संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस  

ईश्वर के प्रेम की शक्ति से रूपांतरित होना

बपतिस्मा के द्वारा हम सभी येसु ख्रीस्त के शिष्य बन गये हैं एवं उनका अनुसरण करते हुए पवित्रता के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए बुलाये गये हैं। संत पापा ने 6 अगस्त के ट्वीट संदेश में येसु के शिष्य होने का अर्थ बतलाया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 6 अगस्त 2022 (रेई) ˸ 6 अगस्त को काथलिक कलीसिया प्रभु के रूपांतरण का पर्व मनाती है। सुसमाचार लेखक संत लूकस बतलाते हैं कि जब येसु पेत्रुस, याकूब और योहन के साथ एक पहाड़ पर प्रार्थना कर रहे थे तो उनके मुख मंडल का रूपांतरण हो गया था और उनके वस्त्र उज्ज्वल होकर जगमगा उठे थे। येसु ने इस घटना के पूर्व, अपने शिष्यों से कहा था, "जो मेरा अनुसरण करना चाहता है वह आत्मत्याग करे और प्रतिदिन अपना क्रूस उठाकर मेरे पीछे हो ले।"

बपतिस्मा के द्वारा हम सभी येसु ख्रीस्त के शिष्य बन जाते हैं एवं उनका अनुसरण करते हुए पवित्रता के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए बुलाये जाते हैं।

संत पापा फ्राँसिस ने 6 अगस्त के ट्वीट संदेश में विश्वासियों को सम्बोधित कर कहा, "येसु के शिष्य होने और पवित्रता के रास्ते पर आगे बढ़ने का अर्थ है सबसे पहले अपने आपको ईश्वर के प्रेम की शक्ति से रूपांतरित होने देना।"

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06 August 2022, 14:49