यूक्रेन के बख़मूद शहर पर रूसी आक्रमण का क्रूर दृश्य , 19.01.2023 यूक्रेन के बख़मूद शहर पर रूसी आक्रमण का क्रूर दृश्य , 19.01.2023   (ANSA)

गालाघारः यूक्रेन में शांति के लिये हर सम्भव समाधान ढूँढे

रोम में यूनेस्को के तत्वाधान में आयोजित एक सम्मेलन में राज्यों तथा अन्तरराष्ट्रीय संगठनों के साथ परमधर्मपीठ के सम्बन्धों के उपाध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष पौल रिचर्ड गालाघार ने इस तथ्य की पुनरावृत्ति की कि बिना विलम्ब यूक्रेन में शांति स्थापना हेतु हर सम्भव प्रयास किये जाने चाहिये।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

रोम, शुक्रवार, 20 जनवरी 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): रोम में यूनेस्को के तत्वाधान में आयोजित एक सम्मेलन में राज्यों तथा अन्तरराष्ट्रीय संगठनों के साथ परमधर्मपीठ के सम्बन्धों के उपाध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष पौल रिचर्ड गालाघार ने इस तथ्य की पुनरावृत्ति की कि बिना विलम्ब यूक्रेन में शांति स्थापना हेतु हर सम्भव प्रयास किये जाने चाहिये।  

महाधर्माध्यक्ष गालाघार ने कहा, हम इस तथ्य को स्वीकार नहीं कर सकते हैं कि यूक्रेन में युद्ध लंबे समय तक जारी रहे, भले ही इस समय किसी भी वार्ता के लिए कोई आधार प्रतीत न हो, तथापि युद्ध की समाप्ति के विचार एवं शांति के आदर्श को जीवित रखा जाना चाहिए, भले ही यह ज़ेलेंस्की या पुतिन द्वारा कल्पना किया गया अंत न हो।

महाधर्माध्यक्ष गालाघार “कूटनीति के हथियार, युद्ध की स्थिति में परमधर्मपीठ और यूरोप के बीच संवाद", शीर्षक से आयोजित सम्मेलन के प्रतिभागियों को सम्बोधित कर रहे थे।  उन्होंने कहा, हम एक न्यायसंगत शांति चाहते हैं,  शांति स्थापना आवश्यक है और इसके लिये, ज़रूरत पड़ने पर हमें "अकल्पनीय सोचना" भी शुरू कर देना चाहिए।

दया का मूल्य

विश्व मंचों में धर्म की भूमिका पर अपने विचार प्रकट करते हुए महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि इसकी विशिष्टता एक अतिरिक्त मूल्य के रूप में दया है, जो घृणा और प्रतिशोध की जंजीरों को तोड़ने में सक्षम है। इस अर्थ में, उन्होंने कहा, परमधर्मपीठ, सदैव एवं हर चीज़ में मानव व्यक्ति को परम लाभार्थी मानते हुए मतभेदों को पाटने एवं  दूरियों को कम करने का काम करती है।

उन्होंने कहा यही कारण है कि सन्त पापा फ्राँसिस भी शांति स्थापना हेतु हर सम्भव प्रयास के लिये तैयार रहते तथा इसके प्रति अपनी कूटनीति को प्रतिबद्ध करते हैं। एक ठोस और विकासशील शांति, ताकि यह संघर्षरत पक्षों के बीच एक नई न्यायसंगत प्रक्रिया शुरु कर सके।

संघर्षों को रोकें, घटनाओं के पीछे न भागें

महाधर्माध्यक्ष गालाघार ने कहा कि इतिहास के इस चरण में, कूटनीति, गुमशुदा होकर, घटनाओं का पीछा कर रही है, जबकि संघर्षों को रोकने की क्षमता इसका सार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कूटनीति का अर्थ सशस्त्र युद्धविराम से संघर्षों रोकना नहीं है, बल्कि उसे निवारक सामंजस्य के लिए एक उपकरण बनना चाहिये। उन्होंने कहा कि इस दिशा में धर्म मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं, उदाहरणार्थ कॉन्गो तथा सूडान में सन्त पापा फ्रांसिस एवं महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेल्बी की आगामी तीर्थयात्रा।   

संयुक्त राष्ट्र का संकट

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि यूक्रेन के युद्ध ने बहुपक्षीय प्रणाली और बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठनों, विशेष रूप से, संयुक्त राष्ट्र में व्याप्त गहरे संकट को उजागर किया है। उन्होंने इस बात के प्रति ध्यान आकर्षित कराया कि लोगों की मौत के बाद इस युद्ध का सबसे बड़ा घोटाला यह था कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस की यात्रा के दौरान सुरक्षा परिषद के एक स्थायी सदस्य द्वारा कीव पर बमबारी की गई थी।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि संगठन के कामकाजों में ऐसे सुधारों की बहाली होगी, जो सभी लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखे, जिसके लिए पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन की ज़रूरत है।

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20 January 2023, 11:47