लेयोन के लिए नये प्रेरितिक प्रशासक की नियुक्ति
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
उनकी नियुक्ति, लेयोन के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल फिलीप बारबारिन के प्रेरितिक कार्यों से अवकाश लेने के कारण की गयी है। कार्डिनल फिलीप बारबारिन 2014 और 2015 के बीच महाधर्मप्रांत के एक पुरोहित द्वारा बाल यौन दुराचार के आरोप का जवाब नहीं दे पाने के कारण अदालत के अंतिम निर्णय का इंतजार कर रहे हैं।
वाटिकन प्रेस कार्यालय के अद अंतरिम निदेशक अलेसांद्रो जिसोत्ती ने वाटिकन न्यूज को बतलाया कि संत पापा द्वारा नियुक्ति "महाधर्मप्रांत के विकर जेनेरल फादर वायुस बावमगारटेन द्वारा उन्हें अस्थायी रूप से काम में लगाने के बाद, अब वैधानिक रूप से लेयोन महाधर्मप्रांत के प्रशासन का भार धर्माध्यक्ष माईकेल दुबोस्त को सौंपा गया है।
जिसोत्ती ने याद दिलाया कि 19 मार्च को संत पापा ने कार्डिनल बारबारिन का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया था जो अपनी अपील के अंतिम परिणाम तक, कुछ समय के लिए अपनी जिम्मेदारी से अवकाश लेना चाहते थे।
जिसोत्ती ने स्पष्ट किया है कि धर्माध्यक्ष दुबोस्त की नियुक्ति का अर्थ कार्डिनल बारबारिन का पदत्याग नहीं है। धर्माध्यक्षों के प्रेरितिक मिशन के लिए गठित परिषद के प्रावधानों के अनुसार धर्माध्यक्ष दुबोस्त प्रेरितिक प्रशासक के अधिकार में पूर्ण, स्वतंत्र एवं शांतिपूर्वक सहयोग करने के लिए बुलाये गये हैं।
मार्च महीने में लेयोन की एक अदालत ने कार्डिनल बारबारिन पर, फादर बेर्नार्ड प्रेर्ना पर लगे बाल यौन दुराचार के आरोप का रिपोर्ट नहीं देने का दोषी पाया था तथा कार्डिनल को छह महीने की निलंबित जेल की सजा दी थी।
कार्डिनल बारबारिन ने एक बयान में कहा था कि "मैंने कभी छिपाने की कोशिश नहीं की, ये भयानक सच्चाई खुद ही ढंकी हुई थी।" कार्डिनल के वकील ने हमेशा सजा के खिलाफ अपील की है।
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