विश्वास का जन्म स्वागत योग्य प्रेम के मनोभाव से होता है, संत पाप
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, सोमवार 14 फरवरी 2022 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को देवदूत प्रार्थना के उपरांत रविवारीय पूजन विधि के लिए निर्धारित संत लूकस के सुसमाचार के आशीर्वचन चिंतन किया। इसी के मद्देनजर संत पापा ट्वीट कर गरीबी जीवन के मनोभाव पर प्रकाश डाला।
13 फरवरी का ट्वीट
1ला ट्वीट : “आशीर्वचन घोषणा कहता है कि जो गरीब है, जिनके पास अनेक चीजों का अभाव है वे धन्य हैं या खुश हैं। यह गरीबी भी जीवन के अर्थ के प्रति एक दृष्टिकोण है: येसु के शिष्य नहीं मानते हैं कि यह उनके पास है या वे पहले से ही सब कुछ जानते हैं। बल्कि, वे जानते हैं कि उन्हें हर दिन सीखना होगा।”
दूसरे ट्वीट में संत पापा ने यूक्रेन में हो रही घटनाओं के लिए अपनी चिंता व्यक्त की और देश में शांति स्थापना के हरसंभव प्रयास हेतु राजनीतिक नेताओं के लिए प्रार्थना की।
2रा टवीट : “यूक्रेन से जो खबर आ रही है वह बेहद चिंताजनक है। मैं कुँवारी मरियम की मध्यस्थता से और राजनीतिक नेताओं की अंतरात्मा को शांति की ओर हर संभव प्रयास हेतु समर्पित करता हूँ।” # एक साथ प्रार्थना
14 फरवरी का ट्वीट
संत पापा ने ख्रीस्तीय जीवन में प्रभु की इच्छा पर विश्वास भरोसा और प्रेम की सुन्दरता पर प्रकाश डाला।
1ला ट्वीट संदेश : “विश्वास का जन्म और पुनर्जन्म किसी कर्तव्य से नहीं या किसी काम से नहीं, बल्कि स्वागत योग्य प्रेम के मनोभाव से होता है। इस प्रकार ख्रीस्तीय जीवन तभी सुंदर हो जाता है, जब यह हमारी क्षमताओं और हमारी परियोजनाओं पर आधारित नहीं होता, बल्कि ईश्वर की इच्छा के अनुरुप होता है।”
काथलिक कलीसिया आज यूरोप के संरक्षकों संत सिरिल और संत मेथोडियुस का पर्व मनाती है। उनके नाम दिवस पर संत पापा ने सभी ख्रीस्तियों तो संतो की मध्यस्ता से सुसमाचार के जोशीले प्रचारक बनने हेतु प्रेरित किया।
2रा ट्वीट संदेश: “ख्रीस्तीय धर्म के गवाह दो भाई संत सिरिल और संत मेथोडियस, अभी भी एकता और सुसमाचार के प्रचार हेतु हमें जोश से भर देते हैं, हमें येस के नाम पर हमारे बंधुत्व को बढ़ावा देने की यात्रा पर बने रहने हेतु हमारी मदद करें।”
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