नाबालिगों की सुरक्षा आयोग का सम्मेलन वर्साव में
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 17 सितम्बर 2021 (वीएनएस)- नाबालिगों की सुरक्षा के लिए आयोजित परमधर्मपीठीय आयोग ने आगामी सम्मेलन के लिए बृहस्पतिवार को एक प्रेस वक्तव्य जारी किया।
सम्मेलन पोलैंड की राजधानी वर्साव में रविवार को शुरू होकर बुधवार तक जारी रहेगा।
सम्मेलन की विषयवस्तु है, "ईश्वर के बेटे-बेटियों की रक्षा में हमारा आम मिशन।"
मध्य और पूर्वी यूरोप के लगभग 20 देशों के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के प्रतिनिधि बाल और युवा सुरक्षा के क्षेत्र में काम करनेवाले सदस्यों के साथ भाग लेंगे।
दुराचार दूर करने का तरीका
प्रेस वक्तव्य के अनुसार, स्थानीय कलीसिया के धर्मगुरू और प्रतिनिधि, इस मुद्दे पर क्षेत्रीय संदर्भ के प्रभाव का मूल्यांकन करते हुए नाबालिगों के यौन शोषण के संकट के प्रति अपनी प्रतिक्रिया की जांच करेंगे।
प्रतिभागी "रोकथाम, हस्तक्षेप" एवं कुछ हिस्सों में पहले से अपनायी गई नीति के संबंध में विशेषज्ञों के अनुभवों को साझा करेंगे।
वर्साव के सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है – नाबालिगों की सुरक्षा में संलग्न कलीसिया के प्रतिनिधियों के नेटवर्क को बढ़ावा देना एवं अनुभवों को साझा करने का प्रोत्साहन देना।
जो लोग सम्मेलन में भाग लेंगे वे सूचनाओं के आदान-प्रदान और संसाधनों को साझा करने हेतु "एक-दूसरे को जानने की द्वंद्वात्मकता में" बेहतर प्रणाली स्थापित करने की कोशिश करेंगे।
पूरे क्षेत्र में कलीसिया के धर्मगुरू
बयान में कहा गया है कि प्रतिभागियों में धर्माध्यक्ष, धार्मिक समुदायों के वरिष्ठ सदस्य और क्षेत्र में काम करनेवाले लोग शामिल होंगे।
वे लातीनी एवं ग्रीक रीति की काथलिक कलीसिया के सदस्य होंगे और पोलैंड, अल्बानिया, क्रोएशिया, स्लोवाकिया, हंगरी, रोमानिया, मोल्दोवा, बुलगारिया, चेक रिपब्लिक, स्लोवाकिया, यूक्रेन, रूसिया, एस्तोनिया, लातविया, लितवानिया, बेलारूस, सेर्विया, मोंतेनेग्रो, उत्तरी मचेदोनिया और कोसोवो से भाग लेंगे।
याजकों द्वारा यौन दुराचार का रिपोर्ट करने का साहस
नाबालिगों के लिए गठित परमधर्मपीठीय आयोग के अध्यक्ष कार्डिनल सीन ओमाल्ले ने कहा कि वर्साव सम्मेलन का उद्देश्य है सबसे कमजोर लोगों की सुरक्षा हेतु स्थानीय काथलिक धर्मगुरूओं की मदद करना।
उन्होंने कहा, "हमारा आयोग वर्साव जा रहा है ताकि केंद्रीय एवं पूर्वी यूरोप की कलीसिया के साथ रह सके, उन्हें सुन सके, उनकी वास्तविकताओं को जान सके तथा बच्चों और कमजोर लोगों की सुरक्षा में आगे बढ़ने में उनकी मदद करें।”
कार्डिनल ने उन लोगों के साहस की भी याद की जिन्हें याजको से यौन दुराचार का सामना करना पड़ा है।
"यह उनके साहस का परिणाम है कि दूसरों को इस दहशत भरे अनुभव से बचाया जा सके। "ऐसा कोई स्थान या लोगों का समूह नहीं है जो इस अपराध और पाप से प्रभावित होने से अछूता हो। इसने दुखद रूप से सभी देशों और सभी संस्कृतियों में गिरजाघर में प्रवेश किया है।"
कार्डिनल ने कलीसिया के नेताओं का आह्वान किया है कि वे "सीखने की यात्रा" को जारी रखें जो जीवनभर चलता रहेगा। "सुरक्षा की संस्कृति में परिवर्तन एक तत्काल प्राथमिकता है।"
पोलैंड के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष स्तानिसलाव गाडेस्की ने खुशी व्यक्त की कि वर्साव पूरे क्षेत्र के लिए सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
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