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बच्चों के साथ संत भिंसेन्ट दी पौल के सदस्य बच्चों के साथ संत भिंसेन्ट दी पौल के सदस्य 

ख्रीस्त का साक्ष्य गरीबों के मित्र के रूप में

दुनिया में बहुत अधिक गरीबी के साथ संत भिंसेन्ट दी पौल, संत लुईस दी मरिल्लाक, संत फ्रेडरिक ओजानाम और अन्य संतों ने ख्रीस्त का साक्ष्य गरीबों के मित्र के रूप में दिया है जो ख्रीस्तियों को स्मरण दिलाता है कि बदलाव लाना संभव है, ऐसे समय में भी जब लगे कि यह सागर में एक बूंद के समान है। उक्त बात अर्माघ के महाधर्माध्यक्ष यामोन मार्डिन ने 27 सितम्बर को संत भिंसेंट दी पौल का पर्व मनाते हुए ख्रीस्तयाग के दौरान कही।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

आयरलैंड, मंगलवार, 28 सितम्बर 2021 (वीएनएस)- संत भिंसेंट दी पौल धर्मसंघ के सदस्यों के लिए अर्पित ख्रीस्तयाग में आयरिश महाधर्माध्यक्ष ने याद किया कि गरीबों की पुकार सुनना जैसा कि येसु ने किया, उनके शिष्य के मिशन का केंद्रविन्दु है। येसु के समान हम ईश्वर को गरीबों में और गरीबों के द्वारा पाते हैं तथा अन्याय की ओर ध्यान खींचते हुए ईश्वर के राज्य के निर्माण के लिए कार्य करते हैं। यही संत भिंसेंट दी पौल धर्मसमाज के सदस्य करते हैं। धर्माध्यक्ष ने सदस्यों से कहा, "आप न केवल गरीबी के बारे बात करें बल्कि उन लोगों की मदद करने हेतु ठोस एवं प्रेम पूर्ण कदम उठायें जो कठिनाई में हैं तथा उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने में मदद दें।"    

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि संत भिंसेंट दी पौल धर्मसमाज सामाजिक न्याय के मामले में एक महत्वपूर्ण आवाज है क्योंकि यह गरीब एवं हाशिये पर जीवनयापन करनेवाले लोगों की ओर ध्यान खींचता है अन्यथा वे भुला दिये अथवा छोड़ दिये जाते। इसे कोविड-19 महामारी के संकट के समय आयरलैंड में संत भिंसेंट दी पौल धर्मसंघ के सदस्यों ने बहुमूल्य कार्यों द्वारा प्रकट किया। "हाल के महीनों में भोजन, कपड़े, ईंधन और स्वास्थ्य देखभाल की मांग बढ़ गयी है जिसने हमें कई नागरिकों, विशेष रूप से उन युवाओं, वयस्कों केलिए, जो "अभी खरीदें भुगतान करें" प्रणाली में फंस गए हैं,  भारहीन ऋण के संकट ने छू लिया है।"  

इस संबंध में महाधर्माध्य मार्टिन ने विभिन्न आय सहायता उपायों की समाप्ति और महामारी के कारण मोबाइल कर्मचारियों के लिए साप्ताहिक भत्तों में कटौती के कारण, उन नतीजों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये कटौती, ऊर्जा और जीवन की लागत में वृद्धि के साथ मिलकर "हमें याद दिलाती है कि नागरिकों के लिए न्यूनतम जीवन स्तर बनाए रखना सरकार का काम है, कलीसिया के उदार दान का नहीं।"

इस पृष्टभूमि पर आयरिश धर्माध्यक्ष ने कहा कि जो लोग खुद को ख्रीस्तीय मानते हैं वे महसूस कर सकें कि उदारता और सहानुभूति का छोटा सा कार्य भी गरीबी के कारण संघर्ष कर रहे लोगों के जीवन में परिवर्तन ला सकता है।

मोनसिन्योर मार्टिन ने अंत में संत भिंसेन्ट दी पौल धर्मसमाज के सदस्यों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान असाधारण कार्य किया है एवं कठिनाई में पड़े लोगों एवं परिवारों को अपने सामीप्य का एहसास दिलाया है। उन्हें आगे आकर मदद मांगने का साहस प्रदान किया है।   

संत भिंसेनट दी पौल धर्मसमाज की स्थापना, फ्राँस में 1833 ई. में धन्य अंतोइने फ्रेडरिक ओजानाम ने की है। आज यह धर्मसमाज दुनिया के 154 देशों में मौजूद है।

 

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28 September 2021, 16:51