तुर्की के गजियाटेप शहर के अस्पताल में नर्स तुर्की के गजियाटेप शहर के अस्पताल में नर्स  

जब महिलाएँ भूकंप से अधिक बलवान हुईं

भूकंप से तबाह तुर्की के गाजियांटेप स्थित अस्पताल में नर्सों के एक दल के प्यार और साहस की कहानी सामने आई है जिन्होंने समय से पहले जन्मे बच्चों की रक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में भूकंप के कारण सब कुछ टूटने और चूर चूर होने की तस्वीरों के बीच, कुछ ऐसी तस्वीरें मिली हैं जो इस महाविनाशकारी त्रासदी के घोर अंधकार में एक ज्योति बनकर चमकने की शक्ति के बारे बतलाती हैं। यह तुर्की के गजियाटेप शहर के अस्पताल में नर्सों के एक दल की कहानी है- जब भूकंप के झटके शुरू हुए – तो उन्होंने भागने की कोशिश नहीं की, लेकिन उल्टी दिशा में, गहन देखभाल इकाई में समय से पहले जन्मे बच्चों की ओर दौड़ीं। वहां, भूकंप खत्म होने तक नर्सें नवजात शिशुओं के पास रहीं, इन्क्यूबेटरों को पकड़कर रखा, जो हिंसक रूप से झूल रहे थे, जिससे शिशुओं के गिरने और कुचले जाने का खतरा था।  

शायद जीवन की रक्षा के इस असाधारण कार्य के बारे में हम कुछ भी नहीं जान पाते, अगर यह घटना अस्पताल के निगरानी कैमरों में कैद नहीं हुई होती। नर्सों को नहीं पता था कि भूकंप कितने समय तक चलेगा, यह कितना विनाशकारी होगा। वे नहीं जानती थी कि इस चुनाव के द्वारा वे बच जाएंगी। हालाँकि, वे इस बात को निश्चित रूप से समझती थीं कि यदि उन्होंने कुछ नहीं किया, तो उन नवजात शिशुओं को मृत्यु का खतरा होगा, और उन्होंने उनकी रक्षा करने का चुनाव किया।

अपने परमधर्मपीठ के दस वर्षों के दौरान- और हाल ही में अफ्रीका की अपनी यात्रा के दौरान-पोप फ्राँसिस ने कई बार याद दिलाया  : महिलाएं जीवन देती हैं। नारी जीवन की रक्षा करती है। महिलाएँ शांति के विशाल बांध के समान हैं, सर्वप्रथम इसलिए क्योंकि वे जानती हैं कि युद्ध उस जीवन को नष्ट करता है जिसे उन्होंने उत्पन्न किया है। इन नर्सों ने उसी शक्ति, कोमल और दृढ़ता की गवाही दी, जिसके बारे में संत पापा बोलते हैं, कि यह एक प्राकृतिक शक्ति है जो सत्ता की तलाश नहीं करती बल्कि खुद को एक उपहार के रूप में प्रकट करती है। उस दुखद रात में बचाए गए बच्चे उनके अपने बच्चे नहीं थे। फिर भी उनके साहस और प्रेम के कारण वे 'दूसरी बार जन्म' ले चुके हैं। तालमूड में कहा गया है कि “जो कोई जीवन बचाता है, वह पूरी दुनिया को बचाता है”, उन नर्सों ने पूरी दुनिया को बचाया।  

 

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16 February 2023, 16:46