नौका विज्ञान प्रयोगशाला- प्रतीकात्मक तस्वीर नौका विज्ञान प्रयोगशाला- प्रतीकात्मक तस्वीर 

वाटिकन खगोलशास्त्री: बाह्य अंतरिक्ष देखभाल योग्य

वाटिकन वेधशाला के निर्देशक और खगोलशास्त्री येसु धर्मसमाजी धर्मबन्धु ब्रदर गाय कन्सोलमान्यो का कहना है कि बाह्य अंतरिक्ष देखभाल योग्य है। वाटिकन न्यूज़ से उन्होंने नई अंतरिक्ष सीमाओं, अंतरिक्ष यात्राओं और हमारे सामान्य घर की देखभाल की आवश्यकता के बारे में बातचीत की।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 30 जुलाई 2021 (वाटिकन न्यूज़): वाटिकन वेधशाला के निर्देशक और खगोलशास्त्री येसु धर्मसमाजी धर्मबन्धु ब्रदर गाय कन्सोलमान्यो का कहना है कि बाह्य अंतरिक्ष देखभाल योग्य है। वाटिकन न्यूज़ से उन्होंने नई अंतरिक्ष सीमाओं, अंतरिक्ष यात्राओं और हमारे सामान्य घर की देखभाल की आवश्यकता के बारे में बातचीत की।

अंतरिक्ष के प्रति आकर्षण

हाल के दिनों में पर्यटकों को अंतरिक्ष तक ले जाने हेतु वाणिज्यिक दौड़ में तेज़ी के समाचार सुर्खियों में रहे हैं, जिससे खगोल विज्ञान एवं अंतरिक्ष के प्रति लोगों में उत्साहवर्धन हुआ है। जुलाई माह में, दो अंतरिक्ष कम्पनियों ने उपकक्षीय उड़ानें बनाकर यह दर्शा दिया कि जो लोग इसका खर्च वहन करने में समर्थ हैं, उनके लिये अंतरिक्ष में उद्यम की सम्भावना है। नियमित रूप से वाणिज्यिक उड़ानें 2022 के लिये तय हैं, जिसके लिये अभी से 600 टिकटें बुक हो चुकी हैं तथा कई लोग वेटिंग लिस्ट पर हैं।  

वाटिकन वेधशाला में अध्ययन

इसी की पृष्ठभूमि में वाटिकन रेडियो ने वाटिकन वेधशाला के निर्देशक ब्रदर गाय कोन्सोलमाग्नो से बातचीत की। धर्मबन्धु कोन्सोलमाग्नो ने कहा विज्ञान की प्रगति के फलस्वरूप मानव वास्तव में अंतरिक्ष तक यात्रा कर सफलतापूर्वक लौट आते हैं और अपने साथ कुछ नमूने भी लेकर आते हैं जिनमें से कुछ पर कास्टेल गोन्दोल्फो स्थित वाटिकन की वेधशाला अध्ययन कर रही है।

उन्होंने बताया कि अमरीका तथा विश्व के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर अंतरिक्ष से लाये गये चट्टानी टुकड़ों पर काम करना बेहद रुचिकर है, जिनमें देखा जाता है कि किस तरह ये चट्टानें कम तापमान पर भौतिक रूप से बदल जाती हैं तथा समय के साथ निरन्तर इनमें परिवर्तन होता रहता है। उन्होंने कहा, "यह हमें याद दिलाता है कि हमारे ऊपर का नीला आकाश कोई अभेद्य तथ्य नहीं है जो हमें बाकी दुनिया से छुपाये।"

बाह्य अंतरिक्ष की देखभाल

धर्मबन्धु कोन्सोलमाग्नो ने ध्यान आकर्षित कराया कि अंतरिक्ष के कई आयाम अभी नियमित नहीं किये गये हैं। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में नियमन की ज़रूरत है, अन्यथा सैटालाट्स एक दूसरे से भिड़कर लोगों में कोलाहल मचा देंगे।

सन्त पापा फ्राँसिस के विश्व पत्र लाओदातोसी में "हमारे सामान्य धाम" की रक्षा के आह्वान के सन्दर्भ में, ब्रदर कोन्सोलमाग्नो ने स्मरण दिलाया कि यूनानी भाषा में "विश्व" के लिये  "कॉसमस" शब्द प्रयुक्त होता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो कुछ अंतरिक्ष में है, अर्थात् चन्द्रमा, पृथ्वी के निकट क्षुद्रग्रह, या वायुमण्डल की कक्षा के ऊपर कोई शटल, या वह स्थान जहाँ हम परिभ्रमण करते हैं- वह सब ईश्वर की सृष्टि है जो देखभाल के लिये हमारे सिपुर्द की गई है।    

उन्होंने कहा कि यह तथ्य कि ब्रहमाण्ड में कुछ नहीं के बजाय कुछ का अस्तित्व है, किसी खास रहस्य के अस्तित्व की ओर इंगित करता है, जो केवल एक पारलौकिक ईश्वर –लोगोस- द्वारा समझाया जा सकता है, क्योंकि ईश्वर ने उसकी रचना एक तर्कयुक्त एवं सुन्दर ढंग से की है।    

खर्च पर दलील

अंतरिक्ष यात्राओं पर लगाये जानेवाले वृहद आर्थिक संसाधन के बारे में ब्रदर कोन्सोलमाग्नो ने  स्वीकार किया कि इसमें खर्च होनेवाला धन बहुत अधिक है तथापि, उन्होंने कहा कि बहुत सी ऐसी पहलें हैं जो अंतरिक्ष विषयक अनुसन्धानों के लिये अनुदान एकत्र करती हैं। अस्तु, यह कहना ग़लत होगा कि यह फिज़ूल खर्ची है, जो निर्धनों के लिये प्रयुक्त हो सकती थी। उन्होंने कहा, हम केवल रोटी से जीवित नहीं रहते हैं, इसलिये इन्सानों को यह पता लगाने के मौके से वंचित कर देना कि वे कौन हैं, कहाँ से आये हैं और सृष्टि के साथ उनका क्या सम्बन्ध है, ग़लत होगा।   

बाईबिल धर्मग्रन्थ में निहित सृष्टि की रचना की कहानी को याद कर उन्होंने कहा कि प्रथम छः दिन यह सुनिश्चित्त करने में व्यतीत हुए थे कि कोई ऐसा ग्रह हो जहाँ हम जीवन यापन कर सकें, हालांकि, "सृष्टि का चरम लक्ष्य विश्राम दिवस है, वह दिन, जो ईश्वर एवं उनकी सृष्टि पर चिन्तन को समर्पित है।" उन्होंने कहा, "इसी के लिये हम बुलाये गये हैं, हम निर्धनों को तृप्त करने के लिये बुलाये गये हैं, हम बुलाये गये हैं ताकि हम निर्धनों को विज्ञान एवं कला के माध्यम से, ईश्वर की अनुपम सृष्टि को देखने में, सक्षम बना सकें।"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

30 July 2021, 12:02