संत पौल महागिरजाघर संत पौल महागिरजाघर  

परमधर्मपीठ एवं ग्रेटब्रिटेन के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध के 40 साल

परमधर्मपीठ एवं ग्रेटब्रिटेन के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध की 40वीं वर्षगाँठ पर 29 मार्च को वाटिकन राज्य सचिव कार्डिलन पीयेत्र परोलिन ने ख्रीस्तयाग अर्पित किया। राजदूत क्रिस्टोफर ट्रॉट ने इस अनूठे रिश्ते के महत्व और आनेवाले वर्षों के लिए उसकी आशाओं पर प्रकाश डाला।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 29 मार्च 2022 (रेई) ˸ राजदूत ख्रीस्तोफर ट्रोट ने कहा, "यह एक तरह से 40वें जन्म दिन के समान है।" इस बात पर गौर करते हुए कि उनके एक साथी के अनुसार, जीवन की शुरूआत 40 की उम्र से होती है, जो एक अच्छा समय है शायद काम करने के लिए, परन्तु उससे भी बढकर संबंधों को अधिक परिपक्व बनाने के लिए।

राजदूत ने यह बात परमधर्मपीठ एवं ग्रेट ब्रिटेन के बीच संबंध के मद्देनजर यह बात कही जो पूर्ण राजनयिक संबंध का 40वाँ वर्षगाँठ मना रहा है। इस अवसर की याद करते हुए वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने संत पौलुस महागिरजाघर में ख्रीस्तयाग अर्पित किया।  

वर्षगाँठ की पूर्व संख्या राजदूत ट्रोट ने वाटिकन रेडियो से बातें करते हुए वैश्विक मामले में परमधर्मपीठ के राजनयिक संबंध के महत्व एंव भविष्य के लिए उसकी आशा पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा, " यह 1982 में एक पूर्ण राजदूत की नियुक्ति की 40वीं वर्षगांठ है। 1540 के बाद, यह परमधर्मपीठ के लिए प्रथम ब्रिटिश राजदूत की नियुक्ति थी। सुधार से पहले राजदूत थे लेकिन जाहिर है, बीच में एक लंबा विराम रहा, और यद्यपि हमने 1914 में परमधर्मपीठ के साथ राजनयिक संबंधों को फिर से शुरू किया, हमने 1982 में 450 साल के ठहराव के बाद, वाटिकन में एक राजदूत एवं लंदन में एक राजदूत की नियुक्ति के साथ अपने संबंधों को फिर से शुरू किया।"

संत पौल महागिरजाघर में समारोह मनाये जाने का कारण

राजदूत ने संत पौल महागिरजाघर में वर्षगाँठ समारोह मनाये जाने के बारे बतलाते हुए कहा कि यह एक रोचक बात है। उन्होंने बतलाया कि संत पौलुस और ब्रिटिश क्राउन के बीच सुधार के पहले से ही संबंध थे, ठीक उसी तरह जिस तरह फ्राँसिसियों का संबंध संत जॉन लातेरन से और स्पानियों का संबंध मरिया मेजर महागिरजा घर से था।

पिछले 40 वर्षों के कुछ मील के पत्थर

राजदूत ने इस संबंध के चालीस वर्षों के मील के पत्थरों की याद करते हुए कहा कि यह संबंध द्विपक्षीय रहा है। संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने 1982 में ग्रेट ब्रिटेन की प्रेरितिक यात्रा की। उसके बाद संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें ने 2010 में इसकी प्रेरितिक यात्रा की। ये वास्तव में महत्वपूर्ण अवसर थे द्विपक्षीय संबंधों के लिए। दूसरी ओर, रानी 1951 में एक राजकुँमारी के रूप में पहली बार वाटिकन आयीं थीं और उसके बाद कई बार वाटिकन आ चुकी हैं और करीब 5 या छः बार पोप से मुलाकातें की हैं। उनका वाटिकन आना भी महत्वपूर्ण है, लेकिन, राजदूत ने कहा कि "मैं बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों के परिणामों पर, उस कार्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहूंगा जो हमने 21वीं सदी के कुछ संकटों से निपटने के लिए मिलकर किया है" ˸ आधुनिक गुलामी, मानव तस्करी, जलवायु परिवर्तन के लाभ के लिए जागरूकता बढ़ने आदि कार्यों को एक साथ किया है। उन्होंने कहा कि शांति को बढ़ावा देने की कोशिश में हम जो कुछ काम कर रहे हैं, उसके साथ-साथ वास्तविक दुनिया के प्रभाव के संदर्भ में ये मेरे लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण हैं। निश्चय ही, इसका इस समय यूरोप में खास महत्व है लेकिन अतीत में अफ्रीका में शांति स्थापना पर विभिन्न पृष्टभूमियों पर कार्य किये गये हैं, विशेषकर, दक्षिणी सूडान, कैमरून और मोजाम्बिक में, दूसरे मूल्यों के साथ-साथ शांति को बढ़ावा देने में कलीसिया की भूमिका पर विचार किया गया है। तो ऐसी कई चीजें हैं जिनपर ध्यान दिया जा सकता है।

परमाणु निरोध

राजदूत ने गौर किया कि हथियारों के होड़ से निपटने के लिए परमाणु हथियार के मुद्दे से निपटना महत्वपूर्ण है। निश्चय ही, वाटिकन की समझ थोड़ी अलग है कि हम दुनिया को "परमाणुकरण" करने के मामले में वास्तविक रूप से कहाँ पहुँच सकते हैं। मुझे लगता है कि इस समय हमारे लिए महत्वपूर्ण बात यह सुनिश्चित करना है कि परमाणु अप्रसार संधि को मजबूत किया जाए और यह गारंटी दी जा जाए कि ये चीजें उस जगह से आगे न बढ़ें, जहां वे पहले से हैं। हम लंबे समय से, निरस्त्रीकरण के लिए भी प्रतिबद्ध हैं, जिसका आह्वान पोप यूक्रेन के संदर्भ में फिर कर रहे हैं, लेकिन हमें नहीं लगता कि दुनिया अभी भी निरस्त्रीकरण के लिए तैयार है, यूक्रेन में जो हो रहा है वह दुखद रूप से उस जोखिम को साबित करता है कि दुनिया को असममित निरस्त्रीकरण का सामना करना पड़ सकता है...

29 मार्च को हम क्यों मनाते हैं

राजदूत ने 29 मार्च की यादगारी के बारे बतलाया कि यह एक उत्सव है, 40वां जन्म दिवस के समान है और मेरे एक साथी कहते हैं कि जीवन 40वें साल में शुरू होता है। इसलिए शायद हमें इसका अधिकतम लाभ उठाना चाहिए और मैं इसपर विचार कर रहा हूँ कि हम अपने रिश्ते को और अधिक परिपक्व कैसे बना सकते हैं। मुझे लगता है कि इसका एक प्रतीक यह तथ्य है कि अगले कुछ महीनों में हम अपने दूतावास और अपने निवास दोनों को वाटिकन के बहुत करीब ले जा रहे हैं, जो वाटिकन से हमारी मित्रता अधिक बढ़ायेगी।

 

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29 March 2022, 16:36