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लूर्द में फ्राँस के धर्माध्यक्षों की  महासभा लूर्द में फ्राँस के धर्माध्यक्षों की महासभा 

फ्रांस कलीसिया दुर्व्यवहार में संस्थागत जिम्मेदारी को दी मान्यता

लूर्द में 2-7 नवंबर तक अपनी महासभा के लिए एकत्रित हुए, फ्रांसीसी धर्माध्यक्षों ने यौन शोषण के मामलों और उनकी प्रणालीगत प्रकृति में "कलीसिया की संस्थागत जिम्मेदारी" को आधिकारिक रूप से मान्यता देने का निर्णय लिया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

लूर्द, शनिवार 6 नवम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : फ्रांसीसी धर्माध्यक्षों ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है कि काथलिक कलीसिया उन हजारों बाल शोषण मामलों के लिए एक "संस्थागत जिम्मेदारी" वहन करता है जो हाल की एक रिपोर्ट में सामने आए हैं।

 कलीसिया में यौन शोषण पर स्वतंत्र आयोग (सीआईएएसई) द्वारा अक्टूबर की शुरुआत में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट से पता चला है कि 1950 से 2020 तक सत्तर वर्षों की अवधि में फ्रांस में रहने वाले कम से कम 216,000 लोग पुरोहितों और धर्मसंघियों द्वारा यौन शोषण का शिकार हुए हैं।

दुरुपयोग की प्रणालीगत प्रकृति

शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीईएफ) के अध्यक्ष, महाधर्माध्यक्ष एरिक डी मौलिन्स-ब्यूफोर्ट ने कहा कि धर्माध्यक्ष निष्कर्षों से "परेशान और अभिभूत" हैं और फ्रांस में कलीसिया में दुरुपयोग की "प्रणालीगत प्रकृति" को मान्यता देने हेतु सहमत हुए हैं। । वे स्वीकार करते हैं कि ये अपराध केवल अलग-थलग व्यक्तियों द्वारा ही नहीं किए गए थे, बल्कि "एक सामान्य संदर्भ, एक मानसिकता और कलीसिया के भीतर प्रथाओं की एक श्रृंखला द्वारा संभव किए गए थे, जिसने इन घटनाओं को होने दिया, बल्कि फिर से होने की अनुमति दी, उन्हें रिपोर्ट किए जाने से रोका।"

क्षतिपूर्ति का दायित्व  

महाधर्माधअयक्ष डी मौलिन्स-ब्यूफोर्ट ने कहा कि इस मान्यता का अर्थ है "न्याय और क्षतिपूर्ति का दायित्व।" उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि एक ऐसे मार्ग में प्रवेश करने के लिए यह कदम आवश्यक है जो आज हमें सच्चाई में क्षमा मांगने की अनुमति देता है।" इसके अलावा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सचिव फादर ह्यूग्स डी वोइलमोंट कहा कि धर्माध्यक्ष इस मामले पर सभी लोगों से मिलने और सुनने के लिए तैयार हैं।

सीआईएएसई रिपोर्ट की 45 सिफारिशें

अब धर्माध्यक्ष सीआईएएसई रिपोर्ट की 45 सिफारिशों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो अन्य बातों के अलावा, मजबूत आंतरिक नियंत्रण तंत्र, धर्माध्यक्ष की एक स्पष्ट भूमिका की मांग करते हैं  ताकि मामलों की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके और कलीसिया के संचालन में आम लोगों की भागीदारी को बढ़ाया जा सके।

इस साल मार्च में, सीईएफ ने धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, विश्वासियों और योगदान करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति से दान के लिए एक विशेष मुआवजा कोष स्थापित किया। इसने पीड़ितों और बचे लोगों के लिए एक हेल्पलाइन भी बनाई है।

पीड़ितों के लिए पापस्वीकार संस्कार

शनिवार को स्थानीय समय सुबह 10:45 बजे, धर्माध्यक्षों ने नोट्रे-डेम-डु-रोसायर महागिरजाघर के प्रांगण में पीड़ितों के लिए एक पश्चाताप धर्मविधि का आयोजन किया।

इस सप्ताह की शुरुआत में सभा के उद्घाटन के अवसर पर, संत पापा फ्राँसिस ने धर्माध्यक्षों को एक पत्र भेजा जिसमें उन्हें "विश्वास और आशा के साथ बोझ" उठाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।  संत पापा ने कहा कि वे भी उनके साथ इस बोझ को उठाते हैं।

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06 November 2021, 15:50