कार्डिनलों के साथ संत पापा कार्डिनलों के साथ संत पापा 

कूरिया सुधार पर विचार करने हेतु विश्व के कार्डिनल संत पापा से मिले

प्रेदिकाते इवांजेलियुम पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वाटिकन में संत पाप फ्राँसिस के साथ दुनिया के कार्डिनलों की दो दिवसीय बैठक चल रही है, कार्डिनलों को एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जानने का मौका प्रदान करते हैं और मंगलवार को नव-निर्मित कार्डिनलों के साथ पवित्र मिस्सा समारोह के बाद बैठक समाप्त होगी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 28 अगस्त 2022 (वाटिकन सिटी) : कार्डिनल मंडल के 226 कार्डिनलों में से केवल 200 कार्डिनल, सोमवार और मंगलवार (29-30 अगस्त) को संत पापा फ्राँसिस के साथ बंद दरवाजे की बैठकों में भाग ले रहे हैं। वे संत पापा फ्राँसिस द्वारा प्रेरितिक संविधान प्रेदिकाते इवांजेलियुम पर चिंतन करने के लिए बुलाए गए हैं, जो संत पापा के रोमन कूरिया सुधार को दर्शाता है।

यह आयोजन कार्डिनल मंडल के साथ संत पापा की सबसे बड़ी और सबसे अधिक भाग लेने वाली बैठक को चिह्नित करेगा। अपने परमधर्मपीठ के लगभग दस वर्षों में, इस तरह की बैठक कभी नहीं हुई थी और इतनी व्यापक उपस्थिति केवल आठ साल पहले देखी गई थी जब संत पापा ने परिवार पर धर्मसभा (2014-15) को बुलाया था, जिसमें 180 धर्माध्यक्षों और कार्डिनलों को आमंत्रित किया गया था।

27 अगस्त की कंसिस्ट्री में संत पापा द्वारा बनाए गए 20 नए कार्डिनलों का स्वागत करने के लिए विभिन्न देशों से कार्डिनल और पूर्वी प्राधिधर्माध्यक्ष रोम आये। वे सभी कार्डिनल और राज्य सचिवालय के वरिष्ठ वाटिकन के नए धर्मसभा हॉल में आयोजित बैठकों में भाग ले रहे हैं।

दो दिवसीय बैठक का समापन मंगलवार, 30 अगस्त को शाम 5:30 बजे संत पेत्रुस महागिरजाघर  में नए कार्डिनलों के साथ संत पापा की अध्यक्षता में पवित्र मिस्सा के साथ होगा। संत पापा फ्राँसिस रविवार को अक्विला की प्रेरितिक यात्रा के कारण नये कार्डिनलों के साथ पवित्र मिस्सा समारोह मना नहीं पाये।

प्रतिभागियों का कहना है कि उन्हें हाल के सप्ताहों में दस्तावेज़ से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विषय और प्रश्नों को सूचीबद्ध करने वाला एक एजेंडा मिला है। वे विभिन्न भाषा समूहों में उन पर चर्चा कर रहे हैं और फिर हॉल में पूर्ण सत्र में सामान्य चर्चा की जाएगी।

मिशनरी आयाम

परेरितिक संविधान की मुख्य विशेषताओं में से एक इसका मिशनरी आयाम है, जो हमारे समय की कलीसिया के लिए सुधार और वैश्विक दिशा की कुंजी है।

हालांकि परमधर्मपीठीय विभागों और कार्यालयों की संरचना में बदलाव को निर्दिष्ट करते हुए, प्रेदिकाते इवांजेलियुम 'विस्तृत' करता है, जो धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों और पांच महाद्वीपों के विभिन्न सूबा के साथ एक सीधा संबंध बनाकर कूरिया की सीमाओं को प्रभावित करता है।

कूरिया और धर्मप्रांत के बीच एक पुल

नये संविधान में अब विभिन्न कलीसियाओं और कूरिया के बीच सुनने और संवाद करने के लिए एक जगह है," (ब्राजील के अमेज़ॅन में स्थित) मनौस के महाधर्माध्यक्ष नवनियुक्त कार्डिनल लियोनार्डो स्टेनर ने साक्षात्कार में वाटिकन न्यूज को बताया,  "अब हम रोम में यह कहने के लिए नहीं आते हैं कि हमने क्या किया है, अब आप सीखने आते हैं, लेकिन कूरिया भी जानता है कि कैसे अलग तरीके से सीखना है। अब इसकी बेहतर समझ है संत पापा की सेवा में, धर्माध्यक्ष की सेवा में कौन है,और यह एक अधिक भाईचारे की कलीसिया बनने की आशा है जहाँ हम सुनते हैं, जहाँ हम सांस्कृतिक विविधता का अनुभव करते हैं और उसकी सराहना करते हैं।" कार्डिनल स्टीनर ने कहा।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

29 August 2022, 16:43