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जर्मनी का एक गिरजाघर जर्मनी का एक गिरजाघर 

महामारी में युवा प्रेरिताई की नई चुनौतियाँ

कोरोना वायरस महामारी के समय में जर्मनी के काथलिक युवाओं के एक विश्लेषण में कहा गया है कि इस समय युवाओं की सहभागिता कम हुई है और वे अधिक तनावग्रस्त हो गये हैं किन्तु सामाजिक और तकनीकी स्तर पर उनकी क्षमता में वृद्धि हुई है। धर्माध्यक्ष ने कहा है कि यह भविष्य में एक साथ आ पाने की चुनौती है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

जर्मनी, बृहस्पतिवार, 18 नवम्बर 2021 (वीएनएस)- कोरोना वायरस महामारी के समय में जर्मनी के काथलिक युवाओं के एक विश्लेषण में कहा गया है कि इस समय युवाओं की सहभागिता कम हुई है और वे अधिक तनावग्रस्त हो गये हैं किन्तु सामाजिक और तकनीकी स्तर पर उनकी क्षमता में वृद्धि हुई है। धर्माध्यक्ष ने कहा है कि यह भविष्य में एक साथ आ पाने की चुनौती है।  

तनाव एक नकारात्मक चीज है किन्तु इसका साकारात्मक पक्ष भी है- उदाहरण के लिए सामाजिक एकता की खोज और तकनीकी स्तर पर महत्वपूर्ण कौशल की प्राप्ति। यह कोरोना वायरस महामारी के समय में जर्मनी के युवा सम्मेलन की प्रेरिताई की छवि है जिसके प्रतिनिधियों ने एक नई नीति पर बहस करने के लिए एक वेबिनार में भाग लिया।      

युवाओं को सेतु निर्माता बनना है

शारीरिक रूप से और डीजिटल माध्यमों से करीब 70 प्रतिभागियों ने सभा में भाग लिया जिन्होंने समर्थन किया कि एक चुनौतीपूर्ण सामाजिक परिस्थिति में, लक्षित दल पर सावधानी पूर्वक ध्यान देना है और युवा कार्य के लिए संसाधन सुनिश्चित करना है। युवा आयोग के अध्यक्ष एवं ओसनाब्रुक के सहायक धर्माध्यक्ष जोहन्स वोब्बे ने कहा, "हमें सेतु निर्माताओं की जरूरत है जो ईशशास्त्रीय निर्माण को ठोस जीवन में उतार सकें।" वे दिशा-निर्देशों को इस क्षेत्र में युवा प्रेरिताई के आगे विकास हेतु मार्गदर्शन के रूप में उपयोग कर सके।

नए दुश्मन हैं- अप्रत्याशितता और योजना बनाने में असमर्थता

दो साल से महामारी से जूझ रहे जर्मन युवाओं के मनोसामाजिक विश्लेषण में यह बात सामने आयी है कि किशोरों पर बंद होने के स्पष्ट प्रभाव देखे जा सकते हैं, उदाहरण के लिए युवा लोगों में मानसिक बीमारी की जोखिमों में वृद्धि हुई है।

युवा प्रेरिताई जो लचीलापन सिखाता है

सम्मेलन के दौरान अध्ययन के परिणामों को भी प्रस्तुत किया गया जो दिखलाता है कि कलीसिया में युवा प्रेरिताई में सहभागी होनेवालों की संख्या घट गई है। यह भी गौर किया गया कि जिम्मेदार लोगों ने अधिक रचनात्मकता और स्वच्छंदता दिखायी है। कई प्रतिभागियों ने जोर दिया है कि महामारी के समय विश्वास ने किस तरह उन्हें बल प्रदान किया। सभा ने युवा प्रेरिताई में आवश्यक बातों को सामने रखा जिसके अनुसार युवा आकर्षक और सच्चे संबंध की उम्मीद करते हैं, खासकर, महामारी के समय में। युवा प्रेरिताई के दिशा-निर्देश में युवा प्रेरिताई की वैचारिक व्याख्याओं की विविधता को रेखांकित किया गया है। जर्मन काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के युवा प्रेरिताई विभाग के प्रमुख बियांका मोहर ने सभा के अंत में कहा, "हम इन चुनौतियों को स्वीकार करते हैं।"

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18 November 2021, 16:22