वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन  

कार्डिनल पारोलीन, मादक पदार्थों के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं

वाटिकन में, मादक दवाएँ एवं व्यसन अखण्ड मानव विकास में बाधा, शीर्षक से, अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रतिभागियों को सम्बोधित को शुक्रवार को सम्बोधित कर वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन ने कहा कि मादक दवाएँ एवं उनकी आसक्ति अखण्ड मानव विकास में एक बहुत बाधा है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी


वाटिकन सिटी, शनिवार, 1 दिसम्बर 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन में, मादक दवाएँ एवं व्यसन अखण्ड मानव विकास में बाधा, शीर्षक से, 29 नवम्बर से 01 दिसम्बर तक आयोजित अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रतिभागियों को सम्बोधित को शुक्रवार को सम्बोधित कर वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन ने कहा कि मादक दवाएँ एवं उनकी आसक्ति अखण्ड मानव विकास में एक बहुत बाधा है.  

मादक पदार्थ समाज की बुराई

कार्डिनल पारोलीन ने कहा कि मादक एवं स्वापक दवाओं का सेवन तथा उसके दुष्परिणामों से हम सब वाकिफ़ हैं किन्तु जितना कुछ इसकी रोकथाम के लिये किया जा है वह यर्याप्त नहीं है. उन्होंने कहा कि इस क्रूर तथ्य की मार युवाओं पर पड़ रही है जो्रायः उचित मार्गदर्शन की अनुपस्थति में भटक जाया करते हैं. उन्होंने कहा, "मादक पदार्थों की आसक्ति समाज में व्याप्त एक ऐसी बुराई है जिसके साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाना चाहिये."

स्वापक दवाओं का वैधीकरण उपाय नहीं

उन्होंने कहा, "यह सोचना कि मादक पदार्थों की आसक्ति से पीड़ित लोगों में मनोरोग की दवाओं का उपयोग बढ़ा कर इसके दुष्परिणामों को कम किया जा सकता है सरासर ग़लत है. यह समस्या का समाधान नहीं है. फिर, कथित" हल्की मादक एवं स्वापक दवाओं "का वैधीकरण भी कोई उपाय नहीं है क्योंकि इससे आसक्त व्यक्ति का उपचार सम्भव नहीं."

कार्डिनल पारोलीन ने कहा कि मादक पदार्थों का सेवन विगत वर्षों में धड़ल्ले से बढ़ा है तथा इसके साथ-साथ अन्य नवीन तरीकों के व्यस्नों को भी प्रश्रय मिला है. इनमें उन्होंने सट्टेबाज़ी, इन्टरनेट और मोबाईल फोन का दुरुपयोग, फिज़ूलखर्ची, यौन दुराचार, अश्लील साहित्य आदि सभी को गिनाया.

कलीसिया का आमंत्रण

उन्होंने कहा, "इन तथ्यों के समक्ष कलीसिया, येसु ख्रीस्त की शिक्षाओं के प्रति सत्यनिष्ठ रहते हुए, व्यक्ति को सब चीज़ों का केन्द्र बताती है. व्यक्ति के लिये ही आन्तरिक नवीकरण, भलाई, स्वतंत्रता एवं न्याय की खोज की जानी चाहिये."

मादक एवं स्वापक दवाओं से आसक्त लोगों की मदद का भी उन्होंने आह्वान किया और कहा किप्रत्येक व्यक्ति ईश प्रतिरूप में सृजित प्राणी है इसलिये उसकी प्रतिष्ठा एवं मर्यादा को बरकरार रखने के हर उपाय किये जायें. उन्होंने कहा, "लोगों को मादक पदार्थों के जाल से निकालने तक हीारा कार्य सीमित न रहे बल्कि इसकी रोकथान और निवारण के लिये भी हम प्रयास करें."   

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01 December 2018, 11:44