फिलीपींस में संमुद्र तट से कचरा उठानेवाली एक महिला फिलीपींस में संमुद्र तट से कचरा उठानेवाली एक महिला 

फिलीपींस समुद्र तट की सफाई में ख्रीस्तीय एवं मुस्लिम

अंतरधार्मिक दल ने सृष्टि की देखभाल करने का संदेश देकर पारावन द्वीप में "सृष्टि काल" मनाया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

फिलीपींस, शनिवार, 5 सितम्बर 2020 (ऊकान)- फिलीपींस के काथलिकों एवं मुसलमानों ने 3 सितम्बर को पारावन द्वीप के समुद्र तट से कचरे एवं प्लास्टिक उठाकर सृष्टि काल मनाया।

पारावन अपने समृद्ध वन्य जीवन एवं रेतीले समुद्री तटों के कारण फिलीपींस का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।

2017 में प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय यात्रा पत्रिका यात्रा + आराम में, पारावन को विश्व का सबसे सुन्दर द्वीप घोषित किया गया था जिसमें समृद्ध वनस्पति और जीव जन्तु हैं। यह द्वीप अपने भूमिगत नदी एवं गोताखोरी स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है।

सफाई का कार्य, पृथ्वी को पर्यावरणीय क्षरण से बचाने के लिए पोप फ्रांसिस के आह्वान का जवाब देने के पारिस्थितिक प्रयास, सृष्टि काल का जवाब था।

पारावन के धर्माध्यक्ष सोक्रेटस मेसिओना ने एक वक्तव्य में कहा, "यह अंतर-धार्मिक योजना, संत पापा फ्रांसिस के आमघर पृथ्वी की देखभाल हेतु आह्वान के प्रत्युत्तर का छोटा तरीका है।

"आमघर का अर्थ सभी लोग, चाहे वे किसी भी धर्म के क्यों न हों, पृथ्वी सारी मानव जाति का घर है। अतः हम सभी को पृथ्वी की देखभाल करनी चाहिए।"

उन्होंने बतलाया कि योजना का उद्देश्य फिलीपींस के सभी लोगों, काथलिकों और गैर- काथलिक को संदेश देना था कि वे आज के समाज में "फेंकने की संस्कृति" का बहिष्कार करें।

धर्माध्यक्ष ने कहा, "हम चीजों को आसानी से फेंक देते हैं क्योंकि हम बहुत अधिक खरीदते हैं। हम बहुत अधिक उपभोग करते हैं। उपभोक्तावाद एवं कचरा के बीच गहरा संबंध है। हमारे धर्म अलग हो सकते हैं। हमारी आस्थाएँ पृथक हो सकती हैं किन्तु हम एक ही विश्व में जीते हैं। उम्मीद है कि हम सभी पर्यावरण की रक्षा की आध्यात्मिकता को आत्मसात् करेंगे।

मुस्लिम नेता हदजी अर्तुरो स्वीजो ने कहा कि इस्लाम पर्यावरण की रक्षा के कारण पर बहुत ध्यान देता है। उन्होंने कहा, "अल्लाह ने मानव को सृष्टि की देखभाल के लिए बनाया है। प्रकृति हमारा अपना नहीं है। यह अल्लाह के द्वारा हमें सौंपा गया है ताकि हम इसकी देखभाल करें।" "विश्व हरा और सुन्दर है अल्लाह ने आपको (मुलमानों) इसका रक्षक बनाया है। यह मोहम्मद पैगम्बर की शिक्षा है।"

हदजी ने पर्यावरण के लिए मुलमानों एवं ख्रीस्तीयों को एक साथ काम करने का अवसर देने के लिए प्रेरितिक विखारियेट को धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा, "मैं इस अवसर के लिए धर्माध्यक्ष मेसोनिया को धन्यवाद देता हूँ। हम समाचारों में मुसलमानों और ख्रीस्तियों के बीच तनाव की खबरें ही सुनते हैं। हमें उसे बदलना होगा। यहाँ पालावन में ख्रीस्तीय और मुसलमान पर्यावरण के लिए एकजुट हैं। हम यहाँ, देश और दुनिया को दिखा रहे हैं कि ख्रीस्तीय और मुसलमान सामंजस्यपूर्ण शांति में जी सकते हैं।"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

05 September 2020, 14:34