मामारू पाप और पवित्र परमप्रसाद

दस्तावेज में गौर किया गया है कि यूखरिस्त द्वारा हम ख्रीस्त में परिवर्तित हो जाते हैं जो हमारे सार्वजनिक जीवन समेत, हमारे ख्रीस्तीय जीवन के हर आयाम को छूता है।

यूखरिस्त में ख्रीस्त को ग्रहण करना हमें प्रेम से भर देता है जो हमारे पड़ोसी की ओर बढ़ना चाहिए, विशेषकर, गरीबों एवं सबसे कमजोर लोगों की ओर।

मन-परिवर्तन एक महत्वपूर्ण आयाम है, चूँकि यूखरिस्त को ग्रहण करना हमें हानि पहुँचाता है यदि हम इसे आत्मामारू पाप की दशा में ग्रहण करते हैं। व्यक्ति तब आत्मा मारू पाप करता है जब वह जानबूझकर और पूरी मर्जी, भारी विषय में पड़ोसी प्रेम और ईश्वर के प्रेम के विरूद्ध काम करता है। हम काथलिक जब आत्मामारू पाप की स्थिति में हों तो हमें पापस्वीकार संस्कार में भाग लेना और यूखरिस्त को ग्रहण करने से पहले पाप क्षमा प्राप्त करना है।   

यूखरिस्त के अनुरूप

दस्तावेज में कहा गया है कि एक काथलिक जिसने ख्रीस्त और उनकी कलीसिया के साथ संबंध तोड़ दिया है किन्तु परमप्रसाद ग्रहण करता है तो वह असंगत कार्य करता है, एक ही साथ स्वीकार और तिरस्कार करता है।

मिशनरी शिष्य के लिए भोजन

अंत में दस्तावेज ने याद दिलाया है कि यूखरिस्त हमारी ख्रीस्तीय यात्रा के लिए भोजन है, जो हमें कलीसिया के मिशन के लिए बल प्रदान करता है।  

"यूखरिस्त समारोह के अंत में, हम जो ख्रीस्त के शरीर और रक्त को ग्रहण करते हैं और उनके रहस्यमय शरीर में अधिक गहराई से प्रवेश करते हैं, हम दुनिया में मुक्ति के सुसमाचार का प्रचार करने के लिए भेजे जाते हैं, "शांति से विदा लें, अपने जीवन से प्रभु की महिमा प्रकट करें।"

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18 November 2021, 17:00