संत पापा फ्राँसिस के साथ झान के धर्माध्यक्ष संत पापा फ्राँसिस के साथ झान के धर्माध्यक्ष  

झारखंड की कलीसिया के प्रति संत पापा का स्नेह एवं उनका आशीर्वाद

"हम आप लोगों के साथ हैं, आप लोगों लिए प्रार्थना करते हैं और आप लोगों को आशीर्वाद देते हैं।" उक्त बात संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 13 सितम्बर को झान के धर्माध्यक्षों से वाटिकन में मुलाकात करते हुए कही।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 14 सितम्बर 2019 (वाटिकन रेडियो हिन्दी)˸संत पापा फ्रांसिस ने शुक्रवार को भारत के 48 धर्माध्यक्षों से मुलाकात की, जिन्होंने 5 -13 सितम्बर तक होने वाली "अद लीमिना मुलाकात" में भाग लिया। मुलाकात में संत पापा ने तैयार भाषण को छोड़ धर्माध्यक्षों के साथ अनौपचारिक रूप से वार्तालाप करना चाहा।

संत पापा एवं धर्माध्यक्षों के बीच बातचीत

अद लीमिना मुलाकात में भाग लेने रोम आये राँची के सहायक धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेनहास ने वाटिकन रेडियो को बतलाया कि संत पापा फ्रांसिस ने भाई-भाई की तरह आपस में बात करने की इच्छा जाहिर की तथा अपने तैयार भाषण को किनारे रखकर, सीधे अपने दिल की बात कही और धर्माध्यक्षों ने भी उनके सामने दिल खोल कर बातें कीं।

संत पापा को उपहार भेंट करते राँची के सहायक धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेनहास
संत पापा को उपहार भेंट करते राँची के सहायक धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेनहास

धर्माध्यक्ष थेओदोर ने कहा, "संत पापा और धर्माध्यक्षों ने दिल खोलकर सारी कठिनाइयों को एक-दूसरे को बतलाया, विशेषकर, हमने जो झारखंड के धर्माध्यक्ष थे, हमने उन्हें बतलाया कि हम उन्हें प्यार करते हैं और उनके लिए प्रार्थना करते हैं।" उन्होंने बतलाया कि इस दौरान संत पापा धर्माध्यक्षों से बार-बार अपने लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया। धर्माध्यक्षों ने जब बतलाया कि आज कल झारखंड में विश्वास को जीना बहुत मुश्किल हो गया है तब संत पापा ने कहा कि यह बात उन्हें मालूम है और कहा, "हम आपलोगों के साथ हैं आप लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं और आप लोगों को आशीर्वाद देते हैं।"

पीडितों के प्रति संत पापा की सहानुभूति

मदर तेरेसा की धर्मबहन जिनपर बच्चे की बिक्री का गलत आरोप लगाकर, उन्हें एक साल से ज्यादा समय तक जेल में रखा गया है उनके बारे बलताने पर, संत पापा ने धर्माध्यक्षों से कहा, "उनको बतला दीजिए कि संत पापा उनके साथ हैं।" मुलाकात के अंत में संत पापा ने पूछा कि कितने पुरोहित, धर्मबहनें और प्रचारक, धर्म के वास्ते या बिना गलती जेल में हैं? उनके लिए उन्होंने एक-एक रोजरी और अपना आशीर्वाद भेज दिया।धर्माध्यक्ष थेओदोर ने कहा, "मैं समझता हूँ कि ये छोटी-छोटी चीजें हैं किन्तु प्यार के इन छोटे-छोटे चिन्हों द्वारा संत पापा हमारे बहुत नजदीक आ गये हैं।"

सवाल- अद लीमिना विजिट के बाद आपलोग क्या सोच लेकर वापस जा रहे हैं?

राँची के सहायक धर्माध्यक्ष ने कहा, "हमारे इस अद लीमिना विजिट में कई बातें सामने आयीं और संत पापा ने साफ-साफ कहा कि जहाँ दुःख होता है, अत्याचार होता है, वहाँ विश्वास भी बढ़ता है इसलिए नहीं डरें, बल्कि आगे बढ़ें।" संत पापा ने धर्माध्यक्षों को तीन बातें कहीं, पहला, अपने प्रभु के पास रहना और प्रभु को पास रखना, दूसरा, पुरोहितों, धर्मबहनों एवं धर्मसमाजियों के साथ रहना और उनको साथ रखना एवं तीसरा, अपने लोगों को साथ रखना और उनके साथ चलना। ये सारी चीजें रहेंगी तो कलीसिया अच्छी तरह चलेगी।"

झारखंड के युवाओं और परिवारों के लिए संत पापा ने कहा

धर्माध्यक्ष थेओदोर ने कहा कि संत पापा ने और एक अच्छी बात कही कि हमारे जो युवा हैं उनको हौसला देना है, उनको आगे बढ़ने के लिए उनका साथ देना है। हमारे जो परिवार हैं, हमारे जो लोग हैं उनकी रक्षा करना। उनको बढ़ने, विश्वास की जिंदगी जीने के लिए सहायता देना।

धर्माध्यक्ष किस तरह कार्य करेंगे?

