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कनाडा का कामलूप आवासीय विद्यालय कनाडा का कामलूप आवासीय विद्यालय 

कनाडा के धर्माध्यक्षों द्वारा मूल निवासियों से क्षमा याचना

कनाडा काथलिक धर्माध्यक्षों ने अपने वार्षिक सम्मेलन में देश के मूल निवासियों से काथलिक समुदाय द्वारा कनाडा के भारतीय आवासीय विद्यालयों में किये गये दुर्व्यहारों को स्वीकार करते हुए उनसे क्षमा याचना की। वे सुलह और उपचार की प्रक्रिया के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

ओत्तावा, शनिवार 25 सितम्बर 2021 (रेई) : कनाडा के सभी काथलिक धर्माध्यक्ष, इस सप्ताह अपने वार्षिक सम्मेलन के लिए एकत्रित हुए हैं।  इस अवसर का लाभ उठाते हुए, उन्होंने देश के मूल निवासियों के नाम एक वक्तव्य जारी किया। जिसमें उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि वे कनाडा के मूल आवासीय विद्यालयों में अनुभव की गई पीड़ा को स्वीकार करते हैं। इस प्रणाली में कई काथलिक धार्मिक समुदायों और धर्मप्रांतों ने भाग लिया, जिसके कारण मूल निवासियों की भाषाओं, संस्कृति और आध्यात्मिकता का दमन हुआ। वे मूल निवासियों के समृद्ध इतिहास, परंपराओं और ज्ञान का सम्मान करने में विफल रहे। धर्माध्यक्षों ने काथलिक समुदाय के कुछ सदस्यों द्वारा किए गये शारीरिक, मनोवैज्ञानिक, भावनात्मक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और यौन दुर्व्यवहारों को स्वीकार किया। अपने वक्तव्य में धर्माध्यक्षों ने लिखा, “हम दुख के साथ ऐतिहासिक और चल रहे आघात और मूल निवासियों की पीड़ा एवं चुनौतियों को स्वीकार करते हैं जो आज भी जारी हैं। उन काथलिक संस्थाओं के साथ, जो सीधे तौर पर स्कूलों के संचालन में शामिल थीं और जिन्होंने पहले ही अपनी हार्दिक क्षमायाचना की पेशकश की है, हम कनाडा के काथलिक धर्माध्यक्ष, अपना गहरा पश्चाताप व्यक्त करते हैं और स्पष्ट रूप से क्षमा चाहते हैं।”

धर्माध्यक्षों की प्रतिबद्धता

आगे धर्माध्यक्षों ने लिखा कि वे सुलह और उपचार की प्रक्रिया के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। देश भर के धर्मप्रांतों में पहले से चल रही कई प्रेरितिक पहलों के साथ और इस प्रतिबद्धता की एक और मूर्त अभिव्यक्ति के रूप में, वे मूल भागीदारों के साथ स्थानीय रूप से पहचानी गई पहलों का समर्थन करने के लिए देश के प्रत्येक क्षेत्र से धन जमा करने का वचन देते हैं। इसके अलावा, धर्माध्यक्षों ने मूल निवासियों को अपने साथ सुलह के एक नए युग में यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया है। देश भर के प्रत्येक धर्मप्रांत उपचार की पहल को प्राथमिकता देते हैं। जिसके तहत मूल वासियों के अनुभव को सुनना, विशेष रूप से भारतीय आवासीय स्कूल के बचे लोगों के  दुःखद अनुभवों को सुनना। पुरोहितों और धर्मबहनों को मूल निवासियों की संस्कृतियों और आध्यात्मिकता के बारे शिक्षित करना।

 धर्माध्यक्ष खुद दस्तावेज या रिकॉर्ड प्रदान करने के काम को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो अचिह्नित कब्रों में दफन किए गए लोगों के स्मारक बनाने में सहायक होगा।

संत पापा से मुलाकात  करने की योजना

इस सुलह प्रक्रिया में संत पापा फ्राँसिस को शामिल करने के अनुरोधों को सुनने के बाद, आवासीय स्कूल के बचे लोगों, बुजुर्गों/ज्ञान रखने वालों और युवाओं का एक प्रतिनिधिमंडल दिसंबर 2021 में रोम में संत पापा से मुलाकात करेगा। संत पापा फ्राँसिस उनकी बातें सुनेंगे, जिससे कि आने वाले वर्षों में वे रिश्तों को नवीनीकृत करने और आशा के मार्ग पर एक साथ चलने की हमारी सामान्य इच्छा का समर्थन कर सकेंगे। हम इस उपचार यात्रा के हिस्से के रूप में संत पापा द्वारा कनाडा की एक प्रेरितिक यात्रा की संभावना पर परमधर्मपीठ और हमारे मूल वासी भागीदारों के साथ काम करने की प्रतिज्ञा करते हैं।

 

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25 September 2021, 14:14