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क्वेबेक से कार्डिनल जेराल्ड सिप्रियन लाक्रोएक्स क्वेबेक से कार्डिनल जेराल्ड सिप्रियन लाक्रोएक्स 

कार्डिनल लाक्रोएक्स ˸ यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस मानवता की सभा है

संत पापा फ्रांसिस 12 सितम्बर को बुड्ढापेस्ट में 52वें अंतरराष्ट्रीय यूखरीस्तीय कॉन्ग्रेस का समापन, ख्रीस्तयाग द्वारा करेंगे। कॉन्ग्रेस के बारे बतलाते हुए कनाडा में क्वेबेक के महाधर्माध्य कार्डिनल जेराल्ड सिप्रियन लाक्रोएक्स ने कहा कि सभा लोगों को याद दिलायाएगा कि प्रभु येसु ही जीवन के स्रोत हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

हंगरी, मंगलवार, 7 सितम्बर 2021 (वीएनएस)- बुडढापेस्ट में अंतरराष्ट्रीय यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस कोविड-19 महामारी के कारण एक साल बाद मनाया जा रहा है लेकिन भाग लेनेवालों को पूरे शहर में 20 स्थानों पर फैले कार्यक्रमों के एक रोमांचक कार्यक्रम का आश्वासन दिया गया है।

कॉन्ग्रेस का केंद्रविन्दु बुड्ढापेस्ट स्थित नायकों के प्रांगण में समापन मिस्सा होगा जिसका अनुष्ठान संत पापा फ्राँसिस करेंगे किन्तु अन्य दिनों में भी कॉन्गेस के प्रतिभागी प्रार्थना सभा, प्रवचन, साक्ष्य देने, सेमिनार, मिस्सा और सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि में संलग्न होंगे।  

कॉन्ग्रेस में इराक से कार्डिनल लुईस रफाएल साको और क्वेबेक से कार्डिनल जेराल्ड सिप्रियन लाक्रोएक्स अतिथि वक्ता हैं।

मानवता की सभा

कार्डिनल लाक्रोएक्स ने वाटिकन रेडियो से बातें करते हुए कहा, "एक अंतरराष्ट्रीय यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस एक अत्यन्त महत्वपूर्ण अवसर होता है क्योंकि यह जीवन के हर आयाम को छूता है।"

उन्होंने कहा, "निश्चय ही यह प्रार्थना, चिंतन एवं दूसरे लोगों से मुलाकात करने का एक महत्वपूर्ण समय है। यहाँ पूरे विश्व के लोग होंगे, हम कलीसिया को नये रूप में महसूस करेंगे, जब हम इसे कई भाषाओं और कई संस्कृतियों में मनायेंगे और येसु ख्रीस्त में स्रोत को प्राप्त करेंगे, क्योंकि सारा जीवन उन्हीं से आता है इसलिए यह सभा बहुत महत्वपूर्ण है। हम सभी अपने-अपने क्षेत्रों में, अपने देशों में कलीसिया के जीवन के अनुरूप हैं, लेकिन अन्य ख्रीस्तियों से मिलना, दुनिया भर के विश्वासियों से मुलाकात करना एक खास अनुभव होगा।”  

कार्डिनल ने कहा है कि कॉन्ग्रेस एक मानवता की सभा है, येसु हमें एक साथ लाते हैं और एक परिवार का निर्माण करने में मदद देते हैं, एकता, प्रेम, उदारता में आगे बढ़ाते एवं दूसरों के लिए अपने हृदय को खोलने हेतु प्रेरित करते हैं। हम सभाओं में सुनेंगे किन्तु उन लोगों से भी मुलाकात करेंगे जो अपने देशों से आकर अपने अनुभवों को साझा करेंगे, अनुभवों को साझा करना बहुत महत्वपूर्ण है।

