संत पापा ने उरुग्वे के राजदूत का प्रत्यय पत्र किया स्वीकार
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शनिवार 9 जनवरी 2021 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 9 जनवरी 2021 को वाटिकन में उरुग्वे के राजदूत श्री गुज़मैन मिगुएल कार्रीकुरी लेक्योर का अभिवादन कर उनका प्रत्यय पत्र स्वीकार किया। इसके बाद श्री गुज़मैन ने वाटिकन सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से मुलाकात की और वाटिकन में अपनी नई भूमिका की शुरुआत की।
जीवन परिचय
श्री गुज़मैन मिगुएल का जन्म 20 अप्रैल 1944 को मोंटेवीडियो में हुआ था। वे शादीशुदा है और उनके 4 बच्चे हैं। उन्होंने 1970 में मोंटेवीडियो में रिपब्लिक यूरिवर्सिटी से लॉ और सामाजिक विज्ञान में डॉक्टरेट किया और 1971 में एक वकील के रूप में अभ्यास करने की योग्यता प्राप्त की।
उन्होंने निम्नलिखित पदों पर अपनी सेवा दी है:
(1967 (1970)- उरुग्वे में कलीसिया के राष्ट्रीय मीडिया संचार सोसाइटी के निदेशक, (1971-1974) लोक धर्मियों के लिए गठित काउंसिल में वैज्ञानिक विशेषज्ञ, (1974-1977) लोक धर्मियों के लिए गठित काउंसिल में अध्ययन सहायक, (1977-1982) लोक धर्मियों के लिए गठित पोंटिफिकल काउंसिल में कार्यालय के प्रमुख, (1982-2011)लोक धर्मियों के लिए गठित पोंटिफिकल काउंसिल में उप सचिव,(2011-2014) लैटिन अमेरिका के लिए पोंटिफिकल कमीशन के सचिव और (2014-2019) लैटिन अमेरिका के लिए पोंटिफिकल आयोग के उपाध्यक्ष के प्रभारी सचिव। वे रोमन कूरिया के विभाग में इस ओहदे पर सेवा देने वाले पहले लोकधर्मी हैं।
वे निश्चित रूप से रोमन कूरिया के सबसे परिचित चेहरों में से एक हैं। जब वे वाटिकन पहुंचे तो उस समय संत पापा पॉल छठे थे। उरुग्वेयन न्यायविद श्री गुज़मैन को पिछले जुलाई को वाटिकन में अपने देश का राजदूत नियुक्त किया गया था। आज शनिवार 9 जनवरी की सुबह उन्होंने संत पापा फ्राँसिस को अपना प्रत्यय पत्र अर्पित करके आधिकारिक तौर पर अपने राजनयिक मिशन की शुरुआत की। उन्होंने फिर वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन के साथ भी मुलाकात की।
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