धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की शुरूआत स्थानीय कलीसिया से
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शनिवार, 22 मई 2021 (रेई)- संत पापा फ्राँसिस तीन वर्षीय सिनॉड (धर्मसभा) की यात्रा अक्टूबर में शुरू करेंगे, जिसमें तीन चरणों (धर्मप्रांतीय, महाद्वीपीय एवं विश्वव्यापी) में परामर्श एवं विचार किये जायेंगे, और जिसका समापन अक्टूबर 2023 को रोम में होगा।
"एक-दूसरे को सुनना; और सभी के द्वारा पवित्र आत्मा को सुनना"
अपने परमाध्यक्षीय काल के शुरू से ही संत पापा फ्राँसिस ने धर्माध्यक्षीय धर्मसभा को ठोस और दृश्यमान बनाने की इच्छा व्यक्त की है। अगला सिनॉड अक्टूबर 2023 को सम्पन्न होगा, जिसको न केवल वाटिकन में बल्कि पाँच महादेशों के हरेक स्थानीय कलीसिया में किया जाएगा। इसकी अवधि तीन साल होगी एवं इसे तीन चरणों में सम्पन्न किया जाएगा – धर्मप्रांतीय, महादेशीय और विश्वव्यापी स्तर पर।
एक पूरे धर्मसभा की प्रक्रिया
धर्माध्यक्षीय धर्मसभा (सिनॉड) के महासचिव ने पोप द्वारा अनुमोदन प्राप्त दस्तावेज के साथ शुक्रवार को नये सिनॉड यात्रा के कार्यक्रम की घोषणा की।
दस्तावेज में कहा गया है, "सिनॉड की प्रक्रिया की पूर्णता तभी सही मायने में मौजूद होगी जब स्थानीय कलीसिया इसमें शामिल होंगी। स्थानीय कलीसियाओं की सच्ची उपस्थिति के लिए, इस प्रक्रिया में अन्य कलीसियाई ईकाईयों को शामिल होना होगा उदाहरण के लिए, पूर्वी काथलिक कलीसियाओं के सिनॉड, स्वतंत्र कलीसियाओं की समितियाँ एवं सभाएँ, धर्माध्यक्षीय सम्मेलन, अपने ही देश, प्रांत और महादेश की संस्थाएँ।"
एक विकेन्द्रीकृत सिनॉड
सिनॉड की परिकल्पना संत पापा पौल छटवें ने की थी ताकि द्वितीय वाटिकन महासभा के सामूहिक अनुभव को जारी रखा जा सके। सिनॉड या धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की स्थापना की 50वीं वर्षगाँठ समारोह मनाते हुए, संत पापा फ्रांसिस ने "रोम के लोकधर्मी, पुरोहितों एवं धर्माध्यक्षों के लिए" एक आम रास्ता होने की इच्छा जाहिर की थी। यह पहली बार है जब "विकेंद्रीकृत" सिनॉड आयोजित किया जा रहा है।
वाटिकन में संत पापा द्वारा समारोही उद्घाटन
धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की यात्रा की शुरूआत वाटिकन में पोप द्वारा की जायेगी। यह वाटिकन में 9 और 10 अक्टूबर 2021 को, मुलाकात एवं चिंतन तथा प्रार्थना एवं यूखरीस्तीय समारोह के साथ सम्पन्न की जायेगी।
धर्मप्रांतीय चरण ˸ ईश प्रजा के साथ परामर्श एवं उसकी सहभागिता
स्थानीय कलीसियाएँ अपनी यात्रा अपने धर्माध्यक्ष के साथ रविवार 17 अक्टूबर को शुरू करेंगी।
इस चरण का उद्देश्य है ईश प्रजा के साथ परामर्श। इसके लिए सिनॉड के सचिव एक तैयारी स्वरूप दस्तावेज के साथ, एक प्रश्नोत्तरी एवं छोटी पुस्तिका भेजेंगे जिसको परामर्श के दौरान स्थानीय कलीसिया में अपने साथ रखना होगा। इस दस्तावेज को धर्मसंघ के मुख्यालयों, विभिन्न धर्मसंघों के परमाधिकारियों के संघ, समर्पित जीवन के सुरियर संघ, अंतरराष्ट्रीय लोकधर्मी आंदोलन, ईशशास्त्रीय अध्ययन केंद्रों को भी भेजा जाएगा।
अक्टूबर 2021 से पहले हरेक धर्माध्यक्ष, धर्मप्रांत के लिए एक प्रतिनिधि नियुक्त करे जो धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सम्पर्क में सिनॉड के महासचिव को सहयोग देने के लिए एक प्रतिनिधि टीम का गठन करेगा।
धर्मप्रांतीय विचार-विमार्श की पराकाष्ठा सिनॉड से पहले की सभा होगी। अंशदान को अपने धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के लिए भेजा जाएगा। सभा में उपस्थित धर्माध्यक्ष संकलन तैयार करेंगे जिसे सिनॉड के महासचिव के पास भेजा जाएगा। पहले चरण को अप्रेल 2022 तक पूरा करना है।
जब सामग्री प्राप्त कर ली जाती है, तब इन्सत्रुमेन्तुम लाबोरिस (कार्य सामग्री) का मसौदा तैयार किया जाएगा और सितम्बर 2022 तक उसे स्थानीय कलीसियाओं के लिए भेज दिया जाएगा।
महाद्वीपीय चरण ˸ संवाद एवं विचार-विमर्श
इसके बाद दूसरा चरण, महाद्वीपीय चरण शुरू होगा। यह सितम्बर 2022 से मार्च 2023 तक चलेगा।
इसका उद्देश्य है इन्सत्रुमेन्तुम लाबोरिस (कार्य सामग्री) पर बहस करना। बहस के बाद, हर महाद्वीप एक अंतिम दस्तावेज का प्रारूप तैयार करेगा, और मार्च 2023 तक महा सचिवालय भेजेगा।
उसके बाद सचिवालय इन्सत्रुमेन्तुम लाबोरिस का दूसरा मसौदा तैयार करेगा जो उत्तर पर आधारित होगा। इसका प्रकाशन जून 2023 तक करने की योजना बनायी गई है।
वैश्विक चरण ˸ विश्व के धर्माध्यक्ष रोम में
सिनॉड की यात्रा रोम में धर्माध्यक्षों की सभा के साथ अक्टूबर 2023 में समाप्त होगी। जो पोप फ्रांसिस द्वारा 2018 में एपिस्कोपेलिस कम्युनियो संविधान में स्थापित नई प्रक्रियाओं के अनुसार सम्पन्न होगी।
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