वाटिकन कार्यकर्ताओं के  संग संत पापा का ख्रीसमस मिलन वाटिकन कार्यकर्ताओं के संग संत पापा का ख्रीसमस मिलन 

संत पापाः परिवार ईश्वरीय दिव्यता का अनुभव स्थल

संत पापा फ्रांसिस ने वाटिकन कार्यकर्ताओं से अपने ख्रीसमस मिलन में उन्हें संत योसेफ की तरह परिवार की देख-रेख करने का आहृवान किया।

दिलीप संजय  एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, 23 दिसम्बर 2021 (रेई) संत पापा फ्रांसिस ने वाटिकन कार्यकर्ताओं को ख्रीस्त जन्म की शुभकामनाएँ प्रदान करते हुए उनके परिवारों को संत योसेफ और मरियम के संरक्षण में सुपुर्द किया।

संत पापा फ्रांसिस ने ख्रीसमस के मिलन इस समारोह हेतु ईश्वर के प्रति कृतज्ञता के भाव प्रकट करते हुए कहा कि ईश्वर अपने बेटे के जन्मावसर पर पुनः हमें मिलाते हैं, “मैं आप सभों को ख्रीस्त जन्म की शुभकामनाएं देता हूँ। येसु हम सभों के हृदयों और परिवारों में जन्म लें”, जहाँ करूणा और प्रेम है, जहाँ कोमलता और निकटता है ईश्वर वहाँ उपस्थित रहते हैं।  

अपनों के संग समय

संत पापा कहा कि हम इस पुण्य काल में हम अपने दादा-दादी के पास जायें, उन्हें अकेला न छोड़ें और यदि कोरोना के चलते हम उनसे मुलाकात नहीं कर सकते तो आवश्यक रूप में उन्हें फोन करें। हमारी ओर से जहाँ तक बन पड़े हम उनके साथ थोड़ा समय व्यतीत करें।

संत पापा ने सभों के लिए शांति की कामना की जो इस महामारी के समय में कठिनाई का अनुभव कर रहे हैं। उन्होंने महामारी ने प्रकोप पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके कारण परिवारों को कई तरह से कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, वे आर्थिक और मनोवैज्ञानिक संकटों से होकर गुजर रहें हैं। इस संदर्भ में उन्होंने बच्चों और किशोरों की याद की जो महामारी के कारण अपने शिक्षण और परिवार से अलग रहने को बाध्य हैं। 

संत पापा की प्रतिबद्धता

संत पापा ने वाटिकन के कार्यकर्ताओं की सेवा हेतु अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि वे किसी को रोजगारविहीन छोड़ने की चाह नहीं रखते हैं, आशा है कि इस संबंध में वार्ता के जरिये समस्याओं का हल निकाला जायेगा। उन्होंने सभों को रोजगार की समस्या के समाधान हेतु संत योसेफ से माध्यस्थपूर्ण प्रार्थना करने का आहृवान किया।

सपनों में ईश्वर का रहस्य

ईश्वर अपनी योजनाओं को माता कलीसिया के संरक्षक संत योसेफ में सपनों के माध्यम व्यक्त करते हैं। वे अपनी दिव्य योजना को उन्हें सोते समय सपनों में प्रकट किया। सुसमाचार इसे हमारे लिए चार बार व्यक्त करता है-मरियम को अपनी पत्नी के रुप में लेने हेतु, हेरोद से येसु के जीवन को होने वाले खतरे के समय जहाँ उन्हें मिस्र देश को पलायन करना पड़ता है, मिस्र लौटने और नाजरेत में पुनः स्थापित होने की बातें संत योसेफ को सपने में बतलाई गयी। ये सारी बातें मनगंढत नहीं थीं बल्कि यह संत योसेफ के लिए स्वर्गदूत द्वारा सपनों में ईश्वरीय दिव्य योजनाओं का प्रकटीकरण था।

संत पापा ने अपने संदेश के अंत में दिव्य योजना पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संत योसेफ और मरिमय का परिवार ईश्वर की दिव्य योजना को अनुभव करने का एक स्थल था। उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूँ कि आप अपने परिवार में ईश्वर की दिव्य संरक्षण का अनुभव करें जो परिवार के सभी लोगों के हित में हो।” ईश्वर की योजनाएँ हमारे लिए बहुधा स्पष्ट नहीं होती हैं इसे समझने हेतु हमें धैर्य की जरुरत होती है और उसके भी बढ़कर यह हमसे विश्वास की मांग करती है।” संत पापा ने वाटिकन कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अपने को संत योसेफ की भांति ईश्वर के हाथ में समर्पित करें जो निद्रा में अपना संदेश हमें प्रदान करते हैं। 

 

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23 December 2021, 15:44