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नेताओं के साथ मुलाकात करते धर्माध्यक्ष थेओदोर मस्करेनहस नेताओं के साथ मुलाकात करते धर्माध्यक्ष थेओदोर मस्करेनहस 

धर्माध्यक्ष थेओदोर ने धर्मगुरू के बयान के आलोचकों को दिया जवाब

राँची महाधर्मप्रांत के सहायक धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेनहास ने महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो की नई सरकार से उम्मीद वाले बयान को सही बतलाते हुए, भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव को करारा जवाब दिया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

राँची, शुक्रवार, 27 दिसम्बर 2019 (दैनिक जागरण) ˸ राँची महाधर्मप्रांत के सहायक धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेनहास ने महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो की नई सरकार से उम्मीद वाले बयान को सही बतलाते हुए, भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव को करारा जवाब दिया।

रांची महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो ने बुधवार को पत्रकारों से बातें करते हुए कहा था कि पिछली सरकार में हमलोग तनाव में रहते थे। उम्मीद है कि नई सरकार में हमें ज्यादा समर्थन मिलेगा। हम चाहते थे ऐसी सरकार आए जो संविधान के हिसाब से करे शासन, यह लोगों के लिए काम करे। आशा है कि नई सरकार के कामकाज से लोगों में सामाजिक सौहार्द बढ़ेगा और अविश्वास का वातावरण दूर होगा।

उन्होंने कहा था कि पिछली सरकार के शासन काल में मिशन के लोक कल्याण के कामों की गति धीमी पड़ गई थी। खासकर, मिशन द्वारा किए जा रहे शिक्षा के कामों में सरकार की ओर से ज्यादा बाधा आ रही थी। महाधर्माध्यक्ष ने कहा था कि वर्तमान में जैसी उनकी बात हुई है, उस हिसाब से नई सरकार मिशन के शिक्षा के कामों को समर्थन देगी।

महाधर्माध्यक्ष टोप्पो ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि पिछली सरकार में हमलोग प्रतिदिन प्रार्थना करते थे। उन्होंने बताया था कि एक साल पहले एक प्रार्थना बनायी गयी थी, जो हर गिरजाघर में हर समुदाय के लोगों द्वारा प्रतिदिन पढ़ी जाती थी। ये पूछने पर कि क्या सरकार को हटाने के लिए प्रार्थना की जा रही थी, आर्च बिशप ने कहा था कि प्रार्थना में सत्ता परिवर्तन की कोई बात नहीं थी। मगर इसमें हम समाज में प्रेम, शांति और एकता के बारे में प्रार्थना कर रहे थे।

महाधर्माध्यक्ष ने कहा था कि हम केवल यही चाहते थे कि इस सरकार के बाद कोई ऐसी सरकार आए, जो संविधान के अनुसार लोगों के लिए काम करे। उन्होंने भरोसा जताया था कि यह सरकार लोगों के लिए काम करेगी। नई सरकार के शासन में हमलोग खुश रह सकेंगे। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद के दावेदार हेमंत सोरेन ने बिशप हाउस जाकर आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो से मुलाकात की थी।

महाधर्माध्यक्ष ने जो कहा, वह जनता के मन की बात, फादर डेविड

महाधर्मप्रांत के पीआरओ फादर डेविड आनंद ने महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो के कथित विवादास्पद बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि महाधर्माध्यक्ष ने जो कहा, वह जनता के मन की बात थी। जनता अपने आप में पिछली सरकार से दिक्कत महसूस कर रही थी। बिशप ने जो कहा, वह जनादेश की बात है। इसे राजनीतिक रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता द्वारा महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स के बयान की आलोचना

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो के उस बयान की निंदा की थी, जिसमें उन्होंने सरकार के परिवर्तन को क्रिसमस गिफ्ट बताया था। प्रतुल ने कहा कि धर्मगुरुओं को ऐसे राजनीतिक बयान देने से परहेज करना चाहिए। भारत का संविधान किसी भी व्यक्ति को कानून के दायरे में अपने धर्म का प्रचार करने की इजाजत देता है। लेकिन, धर्म के नाम पर राजनीति करने की कतई इजाजत नहीं देता है।

राजनीति की कोई बात नहीं, धर्माध्यक्ष थेओदोर

राँची महाधर्मप्रांत के सहायक धर्माध्यक्ष थेओदोर मस्करेनहस ने महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स की बातों को सही ठहराते हुए कहा कि उन्होंने दुर्भावना में कोई बात नहीं कही। जनता की भावना को ही बोला है। झारखंड के लोगों ने नई सरकार चुनकर क्रिसमस का गिफ्ट दिया है। भारी मत देकर लोगों ने स्थायी सरकार बनायी है और यंग मुख्यमंत्री को चुना है। ऐसा मुख्यमंत्री जिसने गरीबी और गरीबों का दर्द देखा है। ये आम लोगों के मन की बात है और महाधर्माध्यक्ष ने उसी बात को कहा। उन्होंने राजनीति की कोई बात नहीं की, फिर भी कुछ पार्टी के लोग धर्मगुरू पर बयान दे रहे हैं। सभी दलों को धर्म गुरूओं पर बयान देना बंद करना चाहिए। जो दल हमारी आलोचना करते हैं। उनके बारे में लोग जानते हैं कि उन्होंने धर्म का कितना दुरूपयोग किया है। धर्म के नाम पर कैसे लोगों को बांटा है और एक समुदाय का दूसरे समुदाय के खिलाफ कैसे इस्तेमाल किया है।

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27 December 2019, 17:06