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कहानी

येसु की तरह गरीबों के साथ रहना: फादर जूलियो का उदाहरण

गरीबों के साथ रहना, जैसा कि मसीह सिखाते हैं, फादर जूलियो लैंसलोटी पिछले साल संत पापा फ्राँसिस के साथ फोन द्वारा हुई बातचीत से यही याद करते हैं। यह एक मिशन है जो पुरोहित की दिनचर्या में परिलक्षित होता है जो हर दिन अपने दिल में और ब्राजील के संत पावलो स्थित "संत मार्टिन सेंटर" में सैकड़ों लोगों का स्वागत करते हैं, जो लैटिन अमेरिकी देश के सबसे बड़े शहर की सड़कों पर रहते हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

संत पावलो, ब्राजील, बुधवार 13 अक्टूबर 2021 (वाटिकन न्यूज) : "हम उन लोगों के साथ रहते हैं जो संत पावलो की सड़कों पर सोते हैं। आज 30,000 से अधिक बेघर लोग हैं: महिलाओं और बच्चों की संख्या बढ़ रही है। यह एक स्थिति है, जैसा कि संत पापा फ्राँसिस इसे 'फेंकने' की संस्कृति कहते हैं, 'आबादी के प्रति मानसिकता और विशेष रूप से गरीबों के लिए, जिनका अंतिम स्थान गली है और जो अंत में शहर की गलियों में अपना जीवन बिताते हैं।

इन शब्दों के साथ, फादर जूलियो लैंसलोटी ब्राजील के सबसे बड़े शहर में सामाजिक अराजकता के अनुभव को साझा करते हैं, जहां वे लोगों की भूख मिटाने के लिए काम करते है। गलियों में रहने वालों के प्रेरितिक देखभाल के समन्वयक, 72 वर्षीय फादर जूलियो का मिशन "बाहर नकलने वाली कलीसिया" को देखना है, जैसा कि संत पापा ने अनुरोध किया था।

संत पावलो की गलियों में गरीबों के निकट संपर्क में फादर जूलियो
संत पावलो की गलियों में गरीबों के निकट संपर्क में फादर जूलियो

फादर जूलियो का दिनचर्या

एक सफेद लैब कोट और गरीबों के संत डल्स का एप्रिन पहने हुए, जिनके वे एक भक्त हैं, फादर जूलियो कहते हैं कि संत पावलो में सबसे गरीब से गरीब लोगों के लिए उनका मिशन बचपन से ही शुरू हुआ था।

उनके पिता समाज सेवा केंद्र में नाबालिगों के लिए काम किया करते थे। उस समय जूलियो अन्य बच्चों के साथ खेलते थे। फादर जूलियो ने कहा, "मैं हमेशा उनके साथ रहता था और मैं हमेशा गरीबों के प्रति अधिकारियों के दुर्व्यवहार से प्रभावित होता था।"

हर दिन, मूका पड़ोस में, संत माइकेल महादूत को समर्पित पल्ली के सामने, फादर जूलियो भोजन और मास्क से भरी ठेला गाड़ी के साथ बाहर जाते हैं। पहिए खराब हो गए हैं और इसे धक्का देना मुश्किल है। फिर भी फादर जूलियो गिरजाघर से दो ब्लॉक पार "संत मार्टिन सेंटर" में करीब 500 से अधिक बेघर लोगों के बीच नाश्ता बांटते है। कई लोगों के लिए यह दिन का एकमात्र भोजन होता है।

संत पावलो की गलियों में गरीब को खाना देते हुए  फादर जूलियो
संत पावलो की गलियों में गरीब को खाना देते हुए फादर जूलियो

संत मार्टिन में फादर का इंतजार कर रहे लोग फादर के आने पर मिलकर प्रार्थना करते हैं और ईश्वर एव फादर को दिल से धन्यवाद देते हैं। फादर जूलियो हर समय उन लोगों का ख्याल रखते हैं जो उन्हें आशा से भरी आंखों से देखते हैं। अच्छी तरह से खिलाने और सांत्वना देने के बाद फादर जूलियो संत मार्टिन सेंटर से बाहर अपने पल्ली लौट जाते हैं।

