संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में संत पापा के साथ देवदूत प्रार्थना में भाग लेते हुए विश्वासी संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में संत पापा के साथ देवदूत प्रार्थना में भाग लेते हुए विश्वासी 

संत पापा काकेशस में शांति की अपील की

संत पापा फ्राँसिस ने अर्मेनिया और अजरबैजान में नेताओं से अपील की कि वे इस क्षेत्रीय संकट के समाधान के लिए बातचीत करें।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 28 सितम्बर 2020 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने अर्मेनिया और अजरबैजान राष्ट्रों के काकेशस में परस्पर विरोधी दलों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण समाधान के लिए "सद्भावना और बंधुत्व के ठोस कार्यों को पूरा करें।"

संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में देवदूत प्रार्थना के बाद कहा कि उन्हें काकेशस क्षेत्र में हो रहे संघर्षों की चिंता है और वे शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

उन्होंने नेताओं से "बल और हथियारों के उपयोग के माध्यम से नहीं, बल्कि बातचीत और समझौता वार्ता के माध्यम से" एक समाधान खोजने का आग्रह किया और उन्होंने वहाँ उपस्थित सभी विश्वासियों से इस क्षेत्र की शांति के लिए अपने साथ मिलकर प्रार्थना करने को कहा।

जमीनी स्तर पर, आर्मेनिया ने मार्शल लॉ घोषित किया और रविवार को नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र में अजरबैजान के साथ संघर्ष के बाद अपनी पुरुष आबादी को संगठित किया, जिसमें दोनों पक्षों ने घातक घटनाओं की सूचना दी।

1991 में स्वतंत्रता की घोषणा करने वाले अजरबैजान के अंदर मुख्य रूप से जातीय अर्मेनियाई क्षेत्र नागोर्नो-काराबाख के अधिकारियों ने भी मार्शल लॉ की घोषणा की और झड़पों के बाद पुरुष आबादी को संगठित किया, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए।

मीडिया सूत्रों ने कहा कि अर्मेनिया ने अजरबैजान पर नागोर्नो-काराबाख पर हवाई और तोपखाने के हमले का आरोप लगाया, लेकिन अजरबैजान ने कहा कि उसने अर्मेनियाई गोलाबारी का जवाब दिया था।

यह पहली बार नहीं है जब संत पापा फ्राँसिस ने शराबबंदी संघर्ष के लिए शांतिपूर्ण मध्यस्थता की अपील की है। 19 जुलाई 2020 को, उन्होंने काकेशस में हिंसा की खबरों पर चिंता व्यक्त की और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मध्यस्थता में संलग्न होने की अपील की।

विश्व पर्यटन दिवस

संत पापा फ्राँसिस ने पर्यटन क्षेत्र के उन सभी लोगों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की जो कोविद -19 महामारी के प्रभाव के कारण आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह विश्व पर्यटन दिवस है, "महामारी ने बहुत से देशों के इतने महत्वपूर्ण क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है।"

उन्होंने "उन लोगों को प्रोत्साहन दिया, जो विशेष रूप से छोटे परिवार के स्वामित्व वाले व्यवसायों और युवा लोगों के लिए पर्यटक उद्योग में काम करते हैं" और उन्होंने उम्मीद जताई कि सबकुछ जल्द ही सामान्य स्थिति में लौट सकेगा।

स्तन कैंसर से बची महिलाओं के लिए प्रार्थना

बारिस के बीच भी संत पापा फ्राँसिस ने प्रांगण में एक बैनर के साथ खड़ी महिलाओं के एक समूह को पहचाना जो स्तन कैंसर से ठीक हुई थीं।

स्तन कैंसर के खिलाफ लड़ाई में शामिल महिलाओं और सभी लोगों से संत पापा ने कहा, "प्रभु आपकी प्रतिबद्धता को बनाए रखे।"

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28 September 2020, 14:07