संत पापा फ्रांसिस सांता मार्था डिस्पेंसरी के कर्मचारियों और बच्चों के साथ संत पापा फ्रांसिस सांता मार्था डिस्पेंसरी के कर्मचारियों और बच्चों के साथ 

आशा, प्रेम और शांति में आगे बढ़ें, संत पापा फ्रांसिस बच्चों से

संत पापा फ्राँसिस ने सांता मार्था डिस्पेंसरी के कर्मचारियों और स्वयंसेवकों और कई परिवारों को उनकी सेवा के लिए धन्यवाद दिया और क्रिसमस की शुभकामनाएं दी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 23 दिसम्बर 2019 (वाटिकन न्यूज) : रविवार 22 दिसम्बर को सांता मार्था डिस्पेंसरी के कर्मचारियों और स्वयंसेवकों के बच्चों ने संत पापा फ्राँसिस के लिए संगीत और नृत्य कार्यक्रम पेश किया। वाटिकन के संत पापा पॉल छठे सभागार में डिस्पेंसरी द्वारा सहायता प्राप्त परिवारों, स्वयंसेवकों, डॉक्टरों, नर्सों सहित करीब 800 लोगों ने कार्यक्रम का आनंद लिया।

नब्बे साल से भी अधिक समय से सांता मार्था डिस्पेंसरी ने जरुरतमंद परिवारों के बच्चों को चिकित्सा सहायता प्रदान की है और यह वाटिकन के अंदर संत पापा के निवास से सिर्फ पत्थर फेंकने की दूरी पर स्थित है।

प्रदर्शन के बाद, बच्चों ने संत पापा के सामने एक बड़ा केक प्रस्तुत किया। संत पापा को उनके 83 वें जन्मदिन के लिए दिया गया। संत पापा का जन्म दिन 17 दिसंबर को था।

संत पापा ने वहाँ उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया और बच्चों के माता-पिता की प्रशंसा की, जो अपने बच्चों के साथ खेलना और खुशी देना जानते हैं।

 तब संत पापा ने बच्चों के साथ बातें की। प्रदर्शन में छोटे बच्चों ने ज्ञानियों के रुप में बालक येसु को तीन उपहार दिया जिसमें लिखा था शांति, प्रेम और आशा।

संत पापा ने बच्चों से कहा कि शांति को पाने के लिए हमें प्रयास करना चाहिए। युद्ध नहीं: "युद्ध नष्ट करता है, यह युवा और बूढ़ों को मार डालता है, यह सभी को मारता है। और युद्ध को पराजित करने के लिए हमें प्रेम की आवश्यकता है। ”

संत पापा ने बच्चों से पूछा कि युद्ध के बिना हम किस तरह जी सकते हैं? बच्चों का जवाब था, ‘प्यार से’

संत पापा ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ऍ हमें आशावान व्यक्ति बनना चाहिए। हमें आशा के साथ,अपने क्षितिज को, हमेशा भविष्य की ओर देखना चाहिए। आशा प्रभु से आता है और उस कार्य से भी, जो हम दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने के लिए करते हैं।"

सांता मार्था डिस्पेंसरी की स्थापना 1922 में संत पापा पियुस ग्यारहवें द्वारा की गई थी।  

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23 December 2019, 16:50