माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, बुधवार 20 मई 2020 (वाटिकन न्यूज) : रोम में जेसुइट क्यूरिया ने बुधवार को सूचित किया कि सोसाइटी ऑफ जीसस के पूर्व सुपीरियर जनरल, फादर अडोल्फ़ो निकोलस एस.जे. का कई वर्षों तक बीमार रहने के बाद 20 मई को जापान के टोक्यो में उनका निधन हो गया। वे 84 वर्ष के थे।
वर्तमान सुपीरियर जनरल,फादर अर्टुरो सोसा, एस.जे. ने अपने येसुसमाजी भाईयों को एक संदेश में कहा, "दु:ख के साथ, लेकिन एक ही समय में कृतज्ञता पूर्वक, मैं आज आपको सूचित करना चाहता हूं कि ईश्वर ने हमारे पूर्व सुपीरियर जनरल फादर अडोल्फो निकोलस को अपने पास बुला लिया है।"
फादर सोसा अपने पूर्ववर्ती को "ईश्वर के लोगों के लिए एक उपहार और... भविष्य के लिए ... येसुसमाज में प्रभु की सेवा करने की इच्छा रखने वालों के लिए एक प्रकाश" के रूप में याद करते हैं।
जीवनी
फादर निकोलस का जन्म 29 अप्रैल 1936 को स्पेन के पलेंसिया में हुआ था। उनके पिता अडोल्फो निकोलस रिको और माता मोडेस्टा पचोन थीं। उन्होंने अपना अधिकांश बचपन बार्सिलोना में बिताया और भाइयों की एक मंडली के सदस्य के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के बारे में विचार किया।
अपने भाई द्वारा जेसुइट्स के संपर्क में आने के बाद, उन्होंने 14 सितंबर 1953 को सोसाइटी ऑफ जीसस में प्रवेश किया और 17 मार्च 1967 को उनका पुरोहिताभिषेक हुआ। दर्शनशास्त्र अध्ययन के दौरान, उसने तत्कालीन सुपीरियर जनरल, फादर जानसेंस के आमंत्रण का जवाब दिया था। सुपीरियर जनरल ने विदेश में मिशनों के लिए जेसुइटों को आमंत्रित किया था। फादर अडोल्फ़ो को जापान मिशन पर भेजा गया।
दर्शनशास्त्र की पढ़ाई समाप्त करने के बाद, फादर अडोल्फ़ो जापान गए, जहां उन्होंने अपना रीजेंसी किया और धर्मशास्त्र के अध्ययन को पूरा किया। इसके बाद उन्होंने रोम में पोंटिफिकल ग्रेगोरियन यूनिवर्सिटी में थियोलॉजी में मास्टर डिग्री पूरी की।
उन्होंने विभिन्न स्थानों में अपनी सेवा दी। वे सिस्टेमैटिक थियोलॉजी के प्रोफेसर थे, जेसुइट स्कोलास्टिकों के रेक्टर और जापान के प्रांतीय सुपीरियर थे। दस साल तक वे फिलीपींस में रहे। वहाँ उन्होंने पूर्व एशियाई पास्टोरल संस्थान (इएपीआई) के निदेशक के रूप में काम किया और बाद में पूर्वी एशिया और ओशिनिया प्रांतीय सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में सेवा की।
फादर अडोल्फो निकोलस को 19 जनवरी 2008 को 35 वें जनरल धर्मसभा द्वारा येसुसमाजियों का तीसवां श्रेष्ठ जनरल चुना गया। आठ साल बाद, 3 अक्टूबर 2016 को, उन्होंने 36 वें जनरल धर्मसभा में अपने कमजोर स्वास्थ्य के कारण इस्तीफा दिया और वे जापान वापस लौट गये।
फादर निकोलस की प्रार्थना
"फादर अडोल्फ़ो निकोलस को याद करने का सबसे अच्छा तरीका 2011 में अपनी जनरल काउंसिल के साथ आठ दिनों की वापसी के बाद अपने हाथों में लिखी गई एक संक्षिप्त प्रार्थना हो सकती है," फादर सोसा ने कहा। "यह उनके व्यक्ति और उनकी आध्यात्मिकता का उत्कृष्ट संश्लेषण है।"
प्रभु येसु,
आपने हममें क्या कमियाँ देखी जो आपने हमें अपने मिशन में सहयोग करने के लिए, हर चीज के बावजूद, हमें बुलाने का निर्णय लिया?
हम आपको, हमें बुलाने के लिए धन्यवाद देते हैं और हम आपसे विनती करते हैं कि अंत तक हमारे साथ रहने के अपने वादे को आप न भूलें।
अक्सर हम व्यर्थ में सारी रात काम करने की भावना के शिकार बनते हैं, यह भूल जाते हैं कि शायद, आप हमारे साथ हैं।
हम आप से याचना करते हैं, आप हमारे जीवन में और हमारे कामों में, आज, कल, और आने वाले भविष्य में उपस्थित रहें।
आपकी सेवा में समर्पित हमारे जीवन को आप अपने प्रेम से भर दें।
हमारे दिलों से उस स्वार्थ को हटा दे जो सिर्फ "अपने" और "हमारे" बारे सोचता है, जहाँ करुणा और आनंद की कमी है।
हमारे मन और हमारे दिलों को प्रबुद्ध करें और जब चीजें हमारी ईच्छा के अनुसार नहीं होती, तो भी हमें मदद करें कि हम मुस्कुराते रहें।
दिन के अंत में, प्रत्येक दिन, हम आपके साथ अधिक एकजुटता महसूस कर सकें और हमारे चारों ओर अधिक खुशी और अधिक आशा का अनुभव करने और खोजने में सक्षम हो सकें।
हम सच्चे दिल से यह सब याचना करते हैं। हम कमजोर और पापी व्यक्ति हैं, लेकिन हम आपके दोस्त हैं। आमेन।