अल अज़हर के ग्रैण्ड इमाम अहमद अल तायेब सन्त पापा फ्राँसिस के साथ, तस्वीरः 04.10.2021 अल अज़हर के ग्रैण्ड इमाम अहमद अल तायेब सन्त पापा फ्राँसिस के साथ, तस्वीरः 04.10.2021 

मानव बंधुत्व अंतरराष्ट्रीय दिवस पर अल अज़हर के ग्रैण्ड इमाम

मिस्र की राजधानी काहिरा से अल अज़हर के ग्रैण्ड इमाम प्रॉफेसर अहमद अल तायेब ने विश्व के नाम एक विडियो सन्देश जारी कर विभिन्न धर्मों के अनुयायियों के बीच भाईचारे एवं समझदारी का आह्वान किया।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

काहिरा, शुक्रवार, 4 फरवरी 2022 (रेई, वाटिकन रेडियो): मिस्र की राजधानी काहिरा से अल अज़हर के ग्रैण्ड इमाम प्रॉफेसर अहमद अल तायेब ने विश्व के नाम एक विडियो सन्देश जारी कर विभिन्न धर्मों के अनुयायियों के बीच भाईचारे एवं समझदारी का आह्वान किया।  

प्रॉफेसर अल तायेब ने स्मरण दिलाया कि मानव बंधुत्व को समर्पित अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने का अर्थ है एक बेहतर दुनिया की तलाश करना जहां सहिष्णुता, बंधुत्व, एकजुटता और सहयोग की भावना प्रबल हो। उन्होंने कहा, "यह दिवस समकालीन मानवता के संकटों और चुनौतियों, विशेष रूप से, अनाथों, गरीबों, विस्थापितों और पीड़ितों के संकट का सामना करने के लिए प्रभावी उपकरण प्रदान करने की आशा को भी इंगित करता है; जो धन, सत्ता और लाभ उठाने वाले धनी लोगों के कठोर हृदय से पीड़ित हैं।" उन्होंने कहा कि कमज़ोर लोग आधुनिक भौतिकवाद तथा अत्यधिक स्वार्थ, वासनाओं एवं इच्छाओं को संजोनेवाले व्यक्तियों की कठोरता के शिकार बने हुए हैं।   

सन्त पापा फ्राँसिस का अभिवादन

अल अज़हर के ग्रैण्ड इमाम प्रॉफेसर अहमद अल तायेब ने सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के शीर्ष सन्त पापा फ्राँसिस का अभिवादन किया जिन्होंने सदैव निर्धनों एवं कमज़ोर वर्ग के लोगों का पक्ष लिया है। उन्होंने कहा, "सन्त पापा फ्राँसिस भाईचारे और शांति के पथ पर निरंतर साहसी साथी बने रहे हैं, इसलिये आज मानव बंधुत्व को समर्पित अंतरराष्ट्रीय दिवस पर मैं उनके प्रति अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त करना चाहता हूं।" इसी प्रकार आबू धाबी के शेख मुहम्मद बिन ज़ायद की कल्याणकारी योजनाओं की भी उन्होंने सराहना की और कहा कि इस प्रकार की पहलें विश्व को बेहतर बनाने में मददगार सिद्ध होती हैं।

अल अज़हर के ग्रैण्ड इमाम ने स्मरण दिलाया कि भ्रातृत्व या बंधुत्व पर दस्तावेज़ अल अज़हर अश-शरीफ़ तथा वाटिकन दोनों द्वारा इस सामान्य विश्वास पर तैयार किया गया था कि सभी धर्मों के अनुयायियों के बीच परस्पर समझदारी को बढ़ावा दिया जायेगा तथा ग़ैरविश्वासियों को भी अलग नहीं छोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि इस दस्तावेज़ का उद्देश्य गलत निर्णयों और संघर्षों से छुटकारा पाना था जो प्रायः लोगों को रक्तपात और युद्ध की ओर ले जाते हैं।

निजी एजेंडा रखनेवाले नींद से जागें

प्रॉफेसर अहमद अल तायेब ने कहा कि इस वर्ष एक बार फिर मानव बंधुत्व का अंतरराष्ट्रीय दिवस कोरोना महामारी और इसके रूपों के मद्देनजर आया है, जिससे दुनिया अभी तक उबर नहीं पाई है। उन्होंने कहा कि आज, दुनिया भर में मंडरा रहे भय और दहशत के संकेत अभिमानी और निजी एजेंडा रखनेवाले लोगों को उनकी नींद से जगाने तथा ईमानदार नेताओं और संतों के साथ एकजुटता से खड़े होने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं ताकि दुनिया के सभी कोनों में मानव जाति पर पड़े संकटों का सामना किया जा सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ज़िम्मेदार पदों पर स्थित नीति निर्माता तथा समस्त नागर एवं धार्मिक नेता निष्कपटता एवं भाईचारे की भावना में विश्व पर आच्छादित वर्तमान संकट को पार करने की ज़िम्मेदारी वहन करेंगे।   

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

04 February 2022, 12:04