76 कॉन्ग्रेस की याद

कार्डिनल लाक्रोएक्स ने कई यूखरीतीय कॉन्ग्रेसों में भाग लिया है और याद करते हैं कि पहली बार उन्होंने उस समय भाग लिया था जब वे 18 साल के थे। वे याद करते है कि उनके माता-पिता ने 1976 में सपरिवार फिलाडेलफिया के कॉन्ग्रेस में भाग लेने का निश्चिय किया था, जहाँ वे उन दिनों रह रहे थे। "मैं सात बच्चों में सबसे बड़ा था और हम सभी ने फिलाडेलफिया के एक छोटे टेंन्ट में एक सप्ताह बिताया। वह मेरा पहला अनुभव था। हजारों लोगों के साथ प्रार्थना करना, विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेना और विश्वभर के लोगों से मुलाकात करना अत्यन्त उत्साहजनक था।"

कार्डिनल ने कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस में भाग लेते रहने की उम्मीद करते हैं क्योंकि यही वह स्थान है जहाँ हम स्रोत के पास आते हैं, प्रभु के पास हम मानवता एवं कलीसिया के रूप में आते एवं नवीकृत किये जाने की याचना करते हैं। प्रभु हमें शक्ति दे कि हम परेशानियों से भरी दुनिया में जी सकें एवं उम्मीद बनाये रख सकें। "मैं इसलिए आया हूँ क्योंकि मुझे व्यक्तिगत रूप से इसकी आवश्यकता है, लेकिन मैं इस आनंद को दूसरों के साथ साझा करने के लिए भी आया हूँ।"   

शांति और मेल-मिलाप की विषयवस्तु

कॉन्ग्रेस के दौरान कार्डिनल लाक्रोएक्स शांति विषयवस्तु पर वक्तव्य पेश करेंगे। कार्डिनल ने कहा कि यूखरीस्त शांति एवं मेल-मिलाप का एक अपार स्रोत है। उन्होंने कहा कि ईशवचन को बांटने, प्रार्थना एवं यूखरीस्त को साझा करने से मैंने नई शक्ति प्राप्त की, उठने की नई आशा एवं प्रभु की सेवा तथा विश्वासियों एवं मानवता की सहायता करने हेतु मेरे मिशन को जारी रखने की शक्ति प्राप्त की।

संत पापा की यात्रा

संत पापा 52वें अंतरराष्ट्रीय यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस के समापन के लिए बुडढापेस्ट आ रहे हैं। उनकी यात्रा पर टिप्पणी करते हुए संत पापा ने कहा कि संत पापा दुनिया की पीड़ा के प्रति अत्यन्त संवेदनशील हैं, वे जानते है कि आशा की, विश्वास में एकजुट रहने की आवश्यकता है शायद यही कारण है कि उन्होंने यहाँ आने का निश्चय किया। वे इस बात के प्रति भी सचेत हैं कि यह इतिहास में अत्यन्त कठिन समय है और ईश्वर के लोगों को उनके चरवाहे की जरूरत है जो उन्हें आशा प्रदान करेगा, प्रभु की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा और उनके लिए प्रार्थना करेगा कि प्रभु हमारे साथ चलते रहें एवं अपनी आशीष और शक्ति प्रदान करते रहें, उन सभी चुनौतियों का सामना करने का साहस प्रदान करें जिसका सामना हमें अभी ही करना है।  

कार्डिनल ने कहा कि यह सच्चा आशीर्वाद है और कहा कि हंगरी के लोग उत्साही हैं एवं संत पापा का स्वागत करने पर गर्व महसूस कर रहे हैं।

कार्डिनल की आशा है कि वे बुडढापेस्ट से अधिक विश्वास, आशा और आनन्द तथा सेवा करते रहने के उत्साह के साथ कनाडा लौटेंगे। वे यह भी उम्मीद कर रहे हैं कि बुडापेस्ट में यह अनुभव घर लौटने वालों को "हमारे बीच में रहने और प्रभु की जीवित उपस्थिति के आनंद को साझा करने एवं लोगों को यह याद दिलाने में मदद करेगा कि हमारे सभी स्रोत उसी में हैं; वे जीवन के स्रोत हैं।"

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07 सितंबर 2021, 15:32