बांग्लादेश के काथलिक धर्माध्यक्ष  बैठक के लिये एकत्र, तस्वीरः अप्रैल 2021 बांग्लादेश के काथलिक धर्माध्यक्ष बैठक के लिये एकत्र, तस्वीरः अप्रैल 2021  

फादर जूलियो बेरूती के निधन पर बांग्लादेश में शोक

बांग्लादेश के लोग इताली काथलिक मिशनरी पुरोहित फादर जूलियो बेरूती के निधन पर शोक मना रहे हैं जिन्होंने लगभग पाँच दशकों तक देश के निर्धन एवं दलित समुदायों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

ढाका, शुक्रवार, 13 अगस्त 2021 (ऊका समाचार): बांग्लादेश के लोग इताली काथलिक मिशनरी पुरोहित फादर जूलियो बेरूती के निधन पर शोक मना रहे हैं जिन्होंने लगभग पाँच दशकों तक देश के निर्धन एवं दलित समुदायों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।  

महामारी से निधन

फादर जूलियो बेरूती लगभग पचास वर्षों तक बांग्लादेश के निर्धनों एवं हाशिये पर जीवन यापन करनेवालों के पक्ष में सेवाएँ अर्पित करते रहे थे। विदेशी मिशन सम्बन्धी परमधर्मपीठीय संस्था के सदस्य फादर बेरूती का निधन एक निजी अस्पताल में, कोविद महामारी के कारण, 11 अगस्त हो गया था। वे 77 वर्ष के थे।

बांग्लादेश को 1971 में पाकिस्तान से स्वतंत्रता मिलने के उपरान्त फादर बेरूती बांग्लादेश पहुँचे थे तथा उत्तरी बांग्लादेश के दिनाज़पुर धर्मप्रान्त में कार्य करते रहे थे।

श्रद्धान्जलि

दिनाज़पुर के धर्माध्यक्ष सेबास्टियन टूडू ने ऊका समाचार से बातचीत में फादर के सराहनीय कार्यों को याद कर उनके प्रति भावभीनी श्रद्धान्जलि अर्पित की। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश के आदिवासियों एवं निर्धनों को कलीसिया द्वारा संचालित अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने, उनका बीमा आदि कराने तथा निर्धनों एवं आदिवासियों के लिये सहकारिता आन्दोलन शुरु करने के लिये फादर जूलियो बेरूती अग्रणी थे। उन्होंने किसानों को कृषि की आधुनिक विधियाँ सीखने में भी मदद प्रदान की थी। 

धर्माध्यक्ष टूडू ने कहा कि फादर बेरूती का निधन दिनाज़पुर धर्मप्रान्त के लिये एक महान क्षति है, जिन्होंने धर्मप्रान्त के स्वास्थ्य एवं कल्याणकारी क्षेत्रों में अर्थपूर्ण योगदान दिया था। उन्होंने कहा कि वे एक महान मिशनरी थे जिन्होंने अपने कार्यों द्वारा ख्रीस्तीय सुसमाचार का साक्ष्य प्रस्तुत किया था।

फादर जूलियो बेरूती

फादर जूलियो बेरूती कई वर्षों से दिनाज़पुर धर्मप्रान्त के कुष्ठ रोगियों की सेवा एवं पुनर्वास में भी संलग्न थे। धर्माध्यक्ष टूडू ने कहा कि वे एक उदारमना व्यक्ति थे जिन्होंने जी-जान से निर्धनों एवं हाशिये पर जीने वालों की सेवा की। 

इटली के मिलान धर्मप्रान्त के अधीन आनेवाले वारेज़े के आरसिसियो में 16 अक्टूबर, 1943 ई. को जूलियो बेरूती का जन्म हुआ था। 27 जून, 1970 ई. को आप पुरोहित अभिषिक्त किये गये थे तथा सन् 1972 ई. से बांग्लादेश में सेवाएँ अर्पित करते रहे थे।

शुक्रवार, 13 अगस्त को दिनाज़पुर के सन्त फ्राँसिस ज़ेवियर महागिरजाघर में फादर जुलियो बेरूती की स्मृति में एक अन्तयेष्टि याग अर्पित किया जा रहा था।    

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13 August 2021, 11:17