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येरुसालेम के लैटिन पैट्रियार्क, महाधर्माध्यक्ष पियरबतिस्ता पिज्जाबाल्ला येरुसालेम के लैटिन पैट्रियार्क, महाधर्माध्यक्ष पियरबतिस्ता पिज्जाबाल्ला 

साइप्रस में पोप मध्य पूर्व की त्रासदियों को देखेंगे, पिज्जाबाल्ला

येरूसलेम के लैटिन पैट्रिआर्क ने विश्वासियों, पुरोहितों, धर्मसंघियों और धर्मबहनों को दिसंबर में होने वाली संत पापा फ्राँसिस की यात्रा हेतु उन्हें तैयार करने के लिए एक पत्र लिखा। संत पापा की द्वीप यात्रा के अवसर पर संत बारनाबास की मध्यस्ता से प्रार्थना तैयार किया गया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन न्यूज

बगदाद, सोमवार 8 नवम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : "संत पापा की इस प्रेरितिक यात्रा से हम खुश और सम्मानित हैं। यह तीर्थयात्रा और मुलाकात दोनों के लिए है। गैर-यहूदियों के प्रेरित एवं साइप्रस की कलीसिया के पिता संत पौलुस के साथ, प्रेरित बारनाबास के नक्शेकदम पर तीर्थयात्रा।" उक्त बात येरुसालेम के लैटिन पैट्रियार्क, महाधर्माध्यक्ष पियरबतिस्ता पिज्जाबल्ला ने पत्र में संत पापा फ्राँसिस की साइप्रस की आगामी प्रेरितिक यात्रा के बारे में लिखा, जो 2 से 4 दिसंबर तक निर्धारित है। महाधर्माध्यक्ष पिज्जाबल्ला संत पापा की प्रेरितिक यात्रा को "मध्य पूर्व की वास्तविकता के साथ मुलाकात के रूप में परिभाषित करते हैं जो युद्ध, गरीबी, सत्ता संघर्ष और भूमध्यसागरीय और साइप्रस में भी धार्मिक संप्रदायवाद से भागने वाले परिवारों की त्रासदी को एक साथ लाता है।"

साइप्रस आज

पत्र में, महाधर्माध्यक्ष पिज़्ज़ाबल्ला ने सभी को व्यक्तिगत रूप से या पल्लियों में, धार्मिक समुदायों में यात्रा की आयोजन समिति द्वारा तैयार की गई प्रार्थना का पाठ करने के लिए आमंत्रित किया ताकि संत पापा की यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हो सके। सभी को "प्रभु से प्रेम करने और उसकी सेवा करने के लिए आनंद के साथ आगे बढ़ने की शक्ति," "मसीह के नाम का प्रचार करने" और विश्वास में एक दूसरे को सांत्वना देने की शक्ति मिले। महाधर्माध्यक्ष आगे लिखते हैं कि "साइप्रस, एक तरफ तो अपने आप में धन और वैभव से सम्पन्न है लेकिन पूरे मध्य पूर्व का विरोधाभास और त्रासदी भी शामिल हैं। दूसरी ओर, यह पश्चिमी दुनिया के लिए एक खिड़की है, जिनके साथ इसने हमेशा जीवंत संबंध बनाए रखा है। "महाधर्माध्यक्ष पिज्जाबल्ला द्वीप को "एक पुल के रूप में परिभाषित करते हैं जिसमें पूर्वी और पश्चिमी संस्कृतियां मिलती हैं जो द्वीप को और भी सुन्दर बनाती है। महाधर्माध्यक्ष ने उन घावों को भी याद किया, जो इतिहास ने दिया हैं।" क्रूस द्वारा चिह्नित एक इतिहास, जो "शायद अधिक तीव्र और दर्दनाक तरीके से" मध्य पूर्व के बाकी हिस्सों में भी है: "राजनीतिक और क्षेत्रीय विभाजन, जो धार्मिक विभाजन भी बन जाता है; दर्दनाक पलायन, आर्थिक और सामाजिक संकट।”

साइप्रस में संत पापा फ्राँसिस की प्रतिबद्धताएं

महाधर्माध्यक्ष पिज़ाबल्ला ने निर्दिष्ट किया कि संत पापा फ्राँसिस महाधर्माध्यक्ष क्रिसोस्टोमोस और ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के विश्वासियों से मिलेंगे, वहे द्वीप पर काम करने वाले धर्मसमाजियों और पुरोहितों की बातें सुनेंगे; वे स्टेडियम में सभी काथलिकों के साथ पवित्र मिस्सा समारोह का अनुष्ठान करेंगे और प्रवासियों और शरणार्थियों की वास्तविकताओं से मुलाकात करेंगे। "संक्षेप में, संत पापा एक बार फिर दुनिया के इस हिस्से की वास्तविकता को छूना चाहते हैं, जो शांति पाने और अपनी समस्याओं का समाधान खोजने में असमर्थ लगता है," महाधर्माध्यक्ष ने टिप्पणी की। "संत पापा कई ऐसे लोगों से भी मिलेंगे जो कलीसिया के जीवन में और गरीबों में ईश्वर की छवि को संरक्षित और सुरक्षित करने की अपनी प्रतिबद्धता के साथ ईश्वर के राज्य का निर्माण करते हैं"

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08 November 2021, 14:51