कार्डिनल परोलिन ˸ ईंट पर ईंट से शांति का निर्माण
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 16 फरवरी 2021 (रेई)- वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने इटली के शांति संगठन रोंदिने चित्तादेल्ला देल्ला पाचे से सदस्यों से मुलाकात की जो संघर्ष क्षेत्र के युवाओं को एक साथ लाता है कि वे शांति के निर्माण के लिए एक साथ जीयें।
कार्डिनल ने कहा, "मैं संत पापा को बतलाऊँगा कि यहां थोड़ा-थोड़ करके, एक एक ईंट से शांति का निर्माण हो रहा है।" उन्होंने मंगलवार को इटली के तोस्काना प्रांत में चित्तादेल्ला देल्ला पाचे (शांति का गढ़) में युवाओं से मुलाकात की।
यह गाँव तथाकथित 'रोंदिने चित्तादेल्ला देल्ला पाचे' के लिए एक घर है, एक ऐसा संघ जो शांति और बातचीत की संस्कृति को बढ़ावा देता है, विशेष रूप से, यह उन देशों के लोगों के साथ काम करता है जो केवल युद्ध और संघर्ष का अनुभव करते हैं।
शत्रुओं के साथ जीना
गैर-लाभकारी संगठन रोंदिने की स्थापना 1988 में एक इताली मनोवैज्ञानिक और शैक्षणिक फ्रांको वक्कारी के द्वारा हुई है। यह "विश्व घर" (वॉर्ल्ड हाऊस) की योजना से प्रेरित थी जो उन देशों के युवाओं का स्वागत करता है जहां वर्तमान में या हाल के दिनों में हिंसक संघर्ष हुए हैं। ये युवा अपने शत्रुओं के साथ जीना स्वीकार करते हैं ताकि वे उसे अवसर में बदलना सीख सकें। विश्व घर कार्यक्रम दो वर्षों तक चला, जिसमें उन्होंने दृढ़ विश्वास, दैनिक गतिविधियों, गैर-औपचारिक और औपचारिक शिक्षा द्वारा नवीनता महसूस किया।
कार्डिनल परोलिन ने कहा, "आप सभी से बात करते हुए मैंने पाया कि आप ऐसे क्षेत्रों से आते हैं जहाँ बहुत अधिक तनाव एवं संघर्ष है और यहाँ शांति निर्माण का प्रयास अति सुन्दर है।"
भूमध्यसागर को शांति का सरहद बनाना
कार्डिनल ने कहा कि वे उनके अभिवादन को संत पापा तक पहुँचायेंगे और उनकी प्रतिबद्धता के बारे उनसे बात करेंगे। उन्होंने मंगलवार को 11 युवाओं से मुलाकात की जिन्हें भूमध्यसागर ˸ शांति, शिक्षा और मेल-मिलाप की सरहद, परियोजना के लिए चुना गया है। परियोजना का उद्घाटन इटली के काथलिक धर्माध्यक्षों ने फरवरी 2020 को बारी में किया।
बोसिन्या की युवा अनिमा ने कहा, "मुश्किलताओं से भरे बीते सालों के बावजूद हम बहुत खुश हैं कि इटली आ पाये कि हम अपनी योजना के लिए काम कर सकेंगे और दिखा पायेंगे कि एक साथ रहना एवं वार्ता करना संभव है।" उन्होंने कहा कि जो परियोजनाएं वे अपने देशों में घर वापस ले जाएंगी, उनका उद्देश्य बातचीत, सामंजस्य और शांति के रूप में होगा। वे भूमध्य सागर में सामाजिक सामंजस्य के लिए अपने नेटवर्क को विकसित करना जारी रखेंगे, जिसे वे रोंदिने चिताडेला डेला पाचे में बना रहे हैं।
कार्डिनल परोलिन ने अरेत्सो शहर जाने के क्रम में चित्तादेल्ला देल्ला पाचे का दौरा किया जहाँ उन्होंने सांत्वना की माता मरियम का पर्व मनाया।
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