आधुनिक दासता का शिकार आधुनिक दासता का शिकार  

गुलामी उन्मूलन हेतु अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर पोप का ट्वीट संदेश

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2 दिसम्बर को ‘गुलामी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ घोषित किया है। महिलाओं और बच्चों पर होने वाली गुलामी और तस्करी को रोकने के लिए और जागरूकता फैलाने के लिए यह दिन दुनियाभर में मनाया जाता है। संत पापा ने ट्वीट कर गुलामी उन्मूलन के प्रति जागरुक किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 02 दिसम्बर 2020 (रेई) : 2 दिसम्बर ‘गुलामी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ पर संत पापा ने ट्वीट कर व्यक्ति की धारणा में निहित गुलामी को हटाने हेतु सभी लोगों को प्रेरित किया।

1ला ट्वीट

संदेश में उन्होंने लिखा, ʺअतीत की तरह आज भी गुलामी मानव व्यक्ति की धारणा में निहित है जो लोगों को एक वस्तु की तरह व्यवहार करने की अनुमति देता है, यह उनकी गरिमा को नुकसान पहुंचाता है। गुलामी हमें "गैर-गरिमामय" बनाती है क्योंकि यह हर किसी की गरिमा को छीन लेती है।ʺ

2रा ट्वीट

संत पापा ने दूसरे ट्वीट में ईश्वर के महान कार्यों के बारे में लिखते हैं, ʺईश्वर की कृपा से जीवन बदलता है: वे हमें वैसे ही ग्रहण करते हैं जैसे हम हैं, लेकिन वे हमें कभी भी वैसा ही नहीं छोड़ते जैसे हम हैं।ʺ

आधुनिक दासता

दासता की समाप्ति के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस का उद्देश्य दासता तथा समाज पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाना है और मानव तस्करी, यौन शोषण, बाल श्रम इत्यादि को समाप्त करना है।

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार विश्व भर में लगभग 40 मिलियन आधुनिक दासता का शिकार हैं। विश्व में प्रत्येक 1000 में 5.4 लोग आधुनिक दासता का शिकार हैं। इसमें एक चौथाई बच्चे भी शामिल हैं। आधुनिक दासता में बाल श्रम, मानव तस्करी इत्यादि शामिल है। दासता वह स्थिति है जब व्यक्ति किसी खतरे, हिंसा अथवा दबाव के कारण इनकार नहीं कर सकता। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने दासता को समाप्त करने के लिए नवम्बर, 2016 में नए प्रोटोकॉल लागू किये थे।

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02 December 2020, 14:05