माली में सत्ता पर कब्जा करने वाली सैन्य नेता और पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय ब्लॉक इकोवास माली में सत्ता पर कब्जा करने वाली सैन्य नेता और पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय ब्लॉक इकोवास  

माली: तीन वर्षीय माध्यमिक शासन चाहते हैं सैन्य नेता

पिछले हफ्ते माली में सत्ता पर कब्जा करने वाली सैन्य टुकड़ी ने पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय ब्लॉक इकोवास से मध्यस्थों के साथ चल रही बातचीत के बीच तीन साल के माध्यमिक शासन का प्रस्ताव रखा है।

माग्रेट सुनीता मिंज - वाटिकन सिटी

बामाको, मंगलवार 25 अगस्त 2020 (वाटिकन न्यूज) : माली के राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर कीता के पिछले हफ्ते के उथल-पुथल के लिए जिम्मेदार जून्टा के नेताओं ने पुष्टि की है कि वे तीन साल के लिए देश पर शासन करने हेतु एक सैन्य-नेतृत्व वाले माध्यमिक शासन चाहते हैं। वे अपदस्थ राष्ट्रपति को रिहा करने के लिए भी सहमत हुए हैं।

इस प्रस्ताव के तहत, माली तीन साल के माध्यमिक शासन के लिए एक सैन्य प्रमुख होगा, जबकि सरकार मुख्य रूप से सैनिकों से बनी होगी।

रविवार को, नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति गुडलक एबेर जोनाथन के नेतृत्व में पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय ब्लॉक (इकोवास) के मध्यस्थों के एक प्रतिनिधिमंडल ने देश में संवैधानिक व्यवस्था को बहाल करने के लिए जून्टा के साथ बैठक की।

रविवार को बंद दरवाजे की बैठक के बाद बोलते हुए, पूर्व राष्ट्रपति जोनाथन ने बताया कि कई बिंदुओं पर सहमति हुई थी, लेकिन सभी पर नहीं। हालांकि, सोमवार को फिर से वार्ताएं शुरू हुई।

लोकप्रिय असंतोष, मिश्रित प्रतिक्रियाएं

देश की अर्थव्यवस्था की अक्षमता, भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के दावों के खिलाफ राष्ट्रपति कीता के इस्तीफे के लिए कई महीनों के विरोध प्रदर्शन के बाद पिछले हफ्ते कीता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

मार्च के संसदीय चुनाव में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसका नेतृत्व एम 5-आरएफपी ने किया।एम 5-आरएफपी  राजनीतिक, धार्मिक और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के गठबंधन से बनी विपक्षी पार्टी है। मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि जून में विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से कम से कम 14 लोग मारे गए थे।

हिंसक विरोध के मद्देनजर धार्मिक नेताओं ने भी शांति के लिए कई आह्वान किए। बामाको के आर्कबिशप कार्डिनल ज़ेरबो ने प्रदर्शनकारियों से जुलाई में अन्य धार्मिक नेताओं के साथ एक संयुक्त अपील में बातचीत का रास्ता अपनाने का आग्रह किया।

एयू, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र सहित विश्व और क्षेत्रीय नेताओं ने तख्तापलट की निंदा की है और माली में संवैधानिक व्यवस्था और कानून के शासन को तत्काल बहाल करने का आह्वान किया है।

वेस्ट-अफ्रीकन ब्लॉक, एकोवास  ने माली पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो देश को अपने निर्णय लेने वाले संस्थानों से निलंबित कर रहा है और देश में वित्तीय प्रवाह को रोक रहा है।

राष्ट्रपति कीता ने दिया इस्तीफा

विदित हो कि माली में सैन्य विद्रोह के बाद राष्ट्रपति इब्राहिम बउबकर कीता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कीता ने बुधवार 19 अगस्त को सरकारी टेलीविजन पर अपने संबोधन में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वह संसद और सरकार भी भंग कर रहे हैं, पचहत्तर वर्षीय कीता ने कहा, “मैं इस क्षण इतने लंबे समय तक समर्थन और प्यार देने के लिए माली की जनता का धन्यवाद करना चाहता हूँ और अपनी जिम्मेदारी को त्यागने के मेरे निर्णय के बारे में बताना चाहता हूँ।”

उन्होंने कहा, “मैं नहीं चाहता कि मेरे शासनकाल में खून-खराबा हो। अगर आज हमारे सशस्त्र बलों के कुछ लोग मेरे शासन को अपने दखल से खत्म करना चाहते हैं तो मेरे पास विकल्प ही क्या है?” कीता ने यह घोषणा माली के विद्रोही सैनिकों द्वारा उन्हें और प्रधानमंत्री बउबोउ सिसे को बंधक बनाये जाने के कुछ ही घंटों बाद की है। सेना ने मंगलवार रात को दोनों शीर्ष नेताओं को बंधक बना लिया था।

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25 August 2020, 14:07