2022.07.31 घाना के दिवंगत कार्डिनल रिचर्ड कुइया बावोब्र 2022.07.31 घाना के दिवंगत कार्डिनल रिचर्ड कुइया बावोब्र  

संत पापा "बुद्धिमान और सज्जन चरवाहे" कार्डिनल बावोब्र के लिए दुखी हैं

शोक संदेश में संत पापा फ्राँसिस घाना के दिवंगत कार्डिनल रिचर्ड कुइया बावोब्र की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार 29 नवम्बर 2022 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने मंगलवार को वा के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल रिचर्ड कुइया बावोबर के निधन पर दुख व्यक्त किया, जिनकी रविवार शाम को रोम में अप्रत्याशित रूप से मृत्यु हो गई थी।

एक टेलीग्राम में जिसमें उन्होंने कार्डिनल के परिवार के प्रति, अफ्रीका के मिशनरियों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की, जिसके वे सदस्य थे, वा धर्मप्रांत के पुरोहितों, धर्मसंघियों और आम लोगों को संत पापा ने कहा कि वे कार्डिनल के विश्वासयोग्य सुसमाचार की गवाही के प्रति आभारी हैं। उन्होंने घाना की कलीसिया की उदार सेवा, विशेष रूप से जरूरतमंद लोगों की सेवा की है।

"मैं विश्वासियों के साथ प्रार्थना में सम्मिलिति होता हूँ, हमारे दयालु पिता इस बुद्धिमान और सज्जन चरवाहे को उनके परिश्रम का प्रतिफल प्रदान करें और स्वर्ग की रोशनी और शांति में उनका स्वागत करें।"

संत पापा का तार उन सभी के लिए सांत्वना के शब्दों के साथ समाप्त हुआ जो पुनरुत्थान की निश्चित आशा में दिवंगत कार्डिनल के निधन पर शोक मना रहे हैं। संत पापा सभी को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद देते हैं।

अनुपस्थिति में कार्डिनल बनाये गये

वा, घाना के धर्माध्यक्ष रिचर्ड कुइया बावोब्र को 27 अगस्त को अनुपस्थिति में कार्डिनल बनाया गया था। वे एक दिन पहले ही रोम पहुंचे थे, लेकिन बीमारी के कारण समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और दो महीने से अधिक समय अस्पताल में बिताया। अस्पताल से बाहर आने के कुछ दिनों बाद ही, कार्डिनल बावोब्र का रविवार को रोम में निधन हो गया।

पुरोहित, मिशनरी और कार्डिनल

1959 में जन्मे, कार्डिनल बावोब्र 1981 में सोसाइटी ऑफ़ मिशनरीज ऑफ़ अफ्रीका (व्हाइट फादर्स) में शामिल हुए। एक धर्मसंघी के रूप में, उन्होंने 5 दिसंबर 1986 को सेंट एडवर्ड कॉलेज, लंदन में मिशनरी शपथ ली और 18 जुलाई 1987 को घाना में पुरोहिताभिषेक किया गया।

उन्होंने लंदन में मिशनरी संस्थान में धर्मशास्त्र का अध्ययन किया और फिर बाइबिल की व्याख्या की। उन्होंने बाइबिल धर्मशास्त्र में विशेषज्ञता के साथ मास्टर्स और धर्मशास्त्र में डॉक्टरेट किया।

वे किंशासा, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में एक पल्ली के सहायक पल्ली पुरोहित थे, 1996 से 1999 तक कन्हंगला, तंजानिया में अफ्रीका के मिशनरियों के प्रशिक्षक थे और फिर टूलूज़, फ़्रांस में चम्ब्रे डेस मिशननेरेस डी'अफ्रीका प्रशिक्षण के निदेशक थे।

वह 2010 में सोसाइटी ऑफ मिशनरीज ऑफ अफ्रीका के सुपीरियर जनरल चुने जाने वाले पहले अफ्रीकी पुरोहित थे।

2016 से वा के धर्माध्यक्ष बने। संत पापा फ्राँसिस ने रिचर्ड बावोब्र को 29 मई 2022 को कार्डिनल नामित किया और उसी वर्ष 27 अगस्त को उन्हें उस पद पर पदोन्नत किया। 30 जुलाई 2022 को, अकरा, घाना में आयोजित अफ्रीका और मेडागास्कर के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों की19वीं आम सभा के दौरान, उन्हें अफ्रीका और मेडागास्कर के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ का अध्यक्ष चुना गया।

कार्डिनल मंडल में शामिल

कार्डिनल रिचर्ड कुआया बावोब्र की मृत्यु के बाद, कार्डिनल कॉलेज में 225 कार्डिनल शामिल हैं, जिनमें से 126 निर्वाचक हैं और 99 गैर-निर्वाचक हैं।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

29 November 2022, 16:51