चमत्कारी चंदवा की माता मरियम की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करते संत पापा चमत्कारी चंदवा की माता मरियम की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करते संत पापा 

संत पापा ने चमत्कारी चंदवे की माता मरियम की प्रतिमा को आशीष दी

फ्राँस के पेरिस में संत कैथरीन लबौरे द्वारा धन्य कुँवारी मरियम के दिव्यदर्शन की 190वीं वर्षगाँठ पर संत पापा फ्राँसिस ने चमत्कारी चंदवा की कुँवारी मरियम की प्रतिमा पर आशीष दी।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 12 नवम्बर 2020 (रेई)-संत पापा फ्रांसिस ने बुधवार को धर्मशिक्षा माला के अंत में निष्कलंक कुंवारी मरियम की प्रतिमा पर आशीष दी। भिन्सेनशियन धर्मसमाज (मिशन) के सुपीरियर जेनेरल फादर तोमाज मावरिक की अगुवाई में एक प्रतिनिधि दल ने फाँस की संत कैथरीन लाबौरे के माता मरियम के दिव्य दर्शन की 190वीं वर्षगाँठ पर प्रतिमा लाया था।

मिशन धर्मसमाज की स्थापना संत भिंसेंट दी पौल ने फ्राँस में 1625 में की थी। धर्मसमाज द्वारा जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा गया है कि प्रतिनिधि प्रतिमा को लेकर विभिन्न समुदायों के साथ मिलकर इटली की तीर्थयात्रा पर हैं। इस समय जब पूरा विश्व कोविड-19 महामारी के कारण संकट की स्थिति में है और महादेश के सभी ओर समाज में तनाव है, माता मरियम की तीर्थयात्रा ईश्वर की करूणा की घोषणा करने की यात्रा है।

कैथरीन लाबौरे, संत भिंसेंट दी पौल की चैरिटी की पुत्रियों के धर्मसंघ की सदस्य के बारे कहा गया है कि उन्हें सन् 1830 में पेरिस में धन्य कुँवारी मरियम को तीन दिव्य दर्शन प्राप्त हुए थे। दिव्यदर्शन में माता मरियम ने फ्राँस के दुर्भाग्य एवं विश्व में विपत्ति के बारे बतलाया था और आश्वासन दिया था कि उन लोगों को कृपा मिलेगी जो दृढ़ता के साथ एवं सतत् प्रार्थना करेंगे। कुँवारी मरियम ने एक चमत्कारी चंदवा देते हुए कहा था और प्रतीज्ञा की थी कि जो लोग इसे पहनेंगे उन्हें कृपा प्राप्त होगी।     

वक्तव्य में कहा गया है कि विश्वभर में गहरी अशांति और गरीबी है जो महामारी के कारण अधिक बढ़ गई है। 15 नवम्बर को गरीबों के लिए चौथे विश्व रविवार हेतु संत पापा के संदेश की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा गया है कि महामारी के कारण हमारी आजादी में रूकावट, नौकरी खो जाने एवं प्रियजनों से दूर रहने और सामान्य आपसी संबंध नहीं रख पाने के बावजूद हम अधिक गरीब और कमजोर महसूस करते हैं। हालांकि, इस परिस्थिति ने हमारे लिए नई क्षितिज खोल दिया है जो हमें नया भाईचारा हेतु निमंत्रण देर रहा है जिसमें हम आपसी मदद और आपसी सम्मान के साथ जी सकें।  

अतः मिशन धर्मसमाज ने स्मरण दिलाया है कि कुँवारी मरियम आज भी हमें गरीबों में ईश्वर की सेवा करने और वेदी के करीब आने का निमंत्रण देती है।

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12 November 2020, 14:28