त्रिनिदाद और टोबैगो में चुनाव की तैयारी त्रिनिदाद और टोबैगो में चुनाव की तैयारी 

'आज दुनिया में नस्लवाद के लिए कोई जगह नहीं है'

"नस्लवाद की निंदा" करने के लिए नवीनतम दलील सामाजिक न्याय के काथलिक आयोग पोर्ट ऑफ स्पेन महाधर्मप्रांत से आई है।

माग्रेट सुनीता मिंज- वाटिकन सिटी

त्रिनिदाद और टोबैगो, सोमवार 17 अगस्त 2020 ( वाटिकन न्यूज) : "जातिवाद एक पाप है और इसे सभी रूपों में समाप्त किया जाना चाहिए ... व्यक्तिगत, संस्थागत, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष।" इस प्रकार सामाजिक न्याय के काथलिक आयोग पोर्ट महाधर्मप्रांत (सीसीएसजी) बताती है।

देश की आत्मा को खाता है जातिवाद

सीसीएसजी ने पिछले गुरुवार को एक बयान में अपील जारी की। वे नस्लवाद को एक ऐसा कृमि बताते हैं जो हम प्राणियों और राष्ट्र की आत्मा को अपना भोजन  बनाते हैं।

यह बयान 10 अगस्त को त्रिनिदाद और टोबैगो में आम चुनावों की गहमा-गहमी के बीच आता है। चुनाव से पहले के अभियान में नस्लवादी भावना की विशेषता थी। सीसीएसजी ने कहा कि यह "आम चुनाव से पहले और बाद में सोशल मीडिया पर किए गए सभी हालिया नस्लवादी बयानों का अपमान करता है।" वे यह भी कहते हैं कि वे ब्रिटेन के पत्रकार केहिन्दे एंड्रयूज द्वारा किए गए एक आकलन के अनुसार हैं कि "व्यक्तिगत पूर्वाग्रह पर ध्यान केंद्रित करने" से "असमान, व्यवस्थित नस्लवाद से निपटने, महत्वपूर्ण असमानताओं को छोड़ने" से बचा जाता है।

मसले का सार

त्रिनिदाद और टोबैगो के आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोहों के मद्देनजर, सीसीएसजी ने अपने नागरिकों को "ऐसे तरीकों पर विचार करने के लिए आमंत्रित किया है। “हम अपने दिलों दिमाग से इस बुराई को जड़ से उखाड़ फेंकें। वास्तव में, इस मामले का जड़ इंसान के दिल में है।”

सीसीएसजी का कहना है कि नस्लवाद के बिना एक देश की दृष्टि कानून, संविधान, समान अवसर अधिनियम और द्वीप राष्ट्र की नीतियों और विश्वास समुदायों द्वारा मान लिए गए मूल्यों में पाई जाती है। वह दृष्टि केवल परिवर्तनकारी बन सकती है जब "हम कागज से कार्रवाई की ओर बढ़ते हैं।"

जातिवाद से लेकर अनेकता में एकता तक

सीसीएसजी  ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, "न्याय और शांति कभी भी वास्तविकता नहीं बनेगी," "जब तक नस्लवाद मौजूद है।" उन्होंने कहा, "विविधता में एकता को गले लगाने और बढ़ावा देने के लिए "नस्लवाद की अस्वीकृति" बहुत जरुरी है।"

सीसीएसजी का कहना है कि वे संयुक्त राज्य अमेरिका धर्माध्यक्ष का हवाला देते हुए, हृदय परिवर्तन के लिए प्रार्थना करते हैं, "सच्चा न्याय और शांति केवल नीति का विषय हो सकता है अगर यह पहली बार दिल की बात हो।"

"हम ईश्वरीय कृपा के लिए प्रार्थना करें कि वे हमारी आंखें और हमारे नेताओं की आँखें खोल दें, ताकि हम उन मूल्यों और गुणों का चयन करेंगे जो हमें व्यक्ति के रूप में फलने-फूलने/प्रगति करने में मदद करेगा।"

त्रिनिदाद और टोबैगो भारतीय, अफ्रीकी, यूरोपीय और मध्य पूर्वी मूल के लोगों का घर है। द्वीपों ने 31 अगस्त 1962 को ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त की और 1976 में एक गणतंत्र बन गया।

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17 August 2020, 15:49