 गरीबों के लिए दैनिक सामग्रियाँ

पल्ली में वापस आने के बाद फादर जूलियो गाड़ी से आखिरी बची हुई रोटियाँ वापस रखते हैं। फिर गरीबों के लिए आये विभिन्न सामग्रियों को अलग करते हैं। कुछ उदर और भले लोग गरीबों के लिए भोजन, कपड़े और व्यक्तिगत स्वच्छता उत्पाद पल्ली में छोड़ जाते हैं। इन चीजों को अलग करने के लिए कई हाथ मिलकर काम करते हैं। स्वयंसेवक काम करते हैं ताकि, थोड़े समय में, सब कुछ संत पावलों के गरीबों में वितरित करने के लिए पैकेट तैयार हो जाता है।

एक स्वयंसेवक विक्टर एंजेलो,  शहर में फादर जूलियो की सामाजिक भूमिका पर टिप्पणी करते हैं, "मैंने देखा है कि लोगों को घर मिलता है, दस्तावेज मिलते हैं और वे सड़कों को छोड़ अच्छी जिन्दगी जीते हैं। फादर इनके लिए बहुत कुछ करते हैं, वे इन लोगों की सामाजिक सहायता करते हैं।"

गरीबों और कमजोरों की आवाज बनना

फादर जूलियो के अनुसार, लोगों को सड़क पर फेंकना जारी रखने के बजाय, मुलाकात की संस्कृति को बढ़ावा देना आवश्यक है, जिसे संत पापा ने इतना प्रोत्साहित किया है और ठीक यही कार्य संत पावलो की सेवा गलियों में रहने वालों के प्रेरितिक देखभाल "संत मार्टिन सेंटर" द्वारा की जाती है, जैसा कि संत पापा फ्राँसिस लौदातो सी में गरीबों और कमजोरों का आवाज बनने की शिक्षा देते हैं।फादर जूलियो का उपहार जो भूख मिटाता है और दिल को सुकून देता है

संत पापा का फोन कॉल

फादर जूलियो ने कहा, "गरीबों के साथ रहना, उनके दुःख-सुख में साथ रहना, उनके साथ रोटी बनाना और एक साथ रोटी खाना, उनके जीवन का निर्माण करना।" यही संत पापा फ्राँसिस से प्राप्त सबसे महत्वपूर्ण संकेत था, जब संत पापा ने 10 अक्टूबर 2020 को एक फोन कॉल किया। फोन पाकर खुद फादर बड़े हैरान रह गए। ब्राजील में गरीबों के साथ उनके काम को प्रोत्साहित करने के लिए संत पापा फ्राँसिस ने सीधे उनसे संपर्क किया था।

फादर जूलियो याद करते हैं कि, "संत पापा फ्राँसिस के साथ फोन पर बातें करना, एक बहुत ही भावनात्मक क्षण था, बहुत सुंदर, उत्साह से भरा हुआ। शायद अब जो बदल गया है वह है दृश्यता। क्योंकि गरीब लोगों को पता चल गया कि संत पापा फ्राँसिस उन लोगों के बारे जानना चाहते और करीब रहना चाहते हैं जो चुनौतियों और कठिनाईयों का सामना कर रहे हैं। संत पापा एक महत्वपूर्ण संदेश देना चाहते हैं जब उन्होंने मुझसे कहा, 'गरीबों का ख्याल रखना, उनके साथ रहना।' और उसने मुझसे क्या कहा: 'येसु की तरह गरीबों के साथ रहो।'

फादर जूलियो का मिशन संत पावलो के गरीबों को आवास की गरिमा देना है

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13 अक्तूबर 2021, 15:49