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राष्ट्पति फॉस्टिन अर्चेब तौडेरा अपने लोगों का अभिवादन करते हुए राष्ट्पति फॉस्टिन अर्चेब तौडेरा अपने लोगों का अभिवादन करते हुए 

क्रिसमस मध्य अफ्रीका में शांति और एकता लाता है, फादर बॉन्डोबो

अफ्रीकी देश में वोट की पूर्व संध्या पर, बांगुइ महाधर्मप्रांत के विकर जनरल ने भयभीत और अनिश्चित भविष्य के बारे में चिंतित आबादी की स्थिति को बताया। संत पापा की यात्रा की स्मृति और इस क्रिसमस के लिए संत पापा फ्राँसिस के शब्द स्थानीय कलीसिया और स्थानीय भाइयों के साथ बातचीत और सहयोग के प्रयास में भी शामिल हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन न्यूज

बांगुइ, शनिवार 26 दिसम्बर,2020 (वाटिकन न्यूज) : यह 29 नवंबर, 2015 था जब संत पापा फ्राँसिस मध्य अफ्रीका की राजधानी बांगुइ में पहुंचे, वहाँ उनहोंने पवित्र दरवाजा खोलते हुए, इसे "दुनिया की आध्यात्मिक राजधानी" घोषित किया। आज वही शहर और पूरा देश राष्ट्रपति चुनावों की पूर्व संध्या पर नाटकीय क्षणों का अनुभव कर रहा है। वर्तमान लोकप्रिय नेता फॉस्टिन अर्चेब तौडेरा संस्थागत संरचना को बदल सकता है। जैसा कि क्षेत्र में स्थित संयुक्त राष्ट्र के सैनिकों द्वारा बताया गया है, एक हफ्ते से विद्रोही सशस्त्र बलों का एक गठबंधन राजनीतिक रुझानों को प्रभावित करने के इरादे से आतंक फैला रहा है। आज, विद्रोहियों द्वारा घोषित तीन दिवसीय एकतरफा युद्धविराम ने सबसे खराब स्थिति से बचाया है, लेकिन स्थिति अस्थिर और चिंताजनक बनी हुई है। "क्रिसमस के दिनों में हमें यह उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए: प्रभु हमें बचाने के लिए आते हैं।" बांगुइ महाधर्मप्रांत के विकर जनरल और माता मरियम के निष्कलंक गर्भाधान महागिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर मथियु बोन्दोबो ने वाटिकन न्यूज को अपने लोगों की पीड़ा ओर वर्तमान परिस्थिति को साझा किया।

ईश्वर पर भरोसा

उन्होंने कहा, ʺहमारी स्थिति बहुत जटिल है: 27 दिसंबर के राष्ट्रपति और विधायी चुनाव, जो हमारे देश की संस्थाओं का नवीनीकरण करते हैं, हिंसा और व्यवसायों के लिए नेतृत्व करने वाले सशस्त्र समूह अपने बल पर सत्ता हथियाने की पूरी कोशिष में हैं। यह आबादी में डर का मुख्य कारण है और शहरों को कई लोग छोड़ चुके हैं। बांगुइ में हमारे भविष्य के बारे में कुल असुरक्षा और भय का माहौल है। क्रिसमस का समय हमारे बीच येसु की उपस्थिति पहले से कहीं ज्यादा हमें ईश्वर के प्रति अपना भरोसा रखने और उनकी सुरक्षा को महसूस कराती है। येसु हमारे लिए और हमारे उद्धार के लिए, हमें अपनी शांति प्रदान करने के लिए आये हैं। हमारे देश के लिए भी मेरी यही कामना है।ʺ

मध्य अफ्रीका की प्रेरितिक यात्रा के अवसर पर संत पापा के शब्दों को याद करते हुए फादर बॉन्डोबो कहते हैं, संत पापा हमारे बहुत करीब हैं, उनके दिल में हमारा देश है, वे हमेशा ऐसा कहते हैं। मुझे उनकी यात्रा का वह क्षण याद है जब बहुत तनाव था, यह एक मुश्किल क्षण था, इतना कि हमने उनके आगमन पर संदेह किया। फिर भी वे आये और  दया का पवित्र द्वार खोले और बांगुइ को दुनिया की आध्यात्मिक राजधानी घोषित किया। हम इसे कभी नहीं भूल पायेंगे, काथलिक कलीसिया और सभी केंद्रीय अफ्रीकियों के दिलों में संत पापा हैं और हम उनका अनुसरण करते हैं। वे इस समय मानवता को साहस देने का जो बातें कहते हैं वह सीधे हमारे पास आता है और मध्य अफ्रीकी धर्माध्यक्षों ने हाल ही में प्रेरितिक पत्र में प्रेरितिक यात्रा के दौरान संत पापा फ्राँसिस के शब्दों को उद्धृत किया था। संत पापा ने सशस्त्र समूहों से कहा कि वे मृत्यु के साधनों का उपयोग न करें, बल्कि प्रेम और दया में शांति कायम करने के लिए बातचीत के तरीकों की तलाश करें।ʺ

क्रिसमस का संकेत

उन्होंने कहा कि इस समय महामारी, अफ्रीका को कुछ हद तक खतरे में डालती है, लेकिन ऐसे युद्ध और भय हैं जो बिल्कुल भयावह हैं। इन सब के बावजूद क्रिसमस हमें अपने बीच येसु की उपस्थिति को विश्वास करते हैं। पिता ईश्वर ने मनुष्य को अपने अनुरुप बनाया है। फिर पाप के आने से, मनुष्य के जीवन में दुख और कठिनाई शुरु हुई। पाप से मुक्त करने के लिए ईश्वर ने अपने बेटे को इस धरती पर भेजा और क्रिसमस इस बात का संकेत है कि ईश्वर अपने लोगों को अंधेरे, बीमारी और पीड़ा में नहीं छोड़ें। ईश्वर हम मनुष्य को गरिमा और जीवन देते हैं, इसलिए आइए, हम अपना दिल खोलें। महामारी और युद्धों के कारण इसे बंद न करें। वास्तव में, इस क्षण हमें ईश्वर से गुहार करना होगा, ‘प्रभु आओ और हमें बचाओ,’ ‘हमारी सहायता के लिए आओ’। ईश्वर हमेशा दीन-हीनों की विनम्र आवाज़ सुनते हैं।"

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26 December 2020, 13:40