सन्त पापा फ्राँसिस से मिलती इटली की प्रधान मंत्री जोर्जा मेलोनी, 12.05.2023 सन्त पापा फ्राँसिस से मिलती इटली की प्रधान मंत्री जोर्जा मेलोनी, 12.05.2023  (ANSA)

"जन्मदर की सामान्य स्थिति" के प्रतिभागियों से सन्त पापा फ्राँसिस

इटली की प्रधान मंत्री जोर्जा मेलोनी के साथ सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार करनेवाले प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों से सन्त पापा ने कहा कि जन्म दर का विषय सभी के लिए केंद्रीय है, विशेष रूप से, इटली और यूरोप के भविष्य के लिए यह और भी अधिक महत्वपूर्ण है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 12 मई 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): इटली की प्रधान मंत्री जोर्जा मेलोनी के साथ सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार करनेवाले प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों से सन्त पापा ने कहा कि जन्म दर का विषय सभी के लिए केंद्रीय है, विशेष रूप से, इटली और यूरोप के भविष्य के लिए यह और भी अधिक महत्वपूर्ण है।

इटली में "जनसांख्यिकीय सर्दी"

रोम के कॉनचिलियात्सोने रंगभवन में 11 एवं 12 मई को इटली में "जन्मदर की सामान्य स्थिति" पर विचार-विमर्श हेतु कई राजनीतिज्ञ एवं वैज्ञानिक एक सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। अब तक इटली में गिरते जन्मदर को जनसांख्यिकीय सर्दी", "खाली पालने" जैसी कई परिभाषाएं दी जा चुकी हैं, जो देश के भविष्य पर प्रभाव डाल रहा है। 2015 में शुरू हुई जनसांख्यिकीय गिरावट को कोविद-19 महामारी के प्रभावों से और अधिक बल मिला है।  

शुक्रवार को साक्षात्कार के अवसर पर सन्त पापा फ्राँसिस ने उक्त सम्मेलन के प्रतिभागियों से कहा कि "दरअसल, लोगों की आशा को मापने के लिए बच्चों का जन्म मुख्य संकेतक है। यदि जन्मदर कम होती है, तो इसका मतलब है कि उम्मीद कम है, और इसका न केवल आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से असर पड़ता है, बल्कि भविष्य के प्रति विश्वास की कमी उत्पन्न हो जाती है।

इस तथ्य पर उन्होंने चिन्ता व्यक्त की कि विगत वर्ष इटली जन्म के मामले में सबसे निचले स्तर पर रहा। 2022 में इटली में केवल 393,000 नवजात शिशु पैदा हुए जबकि 700,000 लाख लोगों का निधन हुआ।

संसाधनों का समान वितरण ज़रूरी

सन्त पापा ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि आज, बच्चों को दुनिया में लाना एक पारिवारिक व्यवसाय माना जाता है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश, यह युवा पीढ़ी की मानसिकता को प्रभावित कर रहा है, जो निराशा और भय में नहीं तो अनिश्चितता में विकसित होते हैं। वे एक ऐसे सामाजिक माहौल में जीवन यापन कर रहे हैं जिसमें एक परिवार शुरू करना एक साझा मूल्य के बजाय एक अति कठिन प्रयास में बदल रहा है।

सन्त पापा ने कहा कि स्वतः को अकेला महसूस करना और पूरी तरह से अपनी ताकत पर भरोसा करने के लिए मजबूर होना ख़तरनाक है: इसका मतलब है धीरे-धीरे सामान्य जीवन को ख़त्म करना और ख़ुद को अकेले अस्तित्व में रखने के लिये बाध्य होना, जिसमें हर किसी को ख़ुद के लिए सोचना पड़ता है। परिणामस्वरूप केवल सबसे अमीर ही प्राप्त संसाधनों की वजह से अपने जीवन को आकार दे सकते हैं, उन्हें चुनने की अधिक स्वतंत्रता होती है,   जो कि अन्यों के प्रति अनुचित, और साथ ही अपमानजनक भी है।

राजनीति का दायित्व

सन्त पापा ने कहा कि युद्धों, महामारियों, बड़े पैमाने पर विस्थापन और जलवायु संकट के बीच इस समय शायद पहली बार, भविष्य अनिश्चित लग रहा है। सन्त पापा ने कहा कि वास्तव में, आज की द्रुत गति उस नाजुकता को बढ़ाती है जिसे हम अपने भीतर ढोते हैं। अनिश्चितता और नाजुकता का माहौल युवा पीढ़ियों को अनिश्चितता की भावना से परिपूर्ण करता है जिससे आने वाला कल उनके समक्ष एक असंभव पहाड़ जैसा दिखता है।

स्थायी रोज़गार खोजने में कठिनाई, उसे बरकरार रखने की कठिनाई, निषेधात्मक रूप से महंगे आवास, आसमान छूते किराए और अपर्याप्त मजदूरी वास्तविक समस्याएं हैं, जो राजनीति को चुनौती दे रही हैं। अस्तु, उन्होंने कहा,  "दूरदर्शी नीतियों की सख़्त ज़रूरत है। हमें एक नए वसंत के खिलने और इस जनसांख्यिकीय सर्दी को पीछे छोड़ने के लिए उपजाऊ ज़मीन तैयार करने की ज़रूरत है। इस तथ्य को ध्यान में रखना आवश्यक है कि समाज और भविष्य के लिये जन्मदर की समस्या सबकी समस्या है, इसलिये, वैचारिक बाधाओं और पूर्वकल्पित स्थितियों के बिना, एक साथ समस्या का सामना करना आवश्यक है।"

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12 May 2023, 11:24