आप्रवासी युवा इटली के कासेरता शहर में आप्रवासी युवा इटली के कासेरता शहर में  

आप्रवासी समुदाय के लिये आप्रवासी युवा निर्णायक, वाटिकन अधिकारी

न्यूयार्क में युवा आप्रवासियों पर अन्तरराष्ट्रीय सम्वाद शीर्षक से आयोजित विचार-गोष्ठी में वाटिकन राज्य के उपविदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष आन्तुआन काम्मीलेर्री ने कहा कि युवाओं के रचनात्मक योगदान के लिये युवाओं को महत्व दिया जाना तथा उन्हें समर्थन प्रदान करना अनिवार्य है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

न्यूयार्क, शुक्रवार, 1 मार्च 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): न्यूयार्क में युवा आप्रवासियों पर अन्तरराष्ट्रीय सम्वाद शीर्षक से आयोजित विचार-गोष्ठी में वाटिकन राज्य के उपविदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष आन्तुआन काम्मीलेर्री ने कहा कि युवाओं के रचनात्मक योगदान के लिये युवाओं को महत्व दिया जाना उा उन्हें समर्थन प्रदान करना अनिवार्य है.

आप्रवासी युवा

गुरुवार 28 फरवरी को विचार गोष्ठी के प्रतिभागियों से महाधर्माध्यक्ष काम्मीलेर्री ने कहा कि समस्त युवाओं को समर्थन देना आवश्यक है किन्तु जब आप्रवासी युवाओं की बात की जाती है तब यह और भी अधिक महत्वपूर्ण हो उठता है, जो नई भूमि में, नई एवं अजनबी परिस्थितियों में एकात्मता की तलाश करते हैं.

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि युवा लोग उत्साह एवं शक्ति से परिपूर्ण होते हैं परन्तु वे तब तक कुछ देने में समर्थ नहीं होंगे जब तक उन्हें इसके लिये अवसर उपलब्ध न करायें जायें. यह आवश्यक है कि गुणकारी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, रोज़गार तथा सुरक्षा पाने के अधिकार युवाओं को उपलब्ध कराये जायें. विशेष रूप से, उन्होंने कहा कि ये सभी अधिकार आप्रवासी युवाओं को मिलने चाहिये चाहे वे अपने देश में हों, चाहे पारगमन या प्रवसन कर रहे हों अथवा गन्तव्य तक पहुँच गये हों.

नियमित और नियंत्रित प्रवसन की आवश्यकता

महाधर्माध्यक्ष ने कहा, आप्रवासी युवा, आप्रवासी समुदाय के निर्णायक अंग हैं, इसलिये कि प्रस्तुत आँकड़े बताते हैं कि प्रायः 18 से लेकर 29 वर्ष तक की उम्र के लोग आप्रवास के लिये तत्पर होते हैं. इनमें कई लोग अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिये अन्यत्र पलायन करते हैं जबकि अधिकांश लोग युद्ध एवं निर्धनता से निजात पाने के लिये पलायन हेतु बाध्य होते हैं.

उन्होंने ध्यान आकर्षित कराया कि कई युवा प्रवसन करते समय तस्करों के जाल में फंस जाते हैं जिन्हें छुड़ाने के लिये, महाधर्माध्यक्ष काम्मीलेर्री ने कहा, "आप्रवास को नियमित और नियंत्रित किया जाना अनिवार्य है जिसमें आप्रवासियों को सुरक्षा मिले तथा उनकी गरिमा का सम्मान किया जाये. "    

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01 March 2019, 11:49