फ्रांस में यौन दुर्व्यवहार पर धर्माध्यक्षों की आमसभा शुरु
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
लूर्द, बुधवार 3 नवम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : फ्रांस के धर्माध्यक्षों ने काथलिक कलीसिया में दुर्व्यवहार के मुद्दे को अपनी आम सभा में लिया है। उनकी आम सभा एक दिन पहले, लूर्द के तीर्थालय में मंगलवार को शुरू हुई। इस पहले दिन को कलीसिया में यौन शोषण पर सॉव रिपोर्ट को विस्तार से संबोधित करने के लिए जोड़ा गया था।
दोपहर की शुरुआत में, फ्रांस के कलीसिया में पीडोफिलिया के खिलाफ लड़ाई के लिए बने दल के अध्यक्ष एवं वरसालिस के धर्माध्यक्ष ल्यूक क्रेपी और फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रवक्ता फादर ह्यूग्स डी वोइलमोंट ने कई पत्रकारों की मौजूदगी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
सम्मेलन के प्रवक्ता फादर डी वोइलमोंट ने इस सम्मेलन के परिचय देते हुए बताया कि धर्माध्यक्षों ने कलीसिया में हुए यौन शोषण पर स्वतंत्र आयोग के रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हैं साथ ही इससे लड़ने के लिए दृढ़ संकल्प हैं। धर्माध्यक्ष जानते हैं कि यह "पीड़ितों के लिए सबसे पहले काम करने" और "कलीसिया के लिए एक सुरक्षित स्थान होने के लिए भी" का सवाल है। फादर डी वोइलमोंट के अनुसार, फ्रांसीसी धर्माध्यक्षों ने यह भी महसूस किया कि इस संबंध ने कई विश्वासियों के बीच विस्मय का कारण बना और उनमें से कुछ के साथ-साथ समाज में एक "बड़ी उम्मीद" पैदा हुई है।
फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष एरिक डी मौलिन्स-ब्यूफोर्ट द्वारा आम सभा के उद्घाटन भाषण के शब्दों को लेते हुए, धर्माध्यक्ष ल्यूक क्रेपी ने कहा कि "सौवे आयोग की रिपोर्ट पढ़ने के बाद हरएक धर्माध्यक्ष ने अपने मन और हृदय में शर्म सहसूस किया।
एक पीड़ित: हमारी बात सुनी गई
एक "बहुत ही विशेष और गंभीर" सभा का आह्वान करते हुए, वर्साय के धर्माध्यक्ष ने कई फ्रांसीसी काथलिकों द्वारा अपेक्षित "ठोस और मजबूत" उपायों की भी बात की। धर्माध्यक्ष क्रेपी के लिए, यह आम सभा "पहले धर्माध्यक्षों के बीच, फिर धर्माध्यक्षों और पीड़ितों के बीच और अंत में धर्माध्यक्षों और कई लोगों के बीच का काम" है। इस सप्ताह के अंत में लूर्द में लोक धर्मी और धर्माध्यक्ष एक साथ चर्चा करने और कार्य करने के लिए मिलेंगे। यह मुद्दा "हर किसी का है।" वरसालिस के धर्माध्यक्ष ने कहा।
पीड़ितों से शुरू
फादर डी वोइलमोंट ने कहा कि सुबह के सत्र के दौरान, कुछ धर्माध्यक्षों ने सॉव आयोग द्वारा रिपोर्ट किए गए पीड़ितों की गवाही को पढ़ा। "इस सभा का मुख्य उद्देश्य पीड़ितों के साथ शुरुआत करना है," कई पीड़ितों को इस मंगलवार दोपहर को धर्माध्यक्षों के साथ आदान-प्रदान के क्षण में सुना गया। धर्माध्यक्ष क्रेपी ने प्रेस के साथ बैठक के दौरान यह भी पुष्टि की कि धर्माध्यक्ष पीड़ितों के मुआवजे के मुद्दे को संबोधित करेंगे, यह रेखांकित करते हुए कि "कोई वर्जित विषय नहीं है"। पीड़ितों को कितना मुआवजा दिया जाना चाहिए, यह निर्धारित करने के लिए एक स्वतंत्र संगठन के अस्तित्व की भी पुष्टि की गई थी।
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