महिलाएँ सना विश्वविद्यालय के बाहर चेंड स्क्वयर पर चलती हुईं महिलाएँ सना विश्वविद्यालय के बाहर चेंड स्क्वयर पर चलती हुईं 

यमन ने विद्रोह की 10वीं वर्षगांठ की याद की

यमन ने बुधवार को विद्रोह की 10वीं वर्षगांठ की याद की, जिसने परिवर्तन का आह्वान किया था किन्तु दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संकट बन गया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

यमन, बृहस्पतिवार, 28 जनवरी 21 (वीएनएस)- यमन में वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार, जिसको सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन का समर्थन प्राप्त है और हौथी विद्रोहियों के बीच क्रूर झगड़े होते रहे हैं।

इस समय देश में 16 मिलियन से अधिक लोग भुखमरी एवं कुपोषण का सामना कर रहे हैं। कोरोनावायरस का प्रभाव बहुत गंभीर है जबकि स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है।

यूनिसेफ ने हाल में चेतावनी दी है कि यमन पतन के कगार पर है और शायद बच्चों के लिए दुनिया का सबसे खतरनाक स्थान बन गया है।

चौंका देनेवाले आंकड़े

यूएन द्वारा दिसम्बर में जारी आंकड़े अनुसार यमन में युद्ध के कारण खासकर, भोजन, स्वास्थ्य सेवा और पूर्वावश्यकता के कारण करीब 2,30,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है।

यमनी सरकार और हौथी विद्रोहियों के बीच पिछले सप्ताह के अंत में एक कैदी की अदला-बदली में संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से वार्ता का एक नया दौर शुरू हुआ।

संयुक्त राष्ट्र ने युद्धरत प्रतिद्वंद्वियों को सभी कैदियों, बीमार लोगों और घायल बंदियों की रिहाई एवं मनमाने ढंग से हिरासत में लिए गए लोगों को प्राथमिकता देने का आह्वान किया।

 

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28 January 2021, 14:41