भारत के धर्माध्यक्ष
भारत के धर्माध्यक्ष

उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार अथवा राजनीति हमारे सामने आ रहे हैं उनसे हमारे धर्म और विश्वास को खतरा तो नहीं है लेकिन मुश्किलताओं का सामना हमें जरूर करना पड़ रहा है। फिर भी, हम इसे कठिनाई के रूप में नहीं बल्कि चुनौती के रूप में देखते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए प्रभु का समय है। यह विश्वास में आगे बढ़ने, प्रभु के करीब आने, उनके सुसमाचार, उनकी दया, उनके प्यार को सभी लोगों के बीच बांटने हेतु हमारे लिए एक बुलाहट है अतः चाहे कुछ भी हो जाए, कोई भी हमारे विरूद्ध हो जाए हम इन कार्यों को साहस धीरज और प्यार से करते रहेंगे।

झारखंड कलीसिया की स्थिति

झारखंड की कलीसिया के बारे बतलाते हुए उन्होंने कहा कि वहाँ की कलीसिया और हमारे आदिवासी लोगों की स्थिति एक साथ चलती है। कोई हमारे लोगों को कुछ भी दुःख देता है तो कलीसिया को भी दुःख पहुँचता है। आज हम जानते हैं कि राजनीतिक नेता बड़ी कम्पनियों के साथ चलते हैं। हमारे लोगों की जमीन और उनका हक खतरे में है। जब कलीसिया हमारे आदिवासी भाई बहनों के पक्ष में आवाज उठाती है तो कुछ लोगों को यह अच्छा नहीं लगता।

सरकार से अपील

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श वाक्य की याद करते हुए कहा कि उन्होंने "सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास" का नारा दिया है किन्तु ऐसा लगता है कि उनके नीचे के अधिकारी उनकी बातों को नहीं सुनते हैं। वे कलीसिया का कड़ा विरोध करते हैं। उन्हें लगता है कि ईसाई झारखंड के भाग नहीं हैं किन्तु हम सब झारखंडी ही हैं। ईसाई मिशनरियों ने जितना विकास, जितनी शिक्षा, जितना स्वास्थ्य सेवा कई सालों तक प्रदान की है, उतनी सरकार भी नहीं कर सकी थी। आज बहुत सारे आरोप कलीसिया पर लगाये जा रहे हैं। धर्माध्यक्ष ने कहा कि यह सही नहीं है। सभी पत्रकारों को कलीसिया के विरूद्ध करना ठीक बात नहीं है। लेकिन हम किसी का विरोध नहीं करते हैं। हमारी यही कामना है कि हम भी कलीसिया के साथ सरकार की योजना में भाग ले सकें औन न सिर्फ आदिवासी, न सिर्फ ईसाई बल्कि सभी लोग, "सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास" पा सकें। उन्होंने कहा, "मेरे ख्याल से झारखंड तभी आगे बढ़ेगा जब यह इसी दिशा में जायेगा।"

हमारे लोग बिल्कुल सरल लोग हैं और हम सरकार से चाहते हैं कि सरकार हमें विकास से बाहर न रखे। उन्होंने बतलाया कि राज्यपाल से मुलाकात करने की अनुमति मांगी गयी थी किन्तु डेढ़ महीना बाद भी उन्हें अपनी समस्याओं को रखने के लिए अवसर नहीं मिला, दूसरी ओर जो लोग हमारा विरूद्ध हैं उन्हें जल्दी-जल्दी मुलाकात करने का अवसर मिल जाता है, इससे लगता है कि वे हमारी सुनना नहीं चाहते हैं।


जेसुइट स्कूल पर हमले पर प्रतिक्रिया

झारखंड के जेस्विट संत जॉन बर्कमन्स इंटर कॉलेज में तोड़-फोड़
झारखंड के जेस्विट संत जॉन बर्कमन्स इंटर कॉलेज में तोड़-फोड़

उन्होंने हमला के शिकार एवं पीड़ित लोगों के प्रति सहानुभूति दिखलाते हुए कहा कि आज उन्हें इसका सामना करना पड़ रहा है किन्तु नहीं जानते कि कल किस पर हमला होगा।

प्रकृति का एक नियम है आज अगर हम किसी उग्र भीड़ को किसी पर हमला करने कह दें, तो कल हो सकता है कि वह भीड़ हमारे पीछे पड़ जायेगी। नफरत फैलने के बाद उसे मुट्ठी में वापस बंदकर नहीं रखा जा सकता, क्योंकि नफरत एक ऐसी चीज है जो जितनी दूर जाती है उतनी ही अधिक नुकसान करती है। सभी लोगों का नुकसान करने के बाद यह हमारा भी नुकसान कर डालती है। राजनीतिक नेता चाहे वह पक्ष का हो अथवा विपक्ष का, जो नफरत फैलाने का काम करता है उसे याद रखना चाहिए कि नफरत फैलाने वाले को नफरत ही खत्म कर देगी।

प्रार्थना करते ख्रीस्तीय भाई बहनें
प्रार्थना करते ख्रीस्तीय भाई बहनें

झारखंड की कलीसिया की आशा

धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेनहास ने कलीसिया के सभी विश्वासियों से कहा, "प्रभु येसु ने कहा है, डरो मत, इसलिए जो प्रभु पर विश्वास रखते हैं वे किसी चीज से नहीं डरते, अतः हमें भी नहीं डरना चाहिए। हम न केवल ईसाई बल्कि यदि पूरे झारखंड के लोग यदि निडर होकर जीयेंगे और बिना डर काम करेंगे, बिना भय एक-दूसरे को प्यार करते रहेंगे, तब डर हम पर हावी नहीं होगा और हम सिर्फ प्यार से आगे बढ़ेंगे।"         

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14 September 2019, 